तेजी से ट्रैक पर आने लगा है ऑटो कंपोनेंट एक्सपोर्ट कारोबार
कोविड-19 महामारी से ऑटोमोबाइल सेक्टर तेजी से उबरने लगा है। सुधार के संकेतों को देखते हुए इस क्षेत्र के दिग्गजों का कहना है आने वाले तीन माह में काफी बूम आने वाला है।
यशलोक सिंह, गुरुग्राम
कोविड-19 महामारी से ऑटोमोबाइल सेक्टर तेजी से उबरने लगा है। सुधार के संकेतों को देखते हुए इस क्षेत्र के दिग्गजों का कहना है कि आने वाले तीन माह में काफी बूम आने वाला है। ऑटो कंपोनेंट एक्सपोर्ट कंपनियों का काम 90 फीसद तक ट्रैक पर लौट आया है। विदेश में डिमांड बढ़ने से उन्हें काफी काम मिल रहा है। एक्सपोर्टरों का कहना है कि कारोबारी दृष्टि से संकट का वातावरण अब धूमिल पड़ने लगा है। कोरोना के शुरुआती दिनों में अमेरिका और यूरोप से डिमांड काफी कम हो गई थी, मगर अब चीजें तेजी से सामान्य होने लगी हैं।
ऑटोमोबाइल क्षेत्र के विशेषज्ञों का कहना है कि जब चीन में कोरोना महामारी अपने चरम पर थी तो दुनिया भर के ऑटोमोबाइल सेक्टर का सप्लाई चेन बिगड़ गया था। अब स्थिति में काफी बदलाव आ गया है। निर्यात की प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है।
गुरुग्राम के ऑटोमोबाइल हब में लगभग डेढ़ सौ औद्योगिक इकाइयां हैं जो दुनिया के 160 देशों को ऑटो कंपोनेंट्स व स्पेयर पार्ट्स का निर्यात करती हैं। इनमें प्रमुख रूप से अमेरिका, ब्रिटेन, बेल्जियम, जापान, जर्मनी, पोलैंड, कनाडा, फ्रांस, स्पेन, अरब एवं अफ्रीकी देशों में निर्यात होता है। कार-बाइक, ट्रैक्टर सहित अन्य कई प्रकार के वाहनों के कंपोनेंट्स और स्पेयर पार्ट्स निर्यात किए जाते हैं। वर्ष 2026 तक यह निर्यात 70 से 80 अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर पर होने का अनुमान है। यदि कोरोना संकट न आया होता तो अब तक इस दिशा में तेजी से प्रगति हुई होती। ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट कोविड-19 के प्रभाव से अब काफी हद तक मुक्त हो गया है। 90 फीसद कारोबार ट्रैक पर आ चुका है। अमेरिका और यूरोप में ऑटोमोबाइल सेक्टर में काम तेज हुआ है। ऐसे में वहां से डिमांड बढ़ी है। आने वाले तीन माह में डोमेस्टिक डिमांड में भी बूम आने की पूरी प्रबल संभावना है।
रोहित भाटिया, सीईओ, ओनेसिस ऑटो प्राइवेट लिमिटेड घरेलू स्तर पर भी ऑटोमोबाइल क्षेत्र में तेजी आती दिखाई दे रही है। गुरुग्राम स्थित वाहन निर्माता कंपनियों की ओर से सहायक कंपनियों को शेड्यूल मिलने लगे हैं। 50 से 60 फीसद तक काम ट्रैक पर आता दिख रहा है। आने वाले डेढ़ से दो माह में स्थिति और भी बेहतर होने की पूरी संभावना है।
राजेश सहिजवानी, डायरेक्टर, परमज्योति मूवर्स प्राइवेट लिमिटेड