एसडीएम ने दिया निर्देश, दस दिन के अंदर खराब स्ट्रीट लाइट ठीक करे एजेंसी
एसडीएम सोहना जितेंद्र गर्ग द्वारा सख्ती बरते जाने के आदेश के बाद नगर परिषद ने क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट लगाने वाली एजेंसी के संचालक को खराब लाइटें 10 दिन के अंदर बदलने के निर्देश दिए हैं।
संवाद सहयोगी, सोहना: स्ट्रीट लाइट नहीं जलने से लोगों को हो रही परेशानी तथा रात में होने वाली चोरी, झपटमारी की वारदात को देख प्रशासन ने समस्या का संज्ञान लिया है। एसडीएम सोहना जितेंद्र गर्ग द्वारा सख्ती बरते जाने के आदेश के बाद नगर परिषद ने क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट लगाने वाली एजेंसी के संचालक को खराब लाइटें 10 दिन के अंदर बदलने के निर्देश दिए हैं। सोमवार से एजेंसी लाइट सही करने का काम शुरू कर सकती है, क्योंकि दस दिन में लाइट नहीं बदली गई जो एजेंसी को ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है। एसडीएम पूरे तेवर में नजर आ रहे हैं।
बता दें कि नगर परिषद की सड़कों पर 50 फीसद स्ट्रीट लाइटें खराब होने से अंधकार छाया रहता है। शहर से जुड़े ग्रामीण क्षेत्र की मुख्य सड़क का भी यही हाल है। शहर के वार्ड नंबर छह के हरीनगर से वार्ड चार के बालूदा गांव, वार्ड-तीन की सुशील नगर से करीब चार किलोमीटर की दूरी में 50 फीसद लाइटें खराब होने से रास्ता अंधेरे में डूबा रहता है।
यही हाल सोहना से तावडू जाने वाले मार्ग की घाटी में लगी स्ट्रीट लाइटें का है। यहां लाइट नहीं जलती हैं। वार्ड-13 की पहाड़ कालोनी वार्ड-11 के रायपुर गांव को जाने वाला पुराना अलवर मार्ग, वार्ड-10 के इंडरी मोड़ से लेकर वार्ड-नौ के गांव जखोपुर के बीच में लाइटें खराब हैं। वार्ड-20 के सांप की नंगली को जाने वाले मार्ग पर भी अंधेरा रहता है।
एसडीएम ने खराब स्ट्रीट लाइटों के ठीक करने के लिए जिम्मेदार एजेंसी प्रबंधन द्वारा बरती जा रही लापरवाही के प्रति नगर परिषद अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके बाद नगर परिषद प्रशासन ने एजेंसी संचालक को एक और अवसर देते हुए 10 दिन में खराब स्ट्रीट लाइटों को ठीक करने का अवसर दिया है।