यूजीसी के दिशा-निर्देशों के बाद असमंजस में विद्यार्थी
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशों के बाद एक बार फिर से विद्यार्थियों में संशय की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशों के बाद एक बार फिर से विद्यार्थियों में संशय की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कुछ दिनों पहले उन्हें सूचना मिली थी कि उन्हें परीक्षाएं नहीं देनी होंगी और पिछले अंकों व असेसमेंट के आधार पर उन्हें अगली कक्षाओं में प्रमोट कर दिया जाएगा। अब यूजीसी के नए दिशा-निर्देशों के बाद विद्यार्थी असमंजस में हैं। वे कॉलेजों और विवि में फोन कर रहे हैं कि क्या उन्हें परीक्षाओं की तैयारी करनी होगी या दाखिले की तैयारियां करें।
गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मार्कडे आहूजा का कहना है कि यूजीसी के दिशा-निर्देश प्रदेश सरकार के स्तर पर देखे जाएंगे क्योंकि उसमें सरकारों को निर्देश दिए हैं कि वे विश्वविद्यालयों में परीक्षाएं करवा सकते हैं। अभी इसपर सरकार से कोई आदेश नहीं आया है। परीक्षाएं करवाई जाएंगी या नहीं, इसपर निर्णय भी पहले सरकार की तरफ से लिया जाएगा।
विद्यार्थियों ने अभी परीक्षाएं न होने की खुशी भी पूरी तरह नहीं मनाई थी कि यूजीसी के दिशा-निर्देश आ गए, जिससे विद्यार्थी दाखिला छोड़कर अब फिर से पाठ्यक्रम खंगालने में जुट गए हैं। हालांकि अभी इसपर स्थिति कुछ साफ नहीं है। ऐसे में उन्हें कॉलेजों प्रबंधन की तरफ से भी कोई साफ जवाब नहीं मिल पा रहा है।