अफोर्डेबल हाउसिग से सुधरी रियल एस्टेट मार्केट
एनाराक कंसल्टेंट द्वारा जारी किए गए हालिया आंकड़ों के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में अफोर्डेबल हाउसिग क्षेत्र में बेहतर मांग और आपूर्ति के साथ गुरुग्राम पहले पायदान पर है।
गौरव सिगला, नया गुरुग्राम
गुरुग्राम की रियल एस्टेट मार्केट जो कि कुछ सालों से पटरी से उतर गई है, एक बार फिर गति पकड़ना शुरू कर दिया है। एनाराक कंसल्टेंट द्वारा जारी किए गए हालिया आंकड़ों के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में अफोर्डेबल हाउसिग क्षेत्र में बेहतर मांग और आपूर्ति के साथ गुरुग्राम पहले पायदान पर है। कोरोना महामारी के बाद अफोर्डेबल हाउसिग में 45 लाख रुपये से कम कीमत के फ्लैट की मांग में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। 2019 में हाउसिंग क्षेत्र में अफोर्डेबल हाउसिग में मांग की हिस्सेदारी 32 प्रतिशत के मुकाबले 2020 में यह मांग 9 प्रतिशत बढ़कर 40 प्रतिशत तक पहुंच गई है। इस मांग की कुल 38 प्रतिशत मांग केवल अकेले दिल्ली-एनसीआर से है। इसमें भी सबसे अधिक मांग 32 प्रतिशत के साथ गुरुग्राम की है और इसके बाद नोएडा से 24 प्रतिशत है। इंफो के लिए :
- 2018-2020 के बीच दिल्ली-एनसीआर में लगभग 795840 यूनिट लांच हुई
- 50 प्रतिशत अफोर्डेबल हाउसिग की
- 2019 में कुल 18540 यूनिट लांच हुई थी जिसमें से अकेली 60 प्रतिशत अफोर्डेबल हासिग की थी।
- बीते वर्ष गुरुग्राम में 11180 यूनिट लांच हुई थी जिसमें से 6590 अफोर्डेबल हाउसिग की थी।
- इसी प्रकार से फरीदाबाद में 3050, ग्रेटर नोएडा व भिवानी से 900 यूनिट रही। कोरोना संकट भी वजह
कोराना महामारी के बाद लोग सुरक्षित भविष्य के नजरिए से अपने खुद का घर खरीदने पर अधिक जोर दे रहे है। इसके अलावा बीते वर्ष सरकार द्वारा किए गए संशोधनों ने भी अफोर्डेबल की मांग बढ़ाने पर अहम भूमिका निभाई है। राज्य सरकार द्वारा प्रोजेक्ट एरिया क्षेत्र में वृद्धि व पार्किंग के प्रविधान जैसे संशोधन के माध्यम से कई बडे़ रियल एस्टेट ग्रुप को भी आगे आने का मौका मिला है।
सुरिदर सिंह, निदेशक, जीएलएस ग्रुप अफोर्डेबल हाउसिग नियमवाली में संशोधन कर प्रोजेक्टस में कमर्शियल क्षेत्र में वृद्धि करने से ओर अधिक बल मिला है। इससे कम मुनाफे के लिए संघर्ष कर रहे बिल्डरों को अधिक मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा।
मोहित मित्तल, निदेशक, आरओएफ 2020 में मांग:
शहर मांग (प्रतिशत)
गुरुग्राम 32
ग्रेटर नोएडा 24
नोएडा 18
दिल्ली 12
गाजियाबाद 08
फरीदाबाद 06