पिता को पांच गोलियां मार अधिवक्ता ने खुद को मारी थी गोली
पत्नी व ससुराल वालों के चलते घर में चल रही कलह से परेशान अधिवक्ता रविद्र दहिया ने लाइसेंसी रिवाल्वर से अपने पिता राजवीर दहिया को पांच गोलियां मारने के बाद खुद को गोली मार जान दे दी थी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: पत्नी व ससुराल वालों के चलते घर में चल रही कलह से परेशान अधिवक्ता रविद्र दहिया ने लाइसेंसी रिवाल्वर से अपने पिता राजवीर दहिया को पांच गोलियां मारने के बाद खुद को गोली मार जान दे दी थी। रविवार को दोनों के शवों का मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किया गया। राजवीर के शरीर में पांच गोलियां लगी थीं। तीन सीने में एक सिर में तथा एक गोली हाथ को छूते निकल गई थी। जबकि रविद्र की कनपटी में एक गोली लगी, जो दाईं कनपटी से बाईं ओर पार हो गई थी। पिता-पुत्र का अंतिम संस्कार रविवार को एक साथ किया गया।
बता दें कि लक्ष्मण विहार स्थित पीजी में हुई कहासुनी के बाद रविद्र ने अपने पिता राजवीर दहिया की गोली मार हत्या की थी। इसके कुछ देर बाद ही उसने खुद को गोली मार आत्महत्या कर ली थी। राजवीर धनवापुर गांव के रहने वाले थे। वह दिल्ली पुलिस से रिटायर हुए थे। उन्होंने लक्ष्मण विहार में पीजी खोल रखा था।
सेक्टर-9ए थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अशोक डागर ने बताया कि पीजी के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें रविद्र दहिया ने अपनी पत्नी नेहा, सास बाला, साले गौरव व उनके मामा लालसिंह को जिम्मेदार ठहराया। पुलिस ने रविद्र के भाई मनजीत दहिया की शिकायत सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं पुलिस ने रविद्र दहिया के खिलाफ पिता की हत्या का मामला भी दर्ज किया है। पुलिस की अभी तक की जांच में सामने आया है कि पारिवारिक कलह के कारण ही रविद्र ने पिता की गोली मारकर हत्या की।