गुरु द्रोण की धरती से स्किल इंडिया की ओर बढ़ा एक मजबूत कदम
गुरु द्रोण की धरती से स्किल इंडिया की ओर सोमवार को प्रदेश ने एक सशक्त कदम बढ़ा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैसे ही अपने हाथों से श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय हरियाणा की आधारशिला रखी वैसे ही हजारों युवाओं के सपनों को नई दिशा मिलने का रास्ता साफ हो गया। गुरुग्राम प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक हब है। इसकी पहचान हरियाणा की अघोषित आर्थिक राजधानी के तौर देश भर में होती है। यहां हजारों औद्योगिक यूनिटें, फॉच्र्युन-500-आइटी-आइटीईएस एवं कॉरपोरेट कंपनियां हैं। इनमें स्थानीय युवाओं के रोजगार का अनुपात काफी कम है। इसकी सबसे बड़ी वजह इन इंडस्ट्री की जरूरत मुताबिक दक्ष प्रतिभाओं की भारी कमी। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने इस कौशल विश्वविद्यालय को स्थापित करने का फैसला किया था।
जन विकास रैली पैकेज
फोटो 19 जीयूआर 14
- प्रधानमंत्री ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की गुरुग्राम से रखी आधारशिला
- प्रदेश के युवाओं की कौशल विकास में मील का पत्थर साबित होगा यह विश्वविद्यालय यशलोक ¨सह, गुरुग्राम
गुरु द्रोण की धरती से स्किल इंडिया की ओर सोमवार को प्रदेश ने एक सशक्त कदम बढ़ा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैसे ही अपने हाथों से श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय हरियाणा की आधारशिला रखी वैसे ही हजारों युवाओं के सपनों को नई दिशा मिलने का रास्ता साफ हो गया। गुरुग्राम प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक हब है। इसकी पहचान हरियाणा की अघोषित आर्थिक राजधानी के तौर देश भर में होती है। यहां हजारों औद्योगिक इकाइयां, फॉर्च्यून-500-आइटी-आइटीईएस एवं कॉरपोरेट कंपनियां हैं। इनमें स्थानीय युवाओं के रोजगार का अनुपात काफी कम है। इसकी सबसे बड़ी वजह इन इंडस्ट्री की जरूरत के मुताबिक दक्ष प्रतिभाओं की भारी कमी। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने इस कौशल विश्वविद्यालय को स्थापित करने का फैसला किया था। यह विश्वविद्यालय पलवल जिले के गांव दुधौला में स्थापित किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुल्तानपुर में सभा के दौरान प्रदेश सरकार की इसलिए विशेष रूप से सराहना की कि वह युवाओं के रोजगार की राह को आसान बनाने का रास्ता साफ तेजी से बना रही है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय इस मकसद के लिए एक दमदार कदम है। पीएम ने कहा कि इस विश्वविद्यालय में युवाओं को ऐसी शिक्षा मिलेगी जिसके जरिये वह अपना उद्योग खड़ा करने के साथ ही अपने भविष्य की राह को आसान बनाएंगे। साइबर सिटी के आइटी इंडस्ट्री से जुड़े लोगों की शिकायत रहती है कि उन्हें स्थानीय स्तर पर अपनी कंपनियों के लिए दक्ष पेशेवर नहीं मिलते हैं। अब उनकी इन शिकायतों का आने वाले डेढ़ से दो सालों में पूरी तरह से समाधान हो जाएगा।
हाइटेक इंडिया के अध्यक्ष प्रदीप यादव का कहना है कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का शिलान्यास कर प्रधानमंत्री ने एक बड़ी सौगात युवाओं को दी है। यह अपनी तरह का देश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय होगा जहां उद्योग वर्तमान और भविष्य की जरूरत के मुताबिक युवाओं को तैयार किया जाएगा।
आइटी कंपनी में अधिकारी राजशेखर का कहना है कि यह विश्वविद्यालय अन्य राज्यों के लिए भी रोल मॉडल बनेगा। इसके जरिए स्किल के मामले में प्रदेश भी हैदराबाद, बेंगलुरु एवं पूणे की कतार में खड़ा हो जाएगा।
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'श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का शिलान्यास प्रदेश के युवाओं के भविष्य की बुनियाद है। यहां इंडस्ट्री और मार्केट की जरूरत के अनुरूप अनुभव आधारित शिक्षा युवाओं को प्रदान की जाएगी। जिससे वह उद्यमी बनने के साथ-साथ रोजगार के योग्य बन सकें।'
-राज नेहरू, कुलपति, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय