नौ महीनों में 85 प्रतिशत लोगों ने पहली बार घर खरीदा
कोरोना महामारी के चलते स्टांप डयूटी में कटौती डेवलपर छूट और होम लोन की दरों में गिरावट ने आवंटियों के आशियानों के सपनों को पूरा करने में पंख लगाने का काम किया है।
गौरव सिगला, नया गुरुग्राम
कोरोना महामारी के चलते स्टांप डयूटी में कटौती, डेवलपर छूट और होम लोन की दरों में गिरावट ने आवंटियों के आशियानों के सपनों को पूरा करने में पंख लगाने का काम किया है। विशेष तौर पर एनसीआर के शहरों में लोगों ने तेजी से अपना खुद का आशियाना खरीदने की दिशा में कदम बढ़ाए है। इसकी झलक एनाराक रियल एस्टेट कंसल्टेंट की नवीनतम रिपोर्ट में देखी जा सकती है।
एनाराक की बिक्री रिपोर्ट के अनुसार जुलाई 2020 से लेकर मार्च 2021 के बीच नौ महीनों में एनसीआर बाजार में लगभग 85 प्रतिशत लोगों ने पहली बार अपना घर खरीदा है। रिपोर्ट के आंकड़ों की माने तो इन नौ महीनों के दौरान एनसीआर में कुल 21,750 इकाइयों की बिक्री में लगभग 90 प्रतिशत खरीदार उपयोगकर्ता और 10 प्रतिशत निवेशक थे।
इसके अलावा लगभग 75 प्रतिशत लग्जरी होमबायर्स रेडी-टू-मूव-इन यूनिट्स के लिए गए। जबकि किफायती और मिड-रेंज सेगमेंट में एनसीआर शहरों में 60 प्रतिशत खरीदारों ने दो साल से कम समय में पूरा होने वाली संपत्तियों को प्राथमिकता दी और 30 प्रतिशत ने तैयार घरों को खरीदा। केवल 10 प्रतिशत आवंटियों ने दो साल से अधिक समय में पजेशन मिलने वाली संपत्तियों पर भरोसा जताया है। गुरुग्राम में पहली बार घर खरीदने वालों की संख्या अधिक रही। एनसीआर के अन्य शहरों के लोग भी गुरुग्राम में विशेष रूप से सोहना रोड और मानेसर की ओर अफोर्डेबल हाउसिग प्रोजेक्टस में निवेश कर रहे हैं। हाल ही में लांच किए गए एवेन्यू 81 किफायती प्रोजेक्ट के सभी फ्लैट एक दिन में बिक गई और अब एवेन्यू 86 की एक और परियोजना लांच करने के लिए तैयार हैं।
सुरिदर सिंह, निदेशक, जीएलएस ग्रुप कोविड-19 के दौरान लोगों ने महसूस किया है कि वे कम घनत्व वाली आबादी वाले बाहरी इलाकों में घर खरीद सकते हैं। इसी के चलते गुरुग्राम से सोहना, मानेसर, द्वारका एक्सप्रेस-वे के आस-पास की सोसायटियों में भी लोगों ने निवेश किया है।
मोहित मित्तल, निदेशक, आरओएफ ग्रुप