कोरोना मरीजों के लिए 20 पीसीआर एंबुलेंस में तब्दील
कोरोना मरीजों की सहायता किस तरह बेहतर तरीके से किया जाए इस बारे में रविवार को पुलिस आयुक्त केके राव ने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ ही नगर निगम के अधिकारियों एवं नगर पार्षदों के साथ मंथन किया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: कोरोना मरीजों की सहायता किस तरह बेहतर तरीके से किया जाए, इस बारे में रविवार को पुलिस आयुक्त केके राव ने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ ही नगर निगम के अधिकारियों एवं नगर पार्षदों के साथ मंथन किया। अधिकतर अधिकारी व पार्षद वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से पुलिस आयुक्तालय के सभागार में आयोजित बैठक में शामिल हुए। इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। सभी निर्णयों पर तत्काल प्रभाव से काम भी शुरू कर दिया गया है।
निर्णय के मुताबिक कोरोना संक्रमित मरीजों की सहायता के लिए 24 घंटे हेल्पडेस्क व हेल्पलाइन सेवा शुरू की गई है। मरीज या उनके स्वजन मोबाइल नंबर (9999999953) पर काल, मैसेज या व्हाट्सएप मैसेज के माध्यम से पुलिस की सहायता हासिल कर सकते हैं। 20 पीसीआर वाहनों को एंबुलेंस में बदल दिया गया है। सभी एंबुलेंस की सेवा मरीजों को निशुल्क उपलब्ध होगी। भीड़ को तितर-बितर करने में प्रयोग की जाने वाली वाटर कैनन वाहनों का इस्तेमाल नगर निगम के सहयोग से सैनिटाइजर छिड़काव वाहनों के रूप में किया जाएगा। केमिकल नगर निगम द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।
शादी समारोहों ही नहीं बल्कि सभी प्रकार के सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों के ऊपर पुलिस की पैनी नजर रहेगी। सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए जारी किए गए निर्देशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ सख्ती की जाएगी। पुलिस आयुक्त केके राव ने कहा कि कई बार ऐसा देखा गया है कि जरूरत के समय आमजन को एंबुलेंस मिलने में परेशानी होती है। वे खर्चा उठाने में असमर्थ होते हैं। इसे देखते हुए ही गुरुग्राम पुलिस की 20 पीसीआर वाहनों को एंबुलेंस में बदलने का निर्णय लिया है। सभी जरूरी उपकरण उपलब्ध रहेंगे। सभी एंबुलेंस हास्पिटल में कंफर्म बेड वाले मरीजों की सेवा के लिए विशेष रूप से उपलब्ध रहेंगी। इन्हें जिले के अलग-अलग स्थानों पर तैनात किया जाएगा ताकि बिना किसी देरी के मदर की जा सके। हेल्प डेस्क से अनुभवी डाक्टरों के जोड़ा गया है। कोरोना संक्रमित नि:शुल्क सलाह ले सकेंगे। वीडियो काल या वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से भी बात कर सकेंगे।
दवा भी पहुंचाएगी पुलिस
डाक्टरों द्वारा दी गई सलाह के मुताबिक गुरुग्राम पुलिस की टीम द्वारा आम दवाएं भी मरीजों तक पहुंचाई जाएंगी। प्रयास यह रहेगा कि चार-पांच घंटे के अंदर मरीज के पास दवाई पहुंच जाए। दवा के लिए कई फार्मा कंपनियों से सहमति बन गई है जो कि दवा उपलब्ध कराएंगी। सभी अस्पताल के नजदीक गुरुग्राम पुलिस की पीसीआर व राइडर्स को तैनात करने का आदेश जारी किया गया है। इसके ऊपर सभी सहायक पुलिस आयुक्त से लेकर पुलिस उपायुक्त अपने-अपने इलाके में नजर रहेंगे। थाना प्रभारी एवं चौकी प्रभारी को स्वयं गश्त लगाने के लिए कहा गया है।
बैठक में पुलिस आयुक्त केके राव के अलावा संयुक्त पुलिस आयुक्त कुलविदर सिंह, नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह (वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से) के साथ ही सभी पुलिस उपायुक्त एवं सहायक पुलिस आयुक्त शामिल हुए।
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जिले में धारा 144 लागू
जासं, गुरुग्राम: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिलाधीश डा. यश गर्ग ने जिले में तत्काल प्रभाव से धारा 144 लागू कर दी है। इसके मुताबिक जिले में बिना अनुमति के चार या इससे ज्यादा लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध रहेगा। आइटी कंपनियां एवं कारपोरेट कार्यालयों के कर्मचारी तीन मई की सुबह नौ बजे तक घर से ही काम करेंगे। सरकारी ड्यूटी पर कार्यरत कर्मचारियों, आवश्यक सेवाओं अथवा वस्तुओं की पूर्ति करने वाले उद्योगों, संस्थानों में कार्यरत कर्मियों तथा पुलिस कर्मियों को छूट दी गई है। शाम छह बजे के बाद दुकानों को बंद करने के संबंध में आदेश पहले से ही जारी हैं। हाल के भीतर आयोजित समारोह में 30 एवं बाहर आयोजित समारोह में 50 लोग शामिल हो सकेंगे। किसी भी कार्यक्रम के लिए जिला मजिस्ट्रेट से अनुमति अनिवार्य होगी। अंतिम संस्कार में 20 लोग शामिल हो सकेंगे।