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मौसम ने ली करवट, बूंदाबांदी के बाद गिरा तापमान

बुधवार को मौसम का मिजाज बदला नजर आया। सुबह 20 किमी प्रति घंटे से तेज हवा चलने के साथ बादल छाए रहने के साथ ही हल्की बूंदाबांदी भी हुई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 07:24 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 07:24 AM (IST)
मौसम ने ली करवट, बूंदाबांदी के बाद गिरा तापमान
मौसम ने ली करवट, बूंदाबांदी के बाद गिरा तापमान

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : बुधवार को मौसम का मिजाज बदला नजर आया। सुबह 20 किमी प्रति घंटे से तेज हवा चलने के साथ बादल छाए रहने के साथ ही हल्की बूंदाबांदी भी हुई। जिससे तापमान में गिरावट आ गई है। नवंबर में पहली बार है जब अधिकतम तापमान 20 डिग्री से नीचे आया है। बुधवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री व न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं मौसम विभाग ने तेज बरसात के साथ ओलावृष्टि की संभावना जताई है। मौसम विभाग की माने तो वीरवार को 70 फीसद संभावना है कि बरसात होगी। ऐसे में किसान भी परेशान दिख रहे है। अगर बरसात होती है तो किसानों को सबसे अधिक नुकसान होगा। ---------------------- 50 फीसद तक गेहूं की बिजाई होगी प्रभावित किसानों ने नरमे की कटाई करके लगभग 90 फीसद तक गेहूं की बिजाई पूरी कर ली है। वही 40 फीसद तक गेहूं की फसल अंकुरित हो चुकी है तो 50 फीसद तक किसानों ने पिछले दिनों आई बरसात के बाद बिजाई की थी। ऐसे में इस समय अगर बरसात होगी तो यह बिजाई प्रभावित होगी। मौसम विभाग ने जिस तरह अलर्ट जारी किया है उससे लग रहा है कि प्रदेश के साथ जिले में भी मध्यम बरसात के साथ ओलावृष्टि हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो नुकसान अधिक होगा। वही आर्थिक नुकसान भी किसानों को उठाना पड़ेगा। ------------------------------------ ये कहना है किसानों का गांव बड़ोपल निवासी किसान रामस्वरूप, सुरेश, दरियापुर निवासी महेश कुमार व सुरजीत सिंह ने बताया कि पांच दिन पहले ही गेहूं की बिजाई की है। अब मौसम फिर बिगड़ गया है। अगर इस समय बरसात होगी तो उनकी बिजाई प्रभावित होगी। ऐसे में उन्हें दोबारा गेहूं की बिजाई करनी होगी तो उत्पादन पर असर पड़ेगा। किसानों ने बताया कि पिछले साल भी इसी समय बरसात हुई थी जो नुकसान देकर गई थी। इस बार नवंबर महीने में दूसरी बार है। पहले भी गेहूं की बिजाई समय पर नहीं कर पाए है। -------------------------------- तीन साल बाद नवंबर महीना रहा सबसे ठंडा अगर पिछले तीन सालों के आंकड़ों का जिक्र करे तो नवंबर महीना सबसे अधिक ठंडा रहा है। पिछले साल इसी समय अधिकतम तापमान 26 डिग्री व न्यूनतम तापमान 16 डिग्री के आसपास था। वहीं अब तापमान अधिकतम 19 डिग्री पर है। ऐसे में न्यूनतम तापमान से 3 डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे चल रहा है। तापमान गिरने से लोग बीमार भी हो रहे है। डाक्टर खुद मान रहे है कि हमारा शरीर सर्दी को सहन करने के लिए तैयार नहीं हुआ है। यही कारण है कि जुकाम, खांसी व बुखार का शिकार हो रहे है। ऐसे में अपने आप को ठंड से बचाने के साथ ही डाक्टर की सलाह ले। ----------------------------- बुधवार व वीरवार को मौसम परिवर्तनशील रहने के साथ हल्की से मध्यम बरसात हो सकती है। जिन किसानों ने गेहूं की बिजाई नहीं की है वो बिजाई रोक ले। वहीं मौसम साफ होने का इंतजार करे। बरसात होने के बाद तुरंत दूसरी बार गेहूं की बिजाई ना करे। 70 फीसद तक संभावना होती है गेहूं की बिजाई प्रभावित नहीं होती है। डा. भीम सिंह,

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एसडीओ, कृषि विभाग, फतेहाबाद।


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