चुनावी खर्च पर आज दूसरी रिर्पाट प्रस्तुत करेंगे उम्मीदवार
जागरण संवाददाता फतेहाबाद विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों का प्रचार अभियान तेज गति से चल र
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों का प्रचार अभियान तेज गति से चल रहा है। अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए वे हर प्रकार के टूल प्रयोग कर रहे है। ताकि वे विधानसभा में अधिक से अधिक लोगों से जुड़े पाए। इसके लिए उन्होंने प्रबंधन कार्य करने वाली कंपनियों से कर्मचारी भी हायर किए हुए हैं। वर्करों की देखभाल पर खर्च होने के प्रचार पर लाखों रुपये खर्च कर रहे है। लेकिन उम्मीदवार इस बात का भी ध्यान रख रहे है कि चुनाव में उनके रुपये कागजों में 28 लाख रुपये से अधिक खर्च न हो। रुपये कागजों में कम खर्च हो इसके लिए भी पेशेवर लोगों का हायर किया हुआ है।
बुधवार को चुनाव व्यय कमेटी के सामने उम्मीदवारों को अपने चुनाव खर्च की रिपोर्ट देनी हैं। आइआरएस कैलास विनायक कारखिले को चुनाव आयोग ने जिला फतेहाबाद की तीनों विधानसभा रतिया, फतेहाबाद व टोहाना के लिए चुनाव व्यय पर्यवेक्षक नियुक्त किया हुआ है, वहीं ईटीओ भूषण कुमार को लाइजन ऑफिसर नियुक्त किया हुआ। इनकी देखरेख में प्रत्येक विधानसभा में अलग अलग कमेटी का गठन किया है।
चार बार देना होता है खर्च का ब्योरा :
चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को चार बार अपने खर्च की रिपोर्ट देनी होती है। इसके लिए आयोग के पर्यवेक्षक ने 12, 16 व 19 अक्टूबर तय की हैं। चौथी बार खर्च का ब्योरा मतदान होने के 25 दिन बाद देना होता है। यदि उसके बाद भी कोई उम्मीदवार खर्च व्यय नहीं देता तो उसके चुनाव आयोग उसे आगामी चार से छह वर्ष तक चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर देता है। पहली बार फतेहाबाद विधानसभा से चुनाव लड़ रहे 15 में से 4 उम्मीदवारों ने अपना खर्च ब्यौरा पर्यवेक्षक के सामने पहली बार नहीं रखा था। हालांकि सभी ये निर्दलीय उम्मीदवार है।
----------------------------अधिकारी खर्च ब्योरा गुप्त रखने की कर रहे कोशिश :
चुनाव आयोग ने बेशक दूसरे राज्य से जिले में पर्यवेक्षक तैनात किए है लेकिन उम्मीदवारों ने कितने रुपये खर्च किए हैं। ये रिपोर्ट वे गोपनीय रखने की कोशिश कर रहे है। वहीं तीनों पार्टी के मुख्य उम्मीदवारों के कार्यालय के पास व कार्यालय में चल रहे ढाबों पर भी मौन है। उम्मीदवारों ने विभिन्न नाम से अपने वर्करों से खाना खिलाने के लिए ढाबे खोल दिए ताकि आयोग की नजर से बच सके।
---------------
पहली बार चार उम्मीदवारों ने ब्यौरा नहीं दिया था। उनको मैंने नोटिस जारी किया था। उन्हें अब 16 अक्टूबर बुधवार को दूसरी बार खर्च व्यय की जानकारी देनी हैं। जानकारी न देने वाले चारों उम्मीदवार निर्दलीय हैं।
- सरजीत नैन, एसडीएम।