कमर में लचीलापन लाने के लिए करें मत्स्यासन योग
संवाद सूत्र, टोहाना: आज का आसन : मत्स्यासन योग: मत्स्यासन योग मछली के समान की तरह आकृति होती है
संवाद सूत्र, टोहाना:
आज का आसन : मत्स्यासन
योग: मत्स्यासन योग मछली के समान की तरह आकृति होती है। योग भी उसी तरह होता है। इसलिए इस योग का नाम मत्स्यासन पड़ा।
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अभ्यास विधि:
- सर्वप्रथम सीधे बैठकर दोनों पैरों को फैलाये।
- दाये पैर को घुटने से मोड़ते हुए बायीं जंघा पर रखे अर्थात पद्मासन लगाये।
- कोहनियों की सहायता से पीछे लेट जाए।
- दोनों हाथों से गर्दन को मोड़ते हुए जमीन पर टिकाये।
- दोनों हाथों से दोनों पैरों के अंगूठे पकड़े तथा गहरा सांस लेते हुए कुछ देर रूके।
- श्वास को छोड़ते हुए कोहनियों की सहायता से ऊपर आये।
-दोनों पैरों को सामने खोल दे तथा विश्राम करें।
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::::लाभ:::
-कब्ज, गैस आदि रोगों में लाभदायक है।
- हाथों, पैरों की मांसपेशियों को बल मिलता है।
- दमा, खांसी, थायरायड़ ग्रंथी आदि में लाभ मिलता है।
- गर्दन व कमर में लचीलापन आता है।
- सर्वाईकल, स्पांडिलाईटिस में सर्वाधिक उपयोगी है।
- पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
- इस आसन को नियमित करने से ठोडी के नीचे की मांसपेशी में ढीलापन आने पर रोक लगती है।
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::हानि:::
-कमर दर्द से पीड़ित व्यक्ति को यह योग नहीं करना चाहिए।
-गर्भवती महिलाओं को भी इस योग से परहेज करना चाहिए।
-सिर में दर्द रहता है तो उसे भी यह योग नहीं करना चाहिए।
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मैं लगभग 9 वर्ष पूर्व पतंजलि योग पीठ हरिद्वार से जुड़ा था। उसके बाद नियमित रूप से योग कक्षाओं में भाग लेने के बाद योग शिक्षक बना। वर्तमान में पतंजलि योग समिति टोहाना के तहसील प्रभारी का दायित्व है। वह पिछले कई वर्षों से लगातार किसान विश्राम गृह में योग कक्षा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में योग शिविरों का आयोजन कर लोगों को स्वस्थ रहने का संदेश दे रहे है।
-राजेश वर्मा, तहसील प्रभारी, पतंजलि योग समिति, टोहाना।