तीन साल बाद ही जाखल नपा चेयरपर्सन को गंवानी पड़ी कुर्सी, 12 पार्षदों ने विरोध में डाले वोट
जाखल नगरपालिका चेयरपर्सन पद को लेकर लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया है। ऐसे में तीन साल के अंदर ही सीमा गोयल अपनी कुर्सी गंवा बैठी। मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच वोटिग करवाई गई। चेयरपर्सन सीमा गोयल के विरोध में 12 पार्षदों ने वोटिग की। जाखल नगरपालिका में 13 वार्ड हैं। ऐसे में चेयरपर्सन को छोड़ दिया जाए तो सभी उनके विरोध में थे। बुधवार सुबह साढ़े 11 बजे वोटिग शुरू हुई। सीमा गोयल केवल 5 मिनट के लिए बैठक में गई और वापस आ गई।
संवाद सूत्र, जाखल :
जाखल नगरपालिका चेयरपर्सन पद को लेकर लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया है। ऐसे में तीन साल के अंदर ही सीमा गोयल अपनी कुर्सी गंवा बैठी। मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच वोटिग करवाई गई। चेयरपर्सन सीमा गोयल के विरोध में 12 पार्षदों ने वोटिग की। जाखल नगरपालिका में 13 वार्ड हैं। ऐसे में चेयरपर्सन को छोड़ दिया जाए तो सभी उनके विरोध में थे। बुधवार सुबह साढ़े 11 बजे वोटिग शुरू हुई। सीमा गोयल केवल 5 मिनट के लिए बैठक में गई और वापस आ गई।
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सीमा गोयल ने प्रशासन पर उठाए सवाल
मंगलवार सुबह 11 बजे मीटिग शुरू होने का समय था। सीमा गोयल सुबह साढ़े 10 बजे पहुंच गई। 11 बजे तक जब मीटिग शुरू नहीं हुई तो उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब मीटिग 11 बजे की रखी गई थी तो पार्षदों को उसके बाद क्यों एंट्री दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें हटाने के लिए प्रशासन भी साथ मिला हुआ है। इसलिए वो इस मामले को लेकर कोर्ट में भी जाएगी।
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वोटिग से पहले की गई पूरी सुरक्षा
चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास पारित करने में कोई चूक ना हो इसके लिए पुलिस ने पहले ही प्रबंध कर लिए थे। प्रशासन की तरफ से नपा कार्यालय के दोनों और 100 मीटर की दूरी तक बैरिकेडिग की गई। मीडियाकर्मियों को भी मतदान केंद्र में नहीं जाने दिया गया। जाखल नगरपालिका में जो जा रहा था उनकी जांच करने के बाद ही अंदर जाने दिया गया। साढ़े 11 बजे के करीब मीटिग हुई। सभी पार्षदों ने बेल्ट पेपर द्वारा वोटिग की और चेयरपर्सन सीमा गोयल के विरोध में 12 पार्षदों ने वोट डाले। ऐसे में सीमा गोयल को प्रधान पद से हटा दिया गया है।
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इन पार्षदों ने किया मतदान
नगरपालिका जाखल में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पहुंचे उपमंडल अधिकारी नवीन कुमार की देखरेख में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 12 पार्षदों ने गुप्त मतदान किया। इसमें वार्ड 1 के पार्षद हरविन्द्र सिंह, वार्ड 2 की पार्षद बीरा रानी, वार्ड 3 की पार्षद मोनिका गोयल, वार्ड 4 की पार्षद कीर्ति गोयल, वार्ड 5 की पार्षद सीमा रानी, वार्ड 6 से पार्षद गोबिन्द राम, वार्ड 7 की पार्षद स्वाति रानी, वार्ड 8 से पार्षद विक्रमजीत सिंह, वार्ड 9 से पार्षद विक्रम सैनी, वार्ड 10 से पार्षद विकास कामरा, वार्ड 11 से पार्षद अमित बागड़ी, वार्ड 12 से पार्षद नीटी बांसल रही।
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खींचतान के चलते शहर में नहीं हो रहा विकास
पिछले लंबे समय से नपा अध्यक्ष व पार्षदों में उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिसे लेकर पार्षदों द्वारा पुन: से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। इसे लेकर नपा अध्यक्ष व पार्षदों की आपसी खींचतानी का नतीजा शहर की आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। बता दे कि पार्षदों की खींचातानी के चलते नगर पालिका का बजट नहीं पास हो रहा है। जिसे लेकर शहर के कई विकास कार्य पूरी तरह से रुक गए है। जाखल नगरपालिका के पास सफाई के लिए झाडू खरीदने के लिए रुपये नहीं है। अब नया प्रधान चुने जाने के बाद उम्मीद है कि जाखल नगरपालिका को बजट मिल जाएगा।
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किसानों ने दिया धरना
किसानों को सूचना मिली थी कि अविश्वास पारित मामले में सांसद सुनीता दुग्गल व टोहाना विधायक देवेंद्र बबली आने वाले है। इसी सूचना के बाद सैकड़ों की संख्या में किसान नगरपालिका कार्यालय के बाहर इकट्ठा हो गए। किसानों ने बाहर धरना दे दिया। सुबह 11 बजे आए किसान दोपहर 1 बजे तक प्रदर्शन करते रहे। उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विधायक व सांसद न आने पर किसान वापस चले गए।
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सीमा गोयल के खिलाफ अविश्वास पारित हो गया है। उन्होंने जो आरोप लगाए है वो निराधार है। मतदान बेल्ट पेपर से किए गए। सीमा गोयल भी कुछ समय के लिए आई लेकिन वो बैठक में नहीं बैठी। चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास पारित हो गया है। अब आगामी कार्रवाई की जाएगी।
नवीन कुमार,
एसडीएम, टोहाना।