इस सप्ताह स्वच्छ सर्वेक्षण को पहुंचेगी टीम, शहर में नाइट स्वीपिंग शुरू
स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वे शुरू हुए आठ दिन बीत गए हैं। लेकिन जिले में अभी तक टीम नहीं पहुंची है। उम्मीद जताई जा रही हैं इस सप्ताह टीम आ सकती है। अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों ने तैयारी पूरी कर ली है। अब शहर में रात को भी सफाई हो रही है। स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वे को देखते हुए सभी सफाई कर्मचारियों की छुट्टी भी रद कर दी है। कर्मचारियों को आदेश दिया गया है कि सफाई होने के बाद वो पूरे शहर का निरीक्षण करे। अगर कहीं पर कोई दिक्कत है तो इसकी जवाबदेही सफाई दरोगा की रहेगी। सफाई कर्मचारियों पर पूरी निगरानी रखी जा रही है।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वे शुरू हुए आठ दिन बीत गए हैं। लेकिन जिले में अभी तक टीम नहीं पहुंची है। उम्मीद जताई जा रही हैं इस सप्ताह टीम आ सकती है। अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों ने तैयारी पूरी कर ली है। अब शहर में रात को भी सफाई हो रही है। स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वे को देखते हुए सभी सफाई कर्मचारियों की छुट्टी भी रद कर दी है। कर्मचारियों को आदेश दिया गया है कि सफाई होने के बाद वो पूरे शहर का निरीक्षण करे। अगर कहीं पर कोई दिक्कत है तो इसकी जवाबदेही सफाई दरोगा की रहेगी। सफाई कर्मचारियों पर पूरी निगरानी रखी जा रही है।
पिछले साल की तरह इस बार भी टोहाना व फतेहाबाद शहर में टक्कर देखने को मिलेगी। फतेहाबाद मुख्यालय पर अधिकारी बैठते है ऐसे में साख भी दांव पर लगी हुई है। पिछले साल टोहाना से एक अंक से जिला पिछड़ गया है। प्रदेश में टोहाना ने चौथा तो फतेहाबाद ने पांचवां स्थान प्राप्त किया था। इसके अलावा देश में टोहाना ने 26वां तो फतेहाबाद ने 27वां स्थान प्राप्त किया था। इस बार अधिकारी व कर्मचारी इससे बेहतर अंक लाने का दावा कर रहे हैं। रात को सफाई करवाई जा रही है। जहां कूड़ा प्वाइंट बने हुए वहां सुबह ही कूड़ा उठ रहा है। शहर के मुख्य वार्डो में सुबह व शाम नप की गाड़ियां डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए जा रही हैं।
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जाखलवासी फीडबैक देने में भी पीछे
स्वच्छ सर्वेक्षण शुरू हो गया है। कभी भी अधिकारी जाखल शहर का निरीक्षण कर सकते है। इससे पूर्व शहरवासियों से फीडबैक लिया जा रहा है। लेकिन यहां भी जाखलवासी पीछे हैं। जाखल से 699 लोगों ने ही अभी तक फीडबैक दिया है। ऐसे में यहां के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा हो रहा है। यहां के अधिकारी बजट न होने के कारण सफाई व्यवस्था सुधर नहीं सकती। लेकिन वो अपने स्तर पर लोगों से फीडबैक तो ले सकते थे। लेकिन यहां पर भी ऐसा कुछ नहीं है। सीधे तौर पर यहां पर काम करने वाली टीम पर ही सवाल खड़ा हो रहा है। वही शहरवासियों की माने तो उन्हें जानकारी तक नहीं है कि स्वच्छ सर्वेक्षण है क्या। ऐसे में शहरवासी कैसे फीडबैक देंगे।
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नंबर गेम
6000 अंक निर्धारित है स्वच्छ सर्वेक्षण में
1500 अंक मिलते हैं शहरवासियों के फीडबैक के आधार पर
4 नंबर पर टोहाना और पांचवे नंबर पर फतेहाबाद रहा था गत वर्ष प्रदेश में
26 वां स्थान टोहाना तथा 27वां स्थान फतेहबाद को मिला था देश में
699 लोगों ने ही जाखल से फीडबैक दिया है
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तीन सालों के स्वच्छ सर्वेक्षण का यह रहा परिणाम
शहर 2020 2019 2018
फतेहाबाद : 27 177 191
टोहाना 26 329 289
भूना 105 399 172
रतिया 137 984 572
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शहर एप पोर्टल कॉल कर कुल फीडबैक
भूना 6131 8 3 6139
फतेहाबाद 12256 141 3 12400
जाखल 559 140 0 699
रतिया 7390 331 0 7721
टोहाना 6714 88 2 6802
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हमारी तैयारी पूरी है। टीम कभी भी आ सकती है। उम्मीद है कि इस सप्ताह एक दो शहरों का सर्वे हो सकता है। टीम कब आएगी इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। टीम आने के बाद सूचना मिलती है। सर्वे वो अपने स्तर पर करते है। सभी शहरों में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के आदेश दे दिए है।
कुमार सौरभ, इंचार्ज स्वच्छ भारत मिशन फतेहाबाद।