मनरेगा मजदूरों का सहारा बना सिचाई विभाग
संवाद सूत्र जाखल कोरोना महामारी के कारण बेरोजगारी बढ़ी है। गांवों में मजदूर बेका
संवाद सूत्र, जाखल :
कोरोना महामारी के कारण बेरोजगारी बढ़ी है। गांवों में मजदूर बेकार बैठे हैं। शहरों से पलायन कर अपने गांव लौटे मजदूरों को मनरेगा का सहारा तो मिला, लेकिन गांवों में मनरेगा के कार्य सीमित है। ऐसे में अब मनरेगा के तहत मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सिचाई विभाग जहां एक मात्र सहारा है। सिचाई विभाग द्वारा टोहाना उपमंडल से लेकर चांदपुरा सब डिवीजन तक दर्जन भर गांवों के मजदूरों को कार्य दिया जा रहा है। सिचाई विभाग के तहत जाखल क्षेत्र से भाखड़ा नहर निकलती है यहां पर भाखड़ा के अंदर व इसके किनारों की साफ सफाई का कार्य मनरेगा मजदूरों को मिलता ही रहता है।
वहीं, मनरेगा एबीपीओ संदीप कुमार ने बताया की उप तहसील जाखल के अंतर्गत ग्राम पंचायतों द्वारा अपने गांव के मनरेगा मजदूरों को गांव में बने जोहड़, गांव की साफ सफाई, सड़कों के किनारे की साफ-सफाई, सहित खेतों में जाने वाले कच्चे रास्तों •ापर मिट्टी के अभी डलवाने का कार्य लगातार उपलब्ध करवाया जाता है। मजदूरों को इसका भुगतान पंचायतों के माध्यम से ही किया जाएगा। गरीब कल्याण रोजगार योजना के तहत मनरेगा के मजदूरों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे है। ग्राम पंचायत चांदपुरा, सिधानी, मुंदलिया, साधनवास, तलवाड़ी, तलवाड़ा, शकरपुरा, मामूपुर चुहड़पुर, रताथेह, मूसा खेड़ा, म्योंद कलां, म्योंद खुर्द इत्यादि दर्जनों ग्राम पंचायतों में मजदूर इन दिनों मनरेगा के तहत भाखड़ा के लिए कार्य कर रहे है। गांव चांदपुरा के मनरेगा मेट देशराज व गुरजंट सिंह ने संयुक्त रूप से बताया की गांव चांदपुरा के समीप से गुजर रही घग्गर नदी के साइफन के आगे बंसी इत्यादि काटने का वर्तमान में कार्य चल रहा है। मनरेगा मेट देशराज व रामचंद्र ने संयुक्त रूप से बताया की एबीपीओ संदीप कुमार के तत्वावधान में क्षेत्र से गुजरने वाली भाखड़ा नहर पर साफ सफाई का कार्य लगभग चलता ही रहता है। इसके लिए मनरेगा के मजदूरों का सहारा लिया जा रहा है। इससे बेरोजगार मजदूरों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है।
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बनाई जाए व्यवस्था, तो कई मजदूर हो सकते है लाभांवित: संदीप
मनरेगा एबीपीओ संदीप कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में सिचाई विभाग के पास हर जगह काम है। इसके लिए मजदूरों की आवश्यकता है। बारिश को ध्यान में रखते हुए मजदूरों के माध्यम से कराए जाने वाले कार्यों का सर्वे भी कराया गया है। भाखड़ा किनारे की सफाई के लिए ग्राम पंचायतों से कई गांव के मनरेगा मजदूर लगे है। जहां के मजदूरों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाते रहे हैं क्षेत्र में सबको 100 दिन गारंटी रोजगार उपलब्ध करवाया जाता है।
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बरसात से पहले भाखड़ा नहर की पटरी, भाखड़ा नहर के अंदर उगी घास, रंगोली नाले व इनके तटबंध दो इत्यादि पर मनरेगा के तहत कार्य दिया जाता है। इससे क्षेत्र में संभावित बाढ़ से भी बचाव रहेगा। जबकि यह काम कराए जाने से जरूरतमंद लोगों को भी रोजगार मिला है।
- पवन कुमार नैन, जेई, सिचाई विभाग