नरमे की बिजाई का आखिरी चरण शुरू, जल्द करें बीजाई
जागरण संवाददाता फतेहाबाद नरमे का भाव आसमान छू रहा है। बेशक गत वर्ष नरमे का औसत
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
नरमे का भाव आसमान छू रहा है। बेशक गत वर्ष नरमे का औसत उत्पादन बहुत कम रहा हो, लेकिन किसानों का नरमे के प्रति क्रेज कम नहीं हो रहा। इसकी वजह है किस भाव। अब नरमे का अधिकतम भाव 13 हजार प्रति क्विंटल तक चल रहा है। ऐसे में किसान बड़े चाव से नरमा लगा रहे है। अब तक जिले में 60 हजार हेक्टेयर में नरमा की बुवाई की जा चुकी है। कृषि विभाग के अनुसार 25 मई तक किसान पछेती किस्म का नरमे की बुवाई कर सकते है। ऐसे में आगामी 8 दिनों में यह रकबा और बढ़ने वाला है। जिन किसानों ने अभी तक नरमे की बिजाई नहीं की है। वे समय रहते बिजाई करते अधिक पैदावार ले सकते है।
कृषि विभाग के अनुसार किसान नरमे की बिजाई करने की बजाए उसे मंडेर बनाकर बीज लगाए। इससे नरमा जल्द की फुटाव लेगा। पौधे भी कम खराब होंगे। ऐसे में किसान कुल बनाकर मंडेर पर ही नरमे की रोपाई करें। किसान इन बातों का ध्यान रखकर करें नरमें की बिजाई
किसान अपने खेत में नरमे का बीज का चुनाव जमीन व पानी के अनुसार ही करें। बीटी काटन की कुछ किस्में हल्के पानी व हल्की मिट्टी में बढि़या पैदावार नहीं देती। कृषि विभाग व विश्वविद्यालय द्वारा सिफारिश की गई किस्मों का चयन कर लें। किसान नरमे की फसल को उचित नमी में लगाए। इससे पहले खेत की गहरी जुताई करें। बिजाई किसान ट्रैक्टर की बजाए बैलों से करवाए तो अधिक फायदा मिलता है। बैलेंस फर्टिलाइजर व पोषक तत्व सही समय दें। नरमे में पोटाश बेहद जरूरी है। खेत में पौधों की संख्या एक अनुसार रखें। ऐसा न हो की खेत में कहीं ज्यादा पौधे हो ओर कहीं न बराबर। पहला पानी जितना हो सके देरी से दें। इससे पौधे की जड़ अधिक गहराई तक जाएगी, उसकी जड़ जितनी गहरी होगी पौधा उतना ही अच्छे से बढ़वार लेगा।