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छह साल बाद ट्रैफिक लाइट में लौटेगा सिग्नल, अधिकारियों से मिली मंजूरी

जागरण संवाददाता फतेहाबाद आंबेडकर चौक पर शहर में लगाई गई एकमात्र ट्रैफिक लाइट

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Nov 2020 07:05 AM (IST)Updated: Thu, 05 Nov 2020 07:05 AM (IST)
छह साल बाद ट्रैफिक लाइट में लौटेगा सिग्नल, अधिकारियों से मिली मंजूरी
छह साल बाद ट्रैफिक लाइट में लौटेगा सिग्नल, अधिकारियों से मिली मंजूरी

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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आंबेडकर चौक पर शहर में लगाई गई एकमात्र ट्रैफिक लाइट पिछले छह सालों से खराब है। इस लाइट में सिग्नल लाने के लिए अधिकारियों को छह साल लग गए। लेकिन अब उम्मीद बंधी है कि यह काम आने वाले एक महीने में शुरू हो जाएगा। अगर इस साल यह काम पूरा हो जाता है तो शहरवासियों व पुलिस विभाग को बड़ी राहत मिलेगी। पुलिस कर्मचारियों को यहां पर ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए पुलिस कर्मचारियों को तैनात किया जा रहा है।

आंबेडकर चौक पर लगाई गई एक मात्र लालबत्ती पिछले छह सालों से खराब पड़ी है। करीब दो महीने पहले डीसी ने नगरपरिषद को आदेश दिए थे कि इस लालबत्ती को ठीक करवाए। इसके लिए टेंडर भी लगाए गए। चार बार टेंडर लगने के बाद कोई भी एजेंसी नहीं आई तो इसका जिम्मा लोकनिर्माण विभाग को दिया गया। लोकनिर्माण विभाग ने 17 लाख रुपये का एस्टिमेट बनाकर दे दिया। करीब डेढ़ महीने पहले पहले नप ने यह राशि भी दे दी। लेकिन लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी भी सुस्त हो गए है थे। दो बार रिमाइंडर भेजने के बाद अब उच्चाधिकारियों द्वारा इसकी अनुमति मिल गई है। अगले कुछ दिनों में टेंडर लगा दिया जाएगा। जिसके बाद काम शुरू हो जाएगा।

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आंबेडकर चौक पर 2009 में लगाई गई थी लालबत्ती

आंबेडकर चौक को तोड़कर 2009 में लालबत्ती लगाई गई थी। शहर में बढ़ते वाहनों की संख्या को कंट्रोल में करने के लिए यह फैसला लिया गया था। लेकिन 2014 से इस लालबत्ती को पूरी तरह खराब घोषित कर दी गई। इसके बाद ना तो नप ने कोई सुध ली और ना ही जिला प्रशासन ने कोई कदम उठया। इस लालबत्ती को ठीक करवाने के लिए नप ने पांच लाख रुपये तक खर्च कर दिए थे। इंजीनियर भी मुम्बई से बुलाये गए थे। लेकिन वायरिग ठीक न होने के कारण इंजीनियर भी ठीक नहीं कर पाए।

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पुलिस संभाल रही है व्यवस्था

पिछले छह सालों से ट्रैफिक लाइट खराब होने पर पुलिस कर्मचारी इसका जिम्मा संभाल रहे है। सुबह 7 बजे से लेकर रात 8 बजे तक यहां पर पुलिस कर्मचारी तैनात रहते है ताकि ट्रैफिक व्यवस्था ना बिगड़े। लेकिन रात को सड़क हादसे हो रहे है। 29 अक्टूबर को तेज गति कार ने स्कूटी सवार को टक्कर मार दी थी। जिससे एक की मौत भी हो गई थी। अगर ट्रैफिक लाइट होती तो इसकी जांच बच सकती थी।

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नगरपरिषद के रुपये मिलने के बाद हमारे विभाग से अनुमति लेनी जरूरी है। गुरुग्राम से अधिकारियों ने अनुमति दे दी है। अब अगले कुछ दिनों में टेंडर लगा दिया जाएगा। उम्मीद है कि इस साल यह ट्रैफिक लाइट लगा दी जाएगी।

सत्यवान गिल

एसडीओ लोक निर्माण विभाग इलेक्ट्रिकल


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