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सेना में लगाने के लिए हड़पे थे सात लाख रुपये, नामजद आरोपित को पुलिस ने लिया प्रोडेक्शन वारंट पर

संवाद सूत्र रतिया सदर थाना पुलिस द्वारा सेना में भर्ती करवाने के मामले में दो चचेरे भाइयों

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Jan 2022 11:14 PM (IST)Updated: Wed, 19 Jan 2022 11:14 PM (IST)
सेना में लगाने के लिए हड़पे थे सात लाख रुपये, नामजद आरोपित को पुलिस ने लिया प्रोडेक्शन वारंट पर
सेना में लगाने के लिए हड़पे थे सात लाख रुपये, नामजद आरोपित को पुलिस ने लिया प्रोडेक्शन वारंट पर

संवाद सूत्र, रतिया :

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सदर थाना पुलिस द्वारा सेना में भर्ती करवाने के मामले में दो चचेरे भाइयों से करीब सात लाख रुपये हड़पने के मामले में नामजद किए गए आरोपित गांव जल्लोपुर निवासी रमेश उर्फ महेशी को फिरोजपुर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लिया है। आरोपित को पुलिस अदालत में पेश किया। इसके बाद आरोपित की पुलिस रिमांड पर उसकी निशानदेही पर ही दिल्ली में दबिश देकर उपरोक्त ठगी में शामिल रितु नामक महिला को भी गिरफ्तार किया है। पंजाब की जेल से लाया गया आरोपी पिछले काफी समय से नशीली गोलियों के मामले पंजाब पुलिस की पकड़ में था और जेल में बंद था। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को देर रात्रि को ही अदालत में पेश कर जेल में भेज दिया है। इस मामले को लेकर पुलिस पहले भी एक आरोपी गुरमंगत को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि एक अन्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। उल्लेखनीय है कि सदर थाना पुलिस ने भूना क्षेत्र के गांव टिब्बी निवासी तेजपाल की शिकायत पर नामित युवक कृष्ण, महेशी व गुरमंगत के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस दौरान शिकायतकर्ता ने मामला दर्ज करवाते हुए पुलिस को बताया था कि वर्ष 2017 में गांव धोलू का कृष्ण व महेशी उसके पास आए और उन्होंने बताया कि अगर वह सेना में भर्ती

होना चाहता है तो उसके साथ गांव जल्लोपुर में चलो, उनका वहां परिचित एक व्यक्ति है, जिसका नाम गुरमंगत है और उसके साथ ही इस भर्ती को लेकर सेटिग करवा देंगे। शिकायतकर्ता ने बताया था कि वह अपने चाचा सत्य नारायण व उसके बेटे विक्रम के साथ अपने पूरे दस्तावेज लेकर गांव जल्लोपुर चला गया और वहां पर गुरमंगत अपने घर पर मौजूद था। इस दौरान उसने उसे तथा उसके चाचा के लड़के विक्रम को सेना में भर्ती करवाने की एवज में सात लाख रुपए की मांग की और कहा था कि आधे पैसे अभी दे दो और आधे पैसे नौकरी लगने के बाद दे देना। उन्होंने बताया कि 10 जून 2017 को वह तथा उसका चाचा चार लाख रुपए उसके घर में

देने के लिए गए तो वहां पर कृष्ण व महेशी और गुरमंगत मिले और इस दौरान उन्होंने चार लाख रुपयों के साथ-साथ दोनों के सर्टिफिकेट गुरमंगत को दे दिए थे। उन्होंने शिकायत में आगे बताया था कि इसके उपरांत वह करीब छह माह तक इंतजार करते रहे और जब उनसे नौकरी लगवाने के बारे में बात की तो उन्होंने

बताया कि जब भी सेना की भर्ती आएगी, आपको नौकरी लगवा देंगे, लेकिन अभी आप को अढ़ाई लाख रुपये और देने होंगे, जो बड़े अफसरों को देने हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद 16 सितंबर 2018 को फिर से उन्हें उपरोक्त राशि दे दी और इसकी एवज में उन्होंने 25 फरवरी 2020 को एक ज्वाइनिग लेटर दे दिया और

बताया कि दूसरे भाई का भी ज्वाइंनिग लेटर एक सप्ताह बाद आ जाएगा। पुलिस ने उपरोक्त शिकायत के आधार पर तीनों नामित आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए सर्वप्रथम गुरमंगत को गिरफ्तार किया तो उसने ही दिल्ली की एक महिला रितु का नाम भी इस ठगी में शामिल होने की बात रखी थी, जिसके पश्चात पुलिस ने महिला को भी आरोपी मानते हुए महेशी की निशानदेही पर उसे भी गिरफ्तार कर लिया और उसे जेल भेज दिया।


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