जाखल जंक्शन मुख्य ट्रेनें बंद होने से रेलवे वेंडर्स व यात्री परेशान
संवाद सूत्र जाखल जाखल जंक्शन हरियाणा पंजाब सीमा पर स्थित एक महत्वपूर्ण केंद्र है। जहां से सै
संवाद सूत्र, जाखल : जाखल जंक्शन हरियाणा पंजाब सीमा पर स्थित एक महत्वपूर्ण केंद्र है। जहां से सैकड़ों यात्री चलने वाली अनेक एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों में आवाजाही करते हैं। इससे जंक्शन पर हर समय हजारों यात्रियों का तांता लगा रहता है। परंतु कोरोना काल से बंद पड़ी कई मुख्य ट्रेनों के कारण जहां यात्री परेशान हो रहे हैं, वही स्टेशन पर काम करने वाले खानपान वेंडरों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यात्रियों को अपना खाने पीने का समान बेच कर अपना भरण-पोषण व अपना परिवार चलाते हैं। इससे आमजन को जंक्शन पर खाने का सामान मिल जाता है। इससे रेलवे को भी राजस्व मिलता है। परंतु वहीं रेलवे स्टेशन पर काफी समय से बंद पड़ी मुख्य ट्रेनों के कारण रेलवे खानपान वेंडरों को भारी परेशानी हो रही है। वेंडर बोले सरकार ले उनकी सुध :
स्टेशन पर खानपान वेंडर का काम करने वाले राजेश कुमार, संजय कुमार, सुरेश कुमार, कृष्ण कुमार, रिकू, जोनी, जयसिंह व बंटी आदि रेलवे खानपान वेंडरो ने बताया कि वे रेलवे स्टेशन पर खानपान का कार्य करके अपना और अपने परिवार का अच्छा गुजर-बसर करते हैं। लेकिन कोरोना काल से यह मुख्य ट्रैने बंद पड़ी है अभी तक रेलवे प्रशासन के द्वारा इन्हें दोबारा से चलाने की जहमत ही नहीं उठाई। जहां रेलवे वेंडर परेशान है। वही सीजन में आने वाले प्रवासी मजदूरों सहित अनेक यात्रियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस समय स्टेशन पर बंद अधिकतर कई एक्सप्रेस व दिल्ली- फिरोजपुर की पैसेंजर ट्रेनों के बंद होने पर उन्हें भारी आर्थिक हानि पहुंच रही है। वहीं काम न होने के कारण वे भारी आर्थिक तंगी में भी तंग हैं। ये है मुख्य बंद ट्रेनें
- दिल्ली फिरोजपुर पैसेंजर।
- फिरोजपुर से दिल्ली पैसेंजर।
- जनता एक्सप्रेस मुंबई से फिरोजपुर
- जनता एक्सप्रेस फिरोजपुर से मुंबई
- शताब्दी एक्सप्रेस नई दिल्ली से बठिडा
-शताब्दी एक्सप्रेस बठिडा से नई दिल्ली
-तूफान आभा एक्सप्रेस गंगानगर से हावडा
- तूफान आभा एक्सप्रेस हावड़ा से गंगानगर शहर की संस्थाओं ने रेलवे मंत्री को भेजे पत्र :
जाखल क्षेत्र की प्रमुख संस्थाएं श्री राम शरणम् से सुरेश कुमार, आढ़त एसोसिएशन से सतीश भोला, सुरेश गर्ग, ऋषभ जैन, किरण शर्मा, समाज सेवी जितेन्द्र शर्मा, समाज सेवी आशीष बसल, विक्की डोरा, रवि सपडा व अन्य समाज के प्रमुख लोगों ने कहा की प्रमुख ट्रेनें जंक्शन की एक धूरी का काम करती हैं। इस समय धान के सीजन के समय लाखों प्रवासी कामगारों का आना जाना होता है। प्रमुख ट्रेनों के बंद होने के कारण जहां यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है वहीं रेलवे प्रशासन को भी करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा इसके लिए उन्होंने रेलवे मंत्री को पत्र भेजकर ट्रेन चलाने की मांग की है।