चलती बस पर गिरा रेलवे फाटक का बैरियर, सवारियों ने भाग कर बचाई जान
संवाद सूत्र भट्टूकलां भट्टूमंडी के रेलवे फाटक सी 122 पर सवारियों से भरी बस पर फाटक क
संवाद सूत्र, भट्टूकलां : भट्टूमंडी के रेलवे फाटक सी 122 पर सवारियों से भरी बस पर फाटक का बैरियर गिर गया। यह बैरियर रेलवे र्लानों की हाई वोल्टेज तारों से भी छू गया। तार से बैरियर के टकराने के बाद चिगारियां निकली,ं इसके बाद सवारियां भाग कर नीचे उतर गई जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। घटना के बाद रेवाड़ी से चलकर फाजिल्का जाने वाली सवारी रेलगाड़ी करीब डेढ़ घंटे तक आउटर पर खड़ी रही। इस हादसे की सूचना स्टेशन मास्टर वासुदेव भगत ने उच्चाधिकारियों को दी। जिस पर तकनीकी अधिकारियों ने मौके पर आकर बिजली सप्लाई को डिस्चार्ज कर बस को लाइनों के बीच से हटवाया। इसके बाद सवारी गाड़ी को अपने गंतव्य की ओर रवाना किया गया।
मंगलवार सुबह गांव रामसरा से रोडवेज बस सवारियां भर कर फतेहाबाद जा रही थी। भट्टूमंडी में रेलवे फाटक क्रास करते समय फाटक का बैरियर टूट कर बस पर गिर गया। यह बैरियर रेलवे लाइन की 25 हजार हाई वोल्टेज तार से छू गया। जिससे चिगारियां निकलने लगीं। चिगारियां देख सवारियों में अफरा-तफरी बच गई और सवारियां बस से नीचे उतर गई। इस हादसे के कारण बस फाटक के बीच ही रूक गई। इसके बाद गाड़ियों का आवागमन बंद करवा दिया गया। रेवाड़ी से चल कर फाजिल्का जाने वाली 54784 सवारी रेलगाड़ी करीब को डेढ़ घंटे तक आउटर पर ही रोके रखा। बिजली सप्लाई बंद होने के बावजूद भी इस लाईन में करीब 3000 वोल्टेज का करंट रह जाता है। जिसे डिस्चार्ज करना पड़ता है। करंट डिस्चार्ज होने के बाद बस को हटवाया गया। बस चालक राजेश कुमार ने बताया कि बस में करीब 70 सवारियां थीं। बस को रेलवे फाटक को क्रास करते समय फाटक का बैरियर टूट कर बस पर गिर गया। रेलवे विभाग के गेट मेन सुमित ने बताया कि किसान एक्सप्रेस गाड़ी के जाने के बाद फाटक खुलते ही वाहनों का आवागमन शुरू हो गया। फाटक सही प्रकार से पूरा खुला हुआ था। बस के बैरियर से टकराने की आवाज के बाद वह कमरे से बाहर आया और घटना की सूचना स्टेशन मास्टर को दी। इस बारे में स्टेशन मास्टर वासुदेव भगत ने कहा कि हादसे की सूचना मिलते ही उन्होंने उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया था। बिजली सप्लाई को डिस्चार्ज कर बस को हटाकर गाडि़यों को आवागमन शुरू करवा दिया गया है। इस घटना में रेवाड़ी फाजिल्का गाड़ी करीब डेढ़ घंटे तक आउटर सिग्नल पर ही खड़ी रही। सोमवार को भी हुआ था हादसा, विभाग ने नहीं लिया सबक
करीब 15 दिन पहले इसी फाटक का एक साइड का बैरियल खुल गया था, लेकिन दूसरी साइड का बैरियर जोकि इस बस पर गिरा है, फाटक खुलने के बाद बंद ही रह गया। जिसे काफी देर बाद लोगों ने अपने हाथों से उठा कर अपने वाहन निकाले थे। इतना ही नही गत सांय सोमवार सांय करीब साढ़े आठ बजे यही बेरियल एक टाटा एस के उपर लदे चारपाई से टकरा कर मुड़ गया था। जिसे बाद में रेलवे के अधिकारियों व गणमान्य लोगों ने पंचायती तौर पर समझौता कर मामले को सुलझा दिया था। करीब 12 घंटे बाद ही यह हादसा अब दोबारा हो गया। रेलवे कर्मचारी इस कमजोर बैरियर की बार बार मरम्मत कर चलाने की कोशिश कर रहे है।