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नौकरी दिलवाने का झांसा देकर दंपती ने नौ लोगों से ठगे 34 लाख

संवाद सूत्र भूना सरकारी विभागों में नौकरी दिलवाने के नाम पर एक दंपती ने खजूरी जाटी गांव

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 10:36 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 10:36 PM (IST)
नौकरी दिलवाने का झांसा देकर दंपती ने नौ लोगों से ठगे  34 लाख
नौकरी दिलवाने का झांसा देकर दंपती ने नौ लोगों से ठगे 34 लाख

संवाद सूत्र, भूना :

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सरकारी विभागों में नौकरी दिलवाने के नाम पर एक दंपती ने खजूरी जाटी गांव व आसपास के लोगों से 34 लाख की जालसाजी का मामला सामने आया है। हिसार के सेक्टर 13 निवासी उपरोक्त दंपती ने भिवानी, फतेहाबाद व हिसार की अदालतों में क्लर्क तथा चपरासी के साथ-साथ अग्रोहा मेडिकल कालेज में तथा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी दिलवाने का झांसा पीड़ित लोगों को दिया है। इतना ही नहीं आरोपित दंपती ने अपने आप को नितिन गडकरी व सावित्री जिदल का नजदीकी भी बताया है। जिसकी एवज में लोगों का विश्वास जीतने के बाद उपरोक्त दंपति ने अनेक लोगों को 34 लाख रुपये की चपत लगा दी है । भूना पुलिस ने खजूरी जाटी निवासी सीताराम पुत्र रामस्वरूप की शिकायत पर दंपती के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करके जांच कार्रवाई शुरू कर दी है।

पुलिस को दी शिकायत में खजूरी जाति निवासी सीताराम पुत्र रामस्वरूप ने बताया कि फेसबुक के माध्यम से उसकी मुलाकात मूल रूप से हिसार जिले के लांधड़ी एवं हाल आबाद हिसार के सेक्टर 13 निवासी भावना पत्नी प्रमोद से हुई। जो कि उसके दूर के रिश्तेदारी में जुड़ी हुई है। उपरोक्त भावना खाराखेड़ी के एक निजी स्कूल में अध्यापिका के पद पर कार्यरत है जबकि शिकायतकर्ता का भांजा भी इस स्कूल का विद्यार्थी है। ऐसे में एक बार शिकायतकर्ता सीताराम अपने भांजा को लेने स्कूल गया तो उसकी मुलाकात भावना से हुई । भावना ने सीता राम को बताया कि वह सावित्री जिदल की करीबी है जबकि नितिन गडकरी से भी अच्छे लिक हैं जिसके दम पर वह जरूरतमंद लोगों को सरकारी विभागों में नौकरियां दिलवाने का कार्य करती है। हालांकि शिकायतकर्ता को उस पर विश्वास नहीं हुआ लेकिन बार-बार फोन करने के पर सीताराम भावना की बातों में आ गया और भावना ने कहा कि नौकरी ना मिलने पर सारा पैसा वापस होगा ।

इन लोगों ने दिए रुपये :

जिसके बाद शिकायतकर्ता सीताराम के कहने पर मताना निवासी भावना पत्नी अमित कुमार ने स्टेट बैंक आफ इंडिया में पीओ आफिसर की नौकरी के नाम पर नौ लाख नकदी के रूप में उपरोक्त महिला को सौंप दिए। जिनमें से आठ लाख नौकरी के नाम पर तथा एक लाख फर्जी परीक्षार्थी बिठाकर परीक्षा उत्तीर्ण करने के नाम पर दिए गए । इतना ही नहीं धांगड़ निवासी जय सिंह पुत्र विजय सिंह ने फतेहाबाद की अदालत में चपरासी की नौकरी के नाम पर 3.5 लाख भावना को सौंप दिए । जबकि उपरोक्त महिला ने खजूरी जाटी निवासी पप्पू से उसके बेटे संदीप को अदालत में चपरासी की नौकरी दिलवाने के नाम पर दो लाख तथा दूसरे बेटे विक्रम को कृषि विभाग में एलसीडी की नौकरी लगवाने के नाम पर तीन लाख ऐंठ लिए। शिकायतकर्ता के बहनोई सुरजीत सिंह निवासी सीसवाल जिला हिसार से भी उसके भाई सुंदर को हिसार अदालत में चपरासी पद पर नौकरी दिलवाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए लिए है।जबकि शिकायतकर्ता सीताराम से भी उसके चचेरे भाई अनिल को फतेहाबाद कोर्ट में चपरासी पद पर नौकरी दिलवाने के नाम पर तीन लाख रुपये दिए है। शिकायतकर्ता ने बताया कि झलनिया निवासी राजकुमारी से भी उसके पति प्रमोद को पंजाब नेशनल बैंक में क्लर्क के पद पर नौकरी दिलवाने के नाम पर सवा दो लाख वसूल लिए । जबकि कालवास निवासी विक्रम से भी कृषि विभाग में अकाउंटेंट की नौकरी दिलाने के नाम पर ढाई लाख रुपये तथा मोहम्दपुर रोही निवासी पप्पू से कृषि विभाग में अकाउंटेंट की नौकरी दिलवाने के नाम पर दो लाख 50 हजार तथा खजूरी जाति निवासी पूजा पुत्री पप्पू से कृषि विभाग में क्लर्क पद पर नौकरी दिलवाने के नाम पर दो लाख 28 हजार वसूल कर लिए। उपरोक्त जालसाजी नौ दिसंबर 2020 से 30 जनवरी 2021 के बीच हुई। शिकायतकर्ता ने दिलवाए रुपये, अब परेशान :

शिकायतकर्ता का आरोप है कि उपरोक्त सभी लोगों ने उस पर पर विश्वास करके अपनी सारी पूंजी भावना व उसके पति के हवाले कर दी कितु निर्धारित समय पर न तो भावना द्वारा उपरोक्त लोगों को नौकरी दिलवाई गई और ना ही पैसे वापस लौटाए। सीताराम का कहना है कि किसी की नौकरी नहीं लगी तो सभी रुपये 12 जुलाई 2021 तक ब्याज सहित लौटाने की बात कही। इसके बाद से बहानेबाजी जारी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


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