मेडिकल वेस्ट निस्तारण को लेकर अधिकारी गंभीर
जिले में मेडिकल वेस्ट के उचित निस्तारण को लेकर अधिकारी गंभीर हैं। कोरोना के मेडिकल वेस्ट से परेशानी न आए। इसको लेकर अधिकारी प्रयास कर रहे हैं। शुक्रवार को उपायुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ की अध्यक्षता में बायो मेडिकल कचरे का उपमंडल व पंचायत स्तर पर निपटान के लिए बैठक हुई।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
जिले में मेडिकल वेस्ट के उचित निस्तारण को लेकर अधिकारी गंभीर हैं। कोरोना के मेडिकल वेस्ट से परेशानी न आए। इसको लेकर अधिकारी प्रयास कर रहे हैं। शुक्रवार को उपायुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ की अध्यक्षता में बायो मेडिकल कचरे का उपमंडल व पंचायत स्तर पर निपटान के लिए बैठक हुई। बैठक में कोविड-19 के बायो मेडिकल कचरे को किस प्रकार से ग्राम पंचायत स्तर पर निपटान करवाना है, इस विषय में गहन विचार-विमर्श किया गया। उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग व पंचायत विभाग को निर्देश दिए कि वे गांवों में यह सुनिश्चित करें कि कोविड-19 वैक्सीनेशन सहित दूसरे बायो मेडिकल कचरे को खुले में न रखा जाए, उसका निपटान नियमित गाइडलाइन अनुसार किया जाए।
स्वास्थ्य विभाग से कहा कि जिस कम्पनी को बायो मेडिकल कचरे के निपटान का टेंडर दिया गया है, वह कम्पनी यह सुनिश्चित करें कि जिला के हर गांव व शहर से बायो मेडिकल वेस्ट उठाएं। उपायुक्त ने कहा कि बायो मेडिकल वेस्ट किसी भी हालत में खुले में न फेंका जाए। कोविड महामारी में बायो मेडिकल वेस्ट प्रबंधन एक चुनौती जरूर है। स्वास्थ्य विभाग को इसमें गहन विचार विमर्श करना होगा और वेस्ट का निस्तारण सही तरीके से करवाया जाना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शहरों में स्थानीय निकाय तथा गांवों में पंचायत विभाग के अधिकारी विशेष ध्यान देकर कोविड-19 बायो मेडिकल वेस्ट का उठान करवाना सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि बायो मेडिकल वेस्ट व अन्य दूसरे कूडे कचरे को अलग-अलग ढंग से उठवाना सुनिश्चित करें। इस बारे संबंधित अधिकारी आमजन मानस को भी जागरूक करें।
बैठक में एसडीएम कुलभूषण बंसल, सुरेन्द्र सिंह बेनीवाल, नवीन कुमार, सीटीएम अंकिता वर्मा, सीएमओ डा. मनीष बंसल, डीडीपीओ बलजीत सिंह चहल, बीडीपीओ विनय प्रताप सिंह सहित संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।