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होली पर्व पर पानी की सप्लाई नहीं मिलेगी अधिक, 80 लाख में ही सिमट गया रंगों का कारोबार

जागरण संवाददाता फतेहाबाद होली के दिन पानी की खपत अधिक होती है लिहाजा जनस्वास्थ्य विभा

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Mar 2020 12:13 AM (IST)Updated: Tue, 10 Mar 2020 06:13 AM (IST)
होली पर्व पर पानी की सप्लाई नहीं मिलेगी अधिक, 80 लाख में ही सिमट गया रंगों का कारोबार
होली पर्व पर पानी की सप्लाई नहीं मिलेगी अधिक, 80 लाख में ही सिमट गया रंगों का कारोबार

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद: होली के दिन पानी की खपत अधिक होती है लिहाजा जनस्वास्थ्य विभाग अब हर वार्ड में दस मिनट अतिरिक्त पानी की सप्लाई देता रहा है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। शहर में जनस्वास्थ्य विभाग पानी की सप्लाई अधिक नहीं करेगा। यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि पानी की बचत हो। इसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने पहले ही कह दिया था कि होली पर्व पर पानी की बर्बादी न करें। अब शहर में प्रत्येक वार्ड में 20 मिनट पानी की सप्लाई की जाती है।

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कोरोना ने बेरंग कर दिया पर्व

होली व दीपावली पर्व पर दुकानदार लाखों रुपये का कारोबार करता है। लेकिन इस बार की होली तो नुकसान देकर जा रही है। दुकानदार हैरान है कि ऐसी मंदी तो पहले कभी नहीं देखी। कोराना वायरस का असर है कि लोग रंग खरीदने के लिए नहीं आ रहे है। पिछले साल रंगों के बाजार में 1 करोड़ 50 लाख रुपये का कारोबार हुआ था। लेकिन इस बार तो यह बाजार 80 लाख रुपये में ही सिमट गया है। ऐसे में 70 लाख रुपये का नुकसान दुकानदारों को उठाना पड़ रहा है। दुकानदारों ने कमाई तो की नहीं बल्कि नुकसान अधिक उठाना पड़ रहा है। हर दुकानदार के पास 30 से लेकर 1 लाख रुपये तक का सामान बच गया है। यह बिकने वाला भी नहीं है। ऐसा सामान है कि दुकानदार रूटीन में बेच भी नहीं सकते।

होली पर्व पर इस बार मंदी का अंदाजा पहले ही लगाया जा रहा था। चाइना से माल न आने के कारण भारत में निर्मित माल महंगा था और दुकानदारों ने खरीदा भी कम था। कोरोना वायरस का डर लोगों में ऐसा बैठा कि रंगों से दूर रहना ही सही समझा।

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छोटे दुकानदार को लगा गया 50 से लेकर एक लाख रुपये तक का चूना

फतेहाबाद शहर में फव्वारा चौक पर दुकान लगाने वाले दुकानदार रमेश, बलवंत सिंह, सुरेश कुमार, महेश ने बताया कि ऐसी होली कभी नहीं देखी। मंदी इतनी है कि पिछले दो दिनों से खाली पड़ा है। उन्होंने 50 हजार से लेकर एक लाख रुपये का सामान खरीदा था। उन्होंने बताया कि अब तो समय भी खत्म हो गई कि यह माल बिक जाए। बाजार में खरीदारी करने भी लोग कम आए। इसका कारण कोरोना वायरस का डर ही है। जो माल बाजार में आया है वो केवल भारतीय है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने रुपये उधार लेकर यह सामान खरीदा था। अब रुपये कहां से देंगे।

-----------------------------------आंकड़ों पर एक नजर साल दर साल

वर्ष कारोबार (रुपये में)

2016 80 लाख

2017 90 लाख

2018 1 करोड़

2019 1.50 करोड़

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यह भी जानें

वर्ष चाइना सामान भारतीय सामान

2016 40 60

2017 55 45

2018 60 40

2019 70 30

यह आंकड़ा फीसद में है।

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पानी की बचत हर किसी को करनी चाहिए। अभी तो शेड्यूल में ऐसा नहीं है कि पानी की सप्लाई अधिक की जाएगी। अगर किसी की डिमांड या अधिकारियों के आदेश आते है तो देखा जाएगा।

ओमप्रकाश,

एसडीओ, जस्वास्थ्य विभाग, फतेहाबाद।


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