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ना तो फिजिशियन, ना ही एसएमओ मेडिकल करवाने आए, नवनियुक्त शिक्षकों ने किया हंगामा

जागरण संवाददाता फतेहाबाद हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन की तरफ से लगातार भर्ती के फा

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 11:04 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 11:04 PM (IST)
ना तो फिजिशियन, ना ही एसएमओ मेडिकल करवाने आए, नवनियुक्त शिक्षकों ने किया हंगामा
ना तो फिजिशियन, ना ही एसएमओ मेडिकल करवाने आए, नवनियुक्त शिक्षकों ने किया हंगामा

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन की तरफ से लगातार भर्ती के फाइनल परिणाम घोषित किए जा रहे हैं और नवचयनित को स्टेशन दिए जा रहे हैं। लेकिन नवचयनित कर्मचारियों को मेडिकल करवाने के लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं। शिक्षा विभाग की तरफ से जिले को अलॉट किए गए नवचयनित जेबीटी ने बृहस्पतिवार को सिविल अस्पताल में एसएमओ कार्यालय के बाहर हंगामा किया।

हंगामा कर रहे शिक्षकों ने आरोप लगाया कि पिछले चार घंटे से मेडिकल करवाने के लिए धक्के खा रहे हैं। सुबह एसएमओ डा.ओपी दहमीवाल ने फिजिशियन न होने का कहकर मेडिकल करने से इंकार कर दिया। जब मामला सीएमओ डा.मनीष बंसल के पास पहुंचा तो एनीथिसिया से मेडिकल करवाए गए। जब जेबीटी सभी टेस्ट करवाने के बाद एसएमओ के कार्यालय में फाइनल रिपोर्ट लेने के लिए पहुंचे तो डा.ओपी दहमीवाल अपने कार्यालय से गायब हो गए। इससे गुस्साए शिक्षकों ने हंगामा शुरू कर दिया।

हंगामा कर रहे जेबीटी व एसएमओ कार्यालय के बाहर खड़े चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के बीच काफी तू-तड़ाक भी हुई। करीब एक घंटे बाद पहुंचे एसएमओ के आने बाद जेबीटी का फाइनल मेडिकल हुआ।

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फिजिशियन रात को इमरजेंसी में, दिन में मरीज परेशान

अस्पताल प्रशासन की तरफ से बनाए गए इमरजेंसी रोस्टर पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। रात को इमरजेंसी में डयूटी करने वाले स्पेशलिस्ट अगले दिन छुट्टी ले रहे हैं। बृहस्पतिवार को भी सिविल अस्पताल में ये ही हालात थे। अस्पताल में दोनों फिजिशियन छुट्टी पर थे। इसके चलते मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। जबकि रात को डयूटी करने वाले डाक्टर को घंटे के ब्रेक के बाद चार घंटे के लिए डयूटी करना जरूरी होता है। रात को ड्यूटी करने वाले डाक्टर को अगले दिन छुट्टी तभी मिल सकती है जब उसने दिन व रात को डयूटी की हो। लेकिन यहां पर रात को डयूटी करने वाले डाक्टर अगले दिन ऑफ ले रहे हैं। इसका खामियाजा मरीजों को उठाना पड़ रहा है। जबकि फिजिशियन की ओपीडी रोजाना करीब 300 है।

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अस्पताल में फिजिशियन नहीं था उसकी रात को डयूटी थी। मेडिकल में फिजिशियन भी टेस्ट करता है। कुछ मेडिकल फिजिशियन को घर से बुलाकर करवाए गए और कुछ एनीथिसिया ने किए हैं। मैं कुछ समय के लिए गया था, फिर आ गया था और मैंने कर दिए थे। रात को डयूटी करने वाले स्पेशलिस्ट हैं अगले दिन क्यों नहीं आ रहे हैं, मैं कुछ नहीं कह सकता हूं।

- डा.ओपी दहमीवाल

वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी, फतेहाबाद

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इमरजेंसी में ड्यूटी लगाने का जिम्मा सिविल अस्पताल इंचार्ज के पास है। अस्पताल में डाक्टरों की कमी की वजह से दिक्कत आ रही है। बाकि मैं रोस्टर को सही तरीके से बनाने के बारे में इंचार्ज को निर्देश जारी करूंगा।

डा.मनीष बंसल

सिविल सर्जन, फतेहाबाद


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