प्रापर्टी सूचना पत्र में गलतियां, शहरवासियों को खाने पड़ रहे धक्के, कमर्शियल शुल्क तक लगा दिया
जागरण संवाददाता फतेहाबाद फतेहाबाद नगरपरिषद फतेहाबाद द्वारा वर्ष 2022-23 के लिए प्रापटी
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
फतेहाबाद नगरपरिषद फतेहाबाद द्वारा वर्ष 2022-23 के लिए प्रापर्टी टैक्स सूचना पत्र जारी किया गया है। जिसमें गलतियों की भरमार है। इन गलतियों को ठीक करवाने के लिए लोग नगरपरिषद कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर हो रहे हैं। जगजीवनपुरा, सुंदर नगर के लगभग सभी मकानों के स्थाई पते इस सूचना पत्र में गलत दर्ज किए गए हैं। कई पत्रों में मकान मालिक के नाम गलत लिखे गए हैं वहीं कई पत्रों में मकान नंबर तक गलत दिखाए जा रहे हैं। कोरोना संकट में एक तरफ जिला प्रशासन घरों के अंदर रहने की सलाह दे रहा है वहीं इन लोगों को नप कार्यालय में बुलाया जा रहा है।
दरअसल शहरवासियों की तरफ 31 करोड़ रुपये का हाउस टैक्स बकाया पड़ा है। ऐसे में इस हाउस टैक्स की वसूली के लिए एजेंसी को टेंडर दिया गया है। एजेंसी के संचालक डोर-टू-डोर जाकर लोगों को प्रापर्टी से संबंधित पत्र दे रहे है। ऐसे में एक महीने का समय भी दिया जा रहा है। लेकिन हर पत्र में गलतियां आ रही हैं। पुराना डाटा उठा लिया
एजेंसी ने नगरपरिषद से ही पूरा डाटा लिया है। ऐसे में पहले जो दर्ज था उसी के नाम भेजा जा रहा है। नियम के अनुसार पहले सर्वे करते और बाद में प्रापर्टी से संबंधित दस्तावेजों को ठीक किया जा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कई लोगों का घर जगजीवनपुरा में है तो उसे सुंदर नगर दिखा दिया गया है। हर पत्र में गलती आ रही है।
इन आंकड़ों पर डालें नजर
शहरवासियों की तरफ बकाया पड़ा प्रापर्टी टैक्स : 31 करोड़
शहरवासियों की तरफ बकाया पड़ा प्रापर्टी टैक्स : 15.50 करोड़
सरकारी विभाग की तरफ बकाया पड़ा प्रापर्टी टैक्स : 15.50 करोड़
शहर में यूनिट : 27 हजार
आवास : 16 हजार
प्लाट : 6 हजार
अन्य : 5 हजार
ये भी हैं: दुकानें, कमर्शियल जगह व सरकारी आवास।
प्रोग्रेसिव रेजीडेंस वेलफेयर एसोसिएशन भी आया आगे
एसोसिएशन सदस्य राजेन्द्र कुमार एडवोकट, हरभगवान मिगलानी, कृष्ण गिल्होत्रा, राजेश गिल्होत्रा, हेतराम सहारण, सुरेन्द्र जुनेजा, प्रवीन आनंद, महेंद्र धारनिया एडवोकेट, विनय गुप्ता, सचिव संजीव गेरा व प्रधान मोहन लाल नारंग ने कहा कि नगरपरिषद की तरफ से वर्ष 2022-23 के लिए प्रापर्टी टैक्स सूचना पत्र जारी किए गए हैं। इसमें लगभग सभी मुहल्लावासियों के मकान नंबर, स्थाई पता व कालोनी का नाम गलत दर्शाया गया है। अधिकतर लोगों के नामों की स्पेलिग में भी अशुद्धियां हैं अर्थात इसमें गलतियों की भरमार है। इसको ठीक करवाने के लिए लोग नगरपरिषद के चक्कर काट रहे हैं। करीब दो वर्ष पूर्व नगरपरिषद फतेहाबाद ने नगरपरिषद सीमा के अंदर मकानों, दुकानों, प्लाटों (प्रापर्टी) की सही जानकारी जुटाने के लिए राजस्थान की एक निजी फर्म को ठेका दिया था। उस निजी फर्म की जिम्मेवारी बनती थी कि सर्वे के दौरान प्रापर्टी धारकों के सारे कागजात, आइडी आदि देखकर फार्मों को सही ढंग से भरा जाए। नगरपरिषद ने उक्त सर्वे के लिए निजी फर्म को पब्लिक फंड से रकम अदा की। उक्त फर्म की गलती से अब लोगों को नगरपरिषद कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। अब लोगों को दोबारा कागजात जमा करवा पड़ रहे हैं।
कमर्शियल दरों के हिसाब से लगाया शुल्क
नगरपरिषद ने जगजीवनपुरा व सुंदर नगर के सभी मकानों पर कमर्शियल दरों के हिसाब से विकास शुल्क लगा दिया है। चाहे किसी मकान के नक्शे पास है या नहीं। इसी तरह कूड़ा कर्कट शुल्क भी लोगों को देना होगा। पिछले एक सप्ताह से लोग नप कार्यालय में चक्कर काट रहे है। ऐसे में एजेंसी संचालक इन प्रापर्टी सूचना पत्र में ठीक कर रहे है, लेकिन नप कार्यालय में धक्के खाने पड़ रहे है।
टेंडर एजेंसी को दिया गया है। अगर किसी को कोई दिक्कत है तो वो नप कार्यालय में आकर ठीक करवा सकते है। एक महीने का समय दिया गया है। ऐसे में जल्दबाजी ना करे। पहले जो रिकार्ड था वहीं उठाया गया है।
ऋषिकेश चौधरी, ईओ नगरपरिषद फतेहाबाद।