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मजबूरी की ड्यूटी से जोखिम में जान, कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान

हनीश जिदल कुलां टोहाना थाना क्षेत्र में कुलां पुलिस चौकी का संचालन विगत तीन दशक से उधार

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 12:08 AM (IST)Updated: Thu, 09 Jan 2020 12:08 AM (IST)
मजबूरी की ड्यूटी से जोखिम में जान, कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान
मजबूरी की ड्यूटी से जोखिम में जान, कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान

हनीश जिदल कुलां :

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टोहाना थाना क्षेत्र में कुलां पुलिस चौकी का संचालन विगत तीन दशक से उधार के भवन में किया जा रहा है। यह भवन इन दिनों पूरी तरह से जर्जर अवस्था में है। जिसके धराशाही होने का भय हर वक्त पुलिसकर्मियों को सताता है। लिहाजा चौकी में तैनात पुलिसकर्मी बारिश में स्वयं की सुरक्षा में ठौर ढूंढते रहते है। वहीं जगह के अभाव में इन कानून के रक्षकों को आवास की भी सुविधा सुलभ नहीं हो पा रही है। पुलिस प्रशासन भी इस पूरी स्थिति से भलीभांति वाकिफ है, परंतु चौकी के नवीन निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण न होने के कारणवश ये प्रक्रिया अधर में लटक रही है। स्थिति ये बनी है कि जगह के अभाव में इन पुलिस जवानों को यहां चौकी परिसर में लगे टीन शेड के तले ही टेबल कुर्सियां रखकर कार्य करना पड़ रहा है, वहीं रात्रि विश्राम को उन्हें आसपास निजी भवनों में शरण लेनी पड़ रही है। इससे उन्हें समस्या से जूझना पड़ रहा है। चारों दिशाओं में प्रमुख सड़क मार्गो के केंद्र में उग्रवादियों के समय दौरान कुलां में सड़क किनारे स्थित सार्वजनिक विभाग की जगह में चौकी स्थापित की गईं थीं। वर्ष 1992 में स्थापित ये चौकी आबादी के दृष्टि में महत्वपूर्ण है, परंतु भवन के अभाव में प्रभावहीन बनी हुई है। टोहाना थाना क्षेत्र का ये हिस्सा अपराध की दृष्टि से भी संवेदनशील माना जाता है। यहां पर हत्या, लूट, डकैती, चोरी जैसी घटनाओं का ग्राफ बढ़ रहा है। ऐसे में पुलिस प्रशासन के पास संसाधनों का अभाव चिता का विषय बना हुआ है। भवन की कमी के अलावा चौकी में स्वीकृत पदों के हिसाब से आधे पुलिसकर्मी ही सुरक्षा की बागडोर संभाले हुए हैं। भवन निर्माण के लिए शासन में भेजा गया प्रस्ताव अभी तक फाइलों में कैद है। ऐसे में पुलिस चौकी पर पुलिसकर्मियों की कमी एवं बदहाल भवन सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़ा किए हुए है।

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ये है चौकी की मौजूदा स्थिति

पुलिस चौकी में मिडल आकार के चार कमरे है। जिसमें एक चौकी प्रभारी कार्यालय तथा अन्य में एचएम कार्यालय, कम्प्यूटर कक्ष व स्टॉफ कक्ष के रूप में कार्य में लिया जाता है। जगह के अभाव में स्वयं चौकी इंचार्ज पास के निजी भवन में रात्रि विश्राम करते हैं, जबकि शेष सभी पुलिस के जवान चौकी परिसर में ही स्थित इन जर्जर हालत कमरों में रातें गुजारते है।जिनकी पूरी रात इसी भय से बीतती है कि न जाने कब ये धराशाही हो जाए। चौकी भवन लगभग तीस वर्ष पुराना है। चौकी स्थापना के बाद बाहरी सड़क का कई बाहर निर्माण होने से भवन सड़क से दो फुट नीचा हो गया है, वहीं कमरे भी हाल की अपेक्षा करीबन तीन फुट नीचे है। इससे बरसाती पानी चौकी प्रांगण में भर जाता है। वहीं चौकी भवन जर्जरता के नतीजन स्थिति ये स्थिति बनी है कि भवन की छत से प्लास्टर गिरता है। बारिश के दिनों में छतें टपकती हैं। जिससे चौकी का आवश्यक रिकार्ड भीग जाता है। वहीं चौकी में जगह के अभाव में बड़ी दिक्कत उस वक्त भी आती है, जब पुलिस कोई वाहन आदि जब्त करती है तो उसे तत्काल प्रभाव से टोहाना थाना में भेजना पड़ता है।

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जगह के अभाव में हो रहीं देरी

पुलिस अधिकारियों मुताबिक वर्तमान में जिस जगह पर चौकी संचालित है, ये जगह पुलिस प्रशासन की नहीं है। ऐसे में चौकी के नए भवन निर्माण हेतु पुलिस विभाग द्वारा भूमि की तलाश की जा रहीं हैं, लेकिन आसपास कहीं भी चौकी उपयुक्त भूमि अधिग्रहण न होने से ये प्रक्रिया अधर में है। पुलिस महकमे के आला अधिकारियों की माने तो चौकी निर्माण के लिए धन की स्वीकृति भी हो चुकी है। जबकि भूमि हेतु चयन प्रक्रिया अभी जारी है। कुलां ग्राम पंचायत के पास चौकी के लिए उपयुक्त भूमि नहीं है। विदित हो कि गत वर्ष तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने धारसूल कलां पंचायत को पत्र प्रेषित कर भूमि की मांग की गईं थीं लेकिन ये चयन प्रक्रिया भी सिरे नहीं चढ़ सकी है।

---------------------- पुलिस चौकी के नए भवन निर्माण के लिए ग्राम पंचायत को पत्र प्रेषित कर भूमि की मांग की गई है। उपयुक्त भूमि चयनित होने के तत्काल बाद वहां निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जायेगा।

विजय प्रताप सिंह पुलिस अधीक्षक फतेहाबाद

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पुलिस विभाग द्वारा चौकी भवन के लिए भूमि की मांग की गई है। ग्राम पंचायत द्वारा गांव में एक जगह जमीन पड़ी है, परंतु वह भूमि मस्तिका मालिकन की है, जिस पर कब्जा है। ये जगह ग्राम पंचायत के नाम होते ही तत्काल पुलिस विभाग के सुपुर्द कर दी जायेगी।

राजकुमार, सरपंच प्रतिनिधि, गांव कुलां


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