जिले के हर ब्लाक व महाग्राम में बनेंगे पुस्तकालय
जागरण संवाददाता फतेहाबाद जीवन में आगे बढ़ने का आधार पुस्तकें है। इन्हें मनुष्य की सच्च
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
जीवन में आगे बढ़ने का आधार पुस्तकें है। इन्हें मनुष्य की सच्चा दोस्त भी कहा गया है। लेकिन आजादी के बाद जिस हिसाब से गांव स्तर पर पुस्तकालय खुलने थे। वे सरकार ने खोले नहीं। अब सरकार इस दिशा में कदम बढ़ाए है, लेकिन पंचायती राज के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारी बाधा बन रहे है। पुस्तकालय के लिए जगह निर्धारित नहीं करवा पा रहे। इससे परेशानी आ रही है। पुस्तकालयों का कुछ सामान आए हुए कई दिन हो गया। जो जिला पुस्तकालय में हैं।
वैसे फतेहाबाद जिले में सार्वजनिक पुस्तकालय सब डिविजन स्तर पर भी नहीं बने हुए। पूरे जिले में तो एक ही पुस्तकालय बना है। ऐसे में विद्यार्थी को शिक्षा व ज्ञान प्राप्ति के लिए उचित संसाधनों का अभाव रहा है। अब सरकार ने इसी कमी को दूर करने के लिए उपमंडल, ब्लाक व महा ग्राम स्तर पर पुस्तकालय खोलने के लिए प्रयास शुरू किए है। इसको लेकर गत वर्ष बैठक हुई थी। जिसमें बाद कुछ सामान सरकार ने भेज दिया। उच्चतर शिक्षा की देखरेख में संचालित होने वाले पुस्तकालयों को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी व जिला पंचायत अधिकारियों को उपायुक्त को निर्देश देने होंगे। तभी जिला पुस्तकालय में आई किताबें सही से काम आएगी। महानिदेशक ने बैठक ली। जिसमें पुस्तकालयों खोलने को लेकर चर्चा की। अब उच्चतर शिक्षा विभाग के तरफ से सभी जिले के संबंधित अधिकारियों को पत्र भेजा गया है। दरअसल, गत वर्ष प्रदेश सरकार ने 611 पुस्तकालय खोलने का निर्णय लिया था। जिसमें 27 फतेहाबाद जिले में हैं। जानकारी के लिए बता दे कि फतेहाबाद में फिलहाल एक ही सार्वजनिक पुस्तकालय है जो पुराने बस स्टैंड के पास स्थित बीडीपीओ प्रांगण में स्थित है। इसमें 20 हजार से अधिक किताबें हैं और करीब 400 के करीब सदस्य भी बने हुए हैं। सबके लिए होंगे पुस्तकालय :
उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र में बताया है कि पुस्तकालय बनाने की प्राथमिक सब डिविजन, ब्लाक व महाग्राम के अलावा सीनियर सेकेंडरी स्कूल, संस्कृति मॉडल स्कूल, अनाथालय, बुजुर्ग आश्रम में भी पुस्तकालय बनाया जा सकता है। हालांकि ये कामन पुस्तकालय होंगे। यानी जिनमें स्कूल के विद्यार्थी के अलावा दूसरे लोग भी किताब ले सकते है। इसके लिए समय सारणी निर्धारित होगी।
यहां बनेंगे पुस्तकालय :
जिले में जो 27 पुस्तकालय बनेंगे वे गांव किरढ़ान, पीलीमंदोरी, भट्टूकलां, भट्टूमंडी, नाढ़ोडी, नेहला, गोरखपुर, भूना, बड़ोपल , भोड़ियाखेड़ा, धांगड़, मोहम्म्दपूर रोही, भिरड़ाना, हिजरावां खुर्द, फतेहाबाद, बीघड़, हिजरावां कलां, नागपुर, रतिया, अहरवां, हड़ोली, जमालपुर शेखां, समैन, सनियाणा, टोहाना व जाखल मंडी शामिल है। तीन लाख रुपये किए निर्धारित :
पुस्तकालय बनाने के लिए तीन लाख रुपये निर्धारित किए है। उच्चतर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इन रुपयों से जरूरी संसाधन व किताबें खरीदी जाएगी। संसाधनों में टेबल, अलमारी, कुर्सियों व पंखे ही होंगे। हालांकि कमरे या हाल तो पहले बने हुए है। अब उन्हीं में ही ये पुस्तकालय शुरूआत तौर पर शुरू किया जाएगा।
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