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बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों का जेल भरो आंदोलन, 410 कर्मचारियों ने दी गिरफ्तारी

जागरण संवाददाता फतेहाबाद पिछले 61 दिनों से लघु सचिवालय के बाहर धरने पर बैठे बर्खास्त

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Aug 2020 07:57 AM (IST)Updated: Sat, 15 Aug 2020 07:57 AM (IST)
बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों का जेल भरो आंदोलन, 410 कर्मचारियों ने दी गिरफ्तारी
बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों का जेल भरो आंदोलन, 410 कर्मचारियों ने दी गिरफ्तारी

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

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पिछले 61 दिनों से लघु सचिवालय के बाहर धरने पर बैठे बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों ने शुक्रवार को उग्र प्रदर्शन किया। जेल भरो आंदोलन के तहत प्रदर्शन के दौरान दूसरे विभागों के कर्मचारी के साथ शारीरिक शिक्षकों के परिजन भी शामिल हुए। शारीरिक शिक्षकों व पुलिस कर्मचारियों में कुछ देर के लिए धक्का-मुक्की भी हुई। लेकिन बाद में प्रशासन से समझाने पर अग्र हो रही आंदोलित कर्मचारी शांत हो गए।

प्रदेश के बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों का पिछले दो महीनों से सभी जिलों मुख्यालयों में धरना चल रहा है। फतेहाबाद में धरना दे रहे शारीरिक शिक्षकों ने अपनी सेवा बहाली की मांग को लेकर शुक्रवार जेल भरा आंदोलन चलाया। जिसमें सर्वे कर्मचारी संघ से जुड़े अनेक कर्मचारी के साथ शारीरिक शिक्षकों के परिवार के लोग भी मौजूद रहे। कर्मचारी सब्जी मंडी से प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। लघु सचिवालय का गेट बंद होने पर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों व पुलिस कर्मचारियों के बीच धक्कामुक्की हुई। इसके बाद कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय का गेट खोलकर अंदर चले गए। जहां पर उन्होंने सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों की मांग की थी। उनकी गिरफ्तारी दिखाने के लिए बस को बुलाया जाए। बस में भरकर उन्हें पुलिस लाइन ले जाकर छोड़ा जाए। वहीं पुलिस ने उन्हें समझाया कि कोरोना काल में भीड़ सही नहीं है। इसके बाद कर्मचारी उग्र हो गए। बाद में प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों की सांकेतिक गिरफ्तारी दिखाने के लिए उन्हें लघु सचिवालय के पार्क में गिरफ्तार दिया गया। इस दौरान 410 कर्मचारियों की गिरफ्तारी दिखाई गई। सांकेतित गिरफ्तारी के आधे घंटे बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेड के आदेश पर उन्हें छोड़ दिया गया। सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान भूप सिंह भड़ोलावाली ने कहा कि गड़बड़ी सरकार ने की, लेकिन भुगत रहे शारीरिक शिक्षकों है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार धरने पर बैठे 1983 शारीरिक शिक्षकों को वापस बहाल करें। अन्यथा सभी विभागों के कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार पिछले 10 साल से सेवा दे रहे शारीरिक शिक्षकों को हटाना तानाशाही है। सरकार स्पेशल बिल लाकर इन कर्मचारियों को वापस रखे। वहीं प्रकाश शारीरिक शिक्षकों ने कहा कि वे आगामी 23 अगस्त को जो सरकार द्वारा शारीरिक शिक्षकों का दोबारा टेस्ट लेने की बात कही जा रही है, उस टेस्ट को रद्द किया जाए। इन सभी मांगों को लेकर शारीरिक शिक्षकों के द्वारा आंदोलन किया जा रहा है और सर्व कर्मचारी संघ उनका साथ दे रहा है। उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।

इस मौके पर प्रदीप कुमार, कुलदीप यादव, मंगतराम जांगड़ा, मदन लाल, सतीश विक्रम सिंह, दिग्विजय, दिलकुमारी, किरती, बंसीलाल टाक, कुलदीप धानिया, कृष्ण कुमार, रतन सिंह, जंटा सिंह, हेमंत, लखविन्द्र सिंह, रमेश कुमार, धर्मबीर सिंह, सरोज, देव कुमार, चंचल रानी, विनोद भादू व सिकंदर सैनी मौजूद रहे।


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