श्री गौरीशंकर मंदिर में नवरात्र की धूम, भजनों पर झूमे श्रद्धालु
गली रामबाग स्थित गौरीशंकर मंदिर में नवरात्र महोत्सव पुजारी चन्द्रशेखर मिश्रा के सानिध्य में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। म भक्तगण रोजाना सुबह पूजा-अर्चना व सांयकाल दुर्गा सप्तशति दुर्गा स्तुति दुर्गा चालीसा पाठ करने के लिए पहुंच रहे हैं तथा माता दुर्गा की सुंदर-सुंदर भेंटों के गायन से वातावरण भक्तिमय हो रहा है।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
गली रामबाग स्थित गौरीशंकर मंदिर में नवरात्र महोत्सव पुजारी चन्द्रशेखर मिश्रा के सानिध्य में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। म भक्तगण रोजाना सुबह पूजा-अर्चना व सांयकाल दुर्गा सप्तशति, दुर्गा स्तुति, दुर्गा चालीसा पाठ करने के लिए पहुंच रहे हैं तथा माता दुर्गा की सुंदर-सुंदर भेंटों के गायन से वातावरण भक्तिमय हो रहा है।
श्री गौरीशंकर मंदिर के पुजारी चन्द्रशेखर मिश्रा का कहना है कि मां के जो भक्तगण सच्चे दिल से भक्ति करते हैं, मां अंबे उन पर मेहरबान होकर अमरता का वारदान देती है। मां काली काल के पंजे से बचा लेती है। मां चिन्तपूर्णी चिता दूर करके लक्ष्मी मां लाखों भंडारे भरती है। मां नैना देवी नैनों की शक्ति बढ़ाती है। वैष्णो माता विषय विकारों से बचाती है। नवरात्र में मां वैष्णो की पूजा अर्चना से हमेशा मंगल ही मंगल होता है। पंडित ने कहा कि मां चण्डिका संसार में कला दिलाकर, भद्रकाली मान सम्मान से भरपूर करके ईष्र्या, द्वेष, मद, लोभ से बचाती है। माता को जो भक्त नवरात्र में व्रत रखते हैं, माता दुर्गा अपने भक्तों के अंग-संग रहकर उनकी रक्षा करती है व सुख-समृद्धि प्रदान करती है। शाक्त संप्रदाय में मां दुर्गा ही पराशक्ति : शास्त्री
संवाद सूत्र, रतिया : नवरात्र के दिनों में व्रत रखकर मां दुर्गा की पूजा करने वाले व्यक्ति के सभी कष्टों दूर होते हैं तथा उसे बिन मांगे सब कुछ मिलता है। यह बात शीतला माता मंदिर में नवरात्र के उपलक्ष्य में चल रहे दुर्गा पाठ के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रवचन सुनाते हुए पंडित सतीश शास्त्री ने कहे।
श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए शास्त्री जी ने बताया कि वैसे तो किसी भी समय की गई भक्ति का फल अवश्य मिलता है लेकिन नवरात्र के दिनों में व्रत रखकर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से विशेष फल मिलता है।
उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं को भगवती दुर्गा मां के महिमा में प्रवचन सुनाते हुए कहा कि दुर्गा पार्वती का दूसरा नाम है। उन्होंने कहा कि हिदुओं के शाक्त संप्रदाय में भगवती दुर्गा को ही दुनिया की पराशक्ति और सर्वोच्च देवता माना जाता है। कार्यक्रम में श्रद्धालु मंदिर में मास्क लगाकर पहुंच रहे हैं। इस अवसर पर महिलाओं ने मां दुर्गा के पाठ का उच्चारण किया। इस अवसर पर अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे।