धान की खरीद न होने पर किसानों ने जताया रोष
रतिया व फतेहाबाद जागरण टीम इस समय धान की आवक लगातार बढ़ रही है लेकिन उठान धीमी ग
रतिया व फतेहाबाद जागरण टीम:
इस समय धान की आवक लगातार बढ़ रही है लेकिन उठान धीमी गति से हो रहा है। जिससे किसान भी परेशान है। व्यापारी जिला प्रशासन से मिलकर उठान तेज करने की मांग कर चुके हैं लेकिन इसका असर कुछ नहीं हुआ है। फतेहाबाद शहर की अनाजमंडी में बुधवार को धान की खरीद न होने पर रोष जताया। किसानों ने कहा कि एजेंसी के सदस्य खरीद नहीं कर रहे है। हंगामा होता देख मार्केट कमेटी के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को समझाया। अधिकारियों ने कहा कि धान की क्वालिटी अच्छी नहीं हैं। इस कारण खरीद नहीं हो सकी।
रतिया जिला फतेहाबाद के मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी रितेश कोल ने बुधवार सुबह शहर की अनाज मंडी का औचक निरीक्षण किया। मंडी का निरीक्षण करने से पहले उन्होंने मार्केट कमेटी कार्यालय में सचिव यशपाल मेहता व अन्य कर्मचारियों के साथ बैठक करते हुए मंडी में हुई धान की आवक को लेकर समीक्षा की और विशेषकर इस दौरान मंडी के व्यापारियों व किसानों के समक्ष आ रही परेशानी को लेकर जानकारी भी ली। इस दौरान मार्केट कमेटी के सचिव ने उनके समक्ष जहां आज तक हुई सरकारी व निजी खरीद को लेकर रिपोर्ट पेश की, वहीं उन्होंने मंडी में अधिक आवक होने के कारण स्पेस कम होने की विशेष जानकारी भी दी। सचिव ने उनके समक्ष भविष्य में किसानों व व्यापारियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए मंडी से बाहर अतिरिक्त स्थान पर धान की फसल को उतरवाने के लिए व्यापारियों द्वारा दिए गए ज्ञापन पर भी चर्चा की, जिस पर उन्होंने तुरंत उपायुक्त के समक्ष समस्या रखकर इस का निदान करवाने का आश्वासन दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी ने पत्रकारों से रू-ब-रू होते हुए बताया कि धान की फसल की खरीद को लेकर किसानों व व्यापारियों के समक्ष किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसकी व्यवस्था के लिए ही वह मंडी का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि विशेषकर किसानों के समक्ष मेरी- फसल, मेरा ब्योरा के पोर्टल को लेकर आ रही समस्या का निदान करने के लिए ही उनसे बातचीत की जा रही है, ताकि पोर्टल से संबंधित आ रही परेशानियों को दूर किया जा सके और इसका सुधारीकरण किया जा सके। इस अवसर पर मार्केट कमेटी के अन्य कर्मचारियों के अलावा व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमन जैन, सोनू जिदल, राजू लाली, दर्शन गर्ग, दीपी गर्ग, कृष्ण तनेजा आदि व्यापारी भी साथ मौजूद थे।