मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर 25 तक पंजीकरण करवा सकते हैं किसान
मेरा पानी मेरी विरासत योजना का लाभ लेने के लिए किसान मेरी फसल मेरा ब्योरा वेब पोर्टल डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट फसल डाट हरियाणा डॉट जीओवी डाट आइएन पर 25 जून तक पंजीकरण करवा सकते हैं। पंजीकरण करवाने वाले किसानों को फसल विविधिकरण योजना के तहत प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
मेरा पानी मेरी विरासत योजना का लाभ लेने के लिए किसान मेरी फसल मेरा ब्योरा वेब पोर्टल डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट फसल डाट हरियाणा डॉट जीओवी डाट आइएन पर 25 जून तक पंजीकरण करवा सकते हैं। पंजीकरण करवाने वाले किसानों को फसल विविधिकरण योजना के तहत प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
हरियाणा सरकार ने फसल विविधिकरण योजना 2021 का शुभारंभ किया है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा धान की फसल को वैकल्पिक फसलों जैसे मक्का, कपास, तिल, मूंगफली, अरंडी, खरीफ दलहन, सब्जियां व फल द्वारा विविधिकरण करने के लिए मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत धान क्षेत्र वाले जिले शामिल है। बिजाई किए गए धान के क्षेत्र में वैकल्पिक फसलों की बिजाई की जा सकती है। जिन किसानों ने पिछले वर्ष मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत धान की जगह वैकल्पिक फसलें लगाई थी, वे इस वर्ष भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। जो किसान धान की जगह चारा लगाते है या अपने खेत खाली भी रखते हैं तो उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलेगा। फसल विविधिकरण करने वाले किसानों को 7 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से वित्तीय सहायता की राशि दो किस्तों में सीधे उनके बैंक खातों में दी जाएगी। वैकल्पिक फसलें जैसे मक्का व कपास का फसल बीमा भी करवाया जाएगा जिसके प्रीमियम की अदायगी प्रोत्साहन राशि से की जाएगी। सभी वैकल्पिक फसलों की खरीद हरियाणा सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी।
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विभाग ने ये रखा है टारगेट
फसल एकड़
मक्का 200
कपास 21000
दालें 40
खरीफ तिलहन 140
चारा/खाली 1000
फल/सब्जी 1875
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ये मिलेगा लाभ
जिले में 24255 एकड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस स्कीम के तहत जो किसान धान की फसल को छोड़कर उसकी जगह उसी क्षेत्र में कपास, मक्का, अरहर, मूंग, मोठ, उड़द सोयाबीन, चारा, ग्वार, तिल, मूंगफली, फल व सब्जियों की काश्त करेगा उसे 7000 रुपये प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
जिन किसानों ने खरीफ फसल वर्ष 2020 के दौरान इस स्कीम का लाभ उठाया था वे अगर इस वर्ष भी उसी क्षेत्र में फसल विविधिकरण करते हैं तो वे सभी किसान इस स्कीम के पात्र होगें। जिन किसानों ने खरीफ 2020 में जिस क्षेत्र में धान लगाया था व इस वर्ष उस क्षेत्र को खाली छोड़ देते है तो वे किसान भी इस स्कीम के पात्र होंगे।
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जिले में 24255 एकड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 25 जून तक किसान मेरी फसल, मेरा ब्योरा पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन किसान किसी भी सेंटर पर जाकर करवा सकता है वहीं कृषि विभाग की टीम गांवों में जाकर किसानों को जागरूक कर रही है।
महावीर कौशिक, उपायुक्त फतेहबाद।