दूसरे राज्य के धान को लेकर किसान व शेलर मालिक आमने सामने, पुलिस तक पहुंचा मामला
संवाद सूत्र रतिया रविवार सुबह अनाज मंडी में किसान संघर्ष समिति के दर्जनों किसानों ने क दूस
संवाद सूत्र, रतिया : रविवार सुबह अनाज मंडी में किसान संघर्ष समिति के दर्जनों किसानों ने क दूसरे राज्य से आए एक कैंटर को रोककर कैंटर का घेराव कर रोष प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप था कि यह धान दूसरे राज्यों से रतिया मंडी में गैरकानूनी तरीके से बिकने आया है। किसानों ने आरोप लगाया कि शहर मालिक ने उनसे दुर्व्यवहार किया। इसकी किसान संघर्ष समिति के सचिव ने सिटी थाना में भी शिकायत दी है। वहीं मार्केट कमेटी ने संबंधित शेलर मालिक के पास उक्त धान की फीस के एवज में 18 हजार भरवाए हैं वहीं शेलर मालिक ने उक्त आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उक्त धान उनका अपने शेलर का है। शेलर मालिक का कहना है कि उल्टे शनिवार रात को कुछ किसानों ने उनके ट्रक ड्राइवर और मुनीम को धमकाया है। रविवार सुबह पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के दर्जनों किसानों ने अनाज मंडी में धान के बेग भरे एक कैंटर का घेराव कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों का आरोप था कि यह कैंटर रात को अनाज मंडी के समीप खड़ा था। उन्हें अंदेशा है कि इस कैंटर में किसी दूसरे राज्य से धान बिकने के लिए रतिया अनाज मंडी आया है जो कि रतिया अनाज मंडी में उतारा जाएगा। किसानों का कहना है कि दूसरे राज्यों का धान रतिया में बिकने से उन्हें काफी नुकसान होता है। इस घेराव के दौरान उक्त किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष गुरप्यार सिंह बाड़ा सचिन पाल संधू कैशियर सुखदीप सिंह प्रितपाल कमाना जागती रतिया भूपेंद्र सिंह निर्भय सिंह आदि दर्जन किसान थे। शेलर मालिक नरेश ने कहा कि अगर मामले को तूल दिया तो कैंटर को आग लगाकर तुम्हारा नाम लगा दूंगा। किसान संघर्ष समिति के सचिव ने उक्त मामले को लेकर पुलिस को शिकायत भी दी है। दूसरी तरफ पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष मनदीप सिंह नथवान ने चेतावनी दी है कि अगर मार्केट कमेटी और पुलिस के अधिकारियों ने उक्त मामले में उचित कार्यवाही नहीं की तो किसान संघर्ष समिति इस मामले में कड़ा फैसला लेगी। हंगामा होता देख मंडी के अनेक व्यापारी व मौजूद लोग मौके पर पहुंच गए। दोनों पक्षों को शांत करवाया। सोमवार चार बजे मामले का निपटारा करने के लिए संबंधित सभी वर्गों की एक पंचायत भी बुलाई गई है
जेपी राइस शेलर के मालिक नरेश ने उक्त सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि यह धान उनके खुद के शेलर का है। नरेश ने आरोप लगाया कि उल्टे कुछ किसानों ने रात को उनके कैंटर के ड्राइवर और उनके मुनीम को धमकाया व दुर्व्यवहार किया। बगैर किसी कारण से कैंटर को अपने कब्जे में ले लिया। जब इस बारे में मार्केट कमेटी सचिव यशपाल मेहता से बात की। उन्होंने बताया कि उक्त कैंटर में भरे धान के मालिक जेपी राइस मिल के मालिक से फीस के लेकर ?18000 भरवाए गए हैं। जब थाना अध्यक्ष रूपेश चौधरी से बात की तो उन्होंने बताया कि उक्त मामले की गहनता से जांच की जा रही है जांच के पश्चात उचित कार्रवाई की जाएगी।