पश्चिम बंगाल के 75 कामगारों को जिला प्रशासन ने भेजा
जिले में फंसे प्रवासी कामगारों को जिला प्रशासन उनके गृहराज्य में भेज रहा है। पश्चिम बंगाल के 75 लोग जिले में फंसे हुए थे। जिला प्रशासन ने इन सभी कामगारों को शु्क्रवार शाम को राधा स्वामी सत्संग घर में इकट्ठा कर लिया। सुबह 3 बजे सभी कामगारों की स्क्रीनिग की गई। इन कामगारों को शनिवार सुबह 5 बजे रोडवेज की 5 बसों द्वारा इन्हें गुरुग्राम भेजा गया।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
जिले में फंसे प्रवासी कामगारों को जिला प्रशासन उनके गृह राज्य में भेज रहा है। पश्चिम बंगाल के 75 लोग जिले में फंसे हुए थे। जिला प्रशासन ने इन सभी कामगारों को शु्क्रवार शाम को राधा स्वामी सत्संग घर में इकट्ठा कर लिया। सुबह 3 बजे सभी कामगारों की स्क्रीनिग की गई। इन कामगारों को शनिवार सुबह 5 बजे रोडवेज की 5 बसों द्वारा इन्हें गुरुग्राम भेजा गया। इन कामगारों को स्पेशल बस द्वारा पश्चिम बंगाल भेजा गया है। जिले से करीब 4300 कामगारों को उनके राज्यों में भेजा गया है। वही दो दिन पहले बिहार से कुछ मजदूर धान लगाने के लिए आए हैं। लेकिन इनकी सूचना स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है। ऐसे में ये लोग संकट में डाल सकते है।
जिले से जाने वाले कामगार पहले ऑनलाइन अप्लाइ कर है। जिसका डाटा प्रशासन के पास आ गया है। वहीं 1500 से अधिक कामगार ऐसे है जिन्होंने कहा कि वो अपने राज्य में नहीं जाना चाहते। ऐसे में जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है। अब जिला प्रशासन यूपी के लिए एक स्पेशल ट्रेन का इंतजार कर रहा है। पिछले दिनों बिहार में करीब दो हजार से अधिक कामगारों को भेजा गया था।
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ये कामगार भेजे गृहराज्य
राज्य कामगार गए
पंजाब 50
राजस्थान 50
उत्तरप्रदेश 950
बिहार 3000
जम्मू-कश्मीर 50
मध्यप्रदेश 200
पश्चिम बंगाल 75
कुल : 4375
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इन कामगारों ने करवाया था रजिस्ट्रेशन
राज्य रजिस्ट्रेशन
बिहार 4811
उत्तर प्रदेश 2450
मध्यप्रदेश 470
झारखंड 303
राजस्थान 263
पश्चिम बंगाल 253
गुजरात 108
उत्तराखंड 99
जम्मू 70
दिल्ली 57
पंजाब 56
हिमाचल 27
छत्तीसगढ़ 22
महाराष्ट्र 19
चंडीगढ़ 14
आसाम 10
कर्नाटक 05
तमिलनाडु 04
त्रिपुरा 03
कुल 9044
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रोडवेज की चली केवल एक ही बस
रोडवेज विभाग ने करीब 10 दिन पहले जिले से छह रुटों पर बस चलाने का दावा किया था। पहले दिन दो से तीन रुटों पर बसें चली। लेकिन कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद इनकी संख्या लगातार कम होती जा रही है। यहीं कारण है कि शनिवार को केवल एक ही मिनी बस पचकूला गई है। सुबह इस बस में केवल 17 ही सवारियां रवाना हुई। वहीं पंचकूला से 7 सवारियां ही वापस आई। रोडवेज विभाग के अधिकारियों की माने तो लोग बसों में सफर नहीं करना चाह रहे है। दिल्ली से आने वाले लोग कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद बस सेवा भी बंद हो गई है।
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रोडवेज की तीन बसें तो पश्चिम बंगाल के कामगारों को गुरुग्राम तक छोड़कर आई है। इसके अलावा केवल पंचकूला के लिए ही बस चली है। फतेहाबाद डिपो की तरफ से छह रूटों पर बस सेवा शुरू की गई थी। लेकिन लोग बसों में सफर नहीं करना चाहते है। इस कारण शनिवार को केवल पंचकूला ही हमारी बस गई है।
आरएस पूनिया
महाप्रंबंधक, रोडवेज विभाग फतेहाबाद