शहर के बाजार में कम हुए बेसहारा पशु, सिर्फ हाईवे व सेक्टर में दिए दिखाई
दैनिक जागरण बेसहारा पशुओं को ठौर दिलवाने के लिए लगातार चला रहा है अभियान।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
दैनिक जागरण बेसहारा पशुओं को ठौर दिलवाने के लिए लगातार अभियान चला रहा है। इसके बाद हरकत में आए प्रशासन ने बेसहारा पशुओं को पकड़कर गोशाला व नंदीशाला में पहुंचाना शुरू कर दिया। हालांकि जागरण के अभियान के बाद शहर में बेहसहारा पशुओं की संख्या कम हो रही है। शहर के बाजार में कम पशु दिखाई देते हैं। परंतु हाईवे व शहर की कुछ कॉलोनियों में अब भी पशु दिखाई दे रहे है। दैनिक जागरण के संवाददाता ने बुधवार शाम को शहर के आवासीय, हाईवे व बाजार में जाकर बेसहारा पशुओं की स्थिति जांची। इस दौरान कई पशु कई जगह दिखाई दिए। लेकिन हैरानी वाली बात थी कि हंस मार्केट व थाना रोड पर बेसहारा पशु दिखाई नहीं दिए।
व्यावसायिक क्षेत्र
केस वन :
शहर के बाजार में नहीं दिखे पशु :
शाम साढ़े 4 बजे का समय। शहर की सबसे व्यस्त हंस मार्केट। इस मार्केट में दुकानें तो हैं ही। वहीं शाम के समय बड़ी संख्या में रेहड़ी चालक सब्जी व फल बेचने के लिए रेहड़ियां लगाते हैं। लेकिन बुधवार शाम के समय मार्केट में एक भी बेसहारा पशु नजर नहीं आया। दुकानदार मनोज व दर्शन ने बताया कि शाम को अब बेसहारा पशु कम हो गए। हालांकि देर शाम को एकाध पशु आ जाते हैं। शहर में बेसहारा पशु न बढ़े, इसके लिए शहर के बाहर देर रात तक पुलिस चौकसी बढ़ाने की जरूरत है।
सड़क
केस : 2
हाईवे पर दिखाई दिए बेसहारा पशु :
शाम करीब 5 बजे का समय। हिसार रोड पर मताना मोड के पास एकाध बेसहारा पशु विचरण करते नजर आए। हालांकि इसके बाद शहर की तरफ बढ़े तो सेक्टर तीन की मोड पर बड़ी संख्या में गोवंश दिखाई दिए। लेकिन ये गोवंश पालतु थे, जो प्रवासी लोग यहां लेकर आए थे। सब्जी मंडी के पशु नहीं दिखाई दिए। वहां पर पूछने पर दुकानदारों ने बताया कि पशु देर शाम को मंडी के बाहर एकत्रित होते है। वजह है कि एक तो सब्जी मंडी दूसरी बात हाईवे पर गुजरते वाहनों को पशुओं को हवा लगती रहती है। शहर की गलियों के मुकाबले हाईवे खुला है ऐसे में यहां पर मच्छर भी कम। शहर में पशु हो या न हो लेकिन सब्जी मंडी के बाहर देर शाम को पशु अवश्य मिल जाते है।
आवसीय क्षेत्र
केस : 3
सेक्टर तीन में विचरण करते दिखे पशु :
शाम 6 बजे का समय। शहर का एकमात्र विकसित 3 नंबर सेक्टर। सेक्टर की पहली मुख्य गली में मुड़ते ही बेसहारा पशु दिखाई देने लग गए। अधिकांश गलियों में एक-दो पशु अवश्य दिखाई दिए। सेक्टर में रहने वाले दारा सिंह, हनुमान व विजय ने बताया कि सेक्टर में बेसहारा पशु रहते है। इसकी वजह सेक्टर में खाली पड़े प्लाटों में अब बारिश से हरा-चारा हो गया। वहीं कुछ पशु प्रेमी भी इनको चारा डाले देते है। शहर के मुकाबले सेक्टर में पेड़-पौधे अधिक होने के चलते भी पशु विचरण करते है।