बेटी है तो सृष्टि है कार्यक्रम में बेटियों को किया सम्मानित
भारत विकास परिषद की स्थानीय शाखा द्वारा मनाए जा रहे राष्ट्रीय बालिका सप्ताह के तहत बेटी है तो सृष्टि है कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता परिषद की महिला प्रमुख सरिता गुलाटी ने की।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद
भारत विकास परिषद की स्थानीय शाखा द्वारा मनाए जा रहे राष्ट्रीय बालिका सप्ताह के तहत बेटी है तो सृष्टि है कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता परिषद की महिला प्रमुख सरिता गुलाटी ने की। कार्यक्रम में परिषद की जिला संयोजिका सरस्वती ने विशेष रूप से भाग लिया। इस अवसर पर परिषद सदस्यों द्वारा जरूरतमंद 11 लड़कियों को लोहे की कढ़ाही , चने और गुड़ वितरित किए गए।
इस अवसर पर पूर्व महिला प्रमुख नीलम मेहता ने वितरण किए गए सामान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सामान देने का उद्देश्य बेटियों को शारीरिक रूप से मजबूत बनाना है। उन्होंने कहा कि लोहे की कढ़ाही में खाना बनाने से आयरन की कमी पूरी होती है। चना भी शारीरिक रूप से मजबूत करने का काम करता है। परिषद की जिला संयोजिका सरस्वती लंबोरिया ने बताया कि बिटिया सृष्टि का आधार है इसीलिए उन्हें बचाना बहुत जरूरी है। परिषद की सभी शाखाओं द्वारा 24 जनवरी तक अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके तहत एनीमिया से बचाव के लिए 10 से 18 वर्ष की बालिकाओं का हीमोग्लोबिन टेस्ट किया जाएगा व मौके पर ही रिपोर्ट दी जाएगी । जरूरतमंद बच्चों को स्टेशनरी लड़कियों, महिलाओं को गुड़- चना तथा लोहे की कढ़ाही, गर्म वस्त्र आदि बांटे जाएंगे। इसके अलावा लड़कियों की भाषण प्रतियोगिता व नृत्य नाटिका के माध्यम से संदेश दिया जाएगा और अंत में संस्कारशाला में कार्यक्रम में आयोजित किए जाएंगे जिनका उद्देश्य बच्चों को संस्कारित करना होगा। परिषद की महिला अध्यक्ष सरिता गुलाटी ने कहा कि बेटियों के बिना संसार अधूरा है। उन्होंने कहा कि एक बेटी ही है जो मां बनती है तथा संसार को आगे चलाने का काम करती है। इसलिए बेटियों के बिना इस सृष्टि को चलाना मुश्किल है। हमारा फर्ज बनता है कि हम बेटियों को बचाएं तथा उन्हें शारीरिक, मानसिक व शैक्षिक रुप से सशक्त बनाने का काम करें।
कार्यक्रम में परिषद सदस्य उषा तनेजा, अंजू बत्रा, नेहा मित्तल, शशि चुघ, पूजा बंसल आदि मौजूद थे।