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जिले के सभी शहरों का स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वे पूरा, कोरोना के कारण नहीं होगा डोर-टू-डोर फीडबैक

कोरोना के कारण इस बार दो महीने के बाद पूरे भारतवर्ष में स्

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Mar 2021 07:26 PM (IST)Updated: Fri, 26 Mar 2021 07:26 PM (IST)
जिले के सभी शहरों का स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वे पूरा, कोरोना के कारण नहीं होगा डोर-टू-डोर फीडबैक
जिले के सभी शहरों का स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वे पूरा, कोरोना के कारण नहीं होगा डोर-टू-डोर फीडबैक

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : कोरोना के कारण इस बार दो महीने के बाद पूरे भारतवर्ष में स्वच्छ सर्वेक्षण शुरू हुआ। लेकिन अब फिर कोरोना संकट पैदा होने के कारण डोर-टू-डोर फीडबैक नहीं लिया जाएगा बल्कि फोन के द्वारा शहर के बारे में जानकारी ली जाएगी। फतेहाबाद जिले के सभी पांच शहरों का सर्वे भी पूरा हो गया है। इस बार स्थानीय अधिकारियों को केंद्र की टीम ने किसी प्रकार की सूचना नहीं दी। टीम कब आकर चली गई किसी को कुछ पता नहीं है। अधिकारी खुद मान रहे है कि यह पहली बार हुआ है जब टीम यहां सर्वे करके चली गई है। अब जो फीडबैक अधिकारियों से मिले है उनके अनुसार अधिकारी दावा कर रहे है कि सर्वे हुए 10 दिन हो गए है।

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जिले में इस समय कोरोना की रफ्तार अधिक होने के कारण केंद्रीय टीम अब वार्ड में डोर-टू-डोर ना जाकर फोन के द्वारा फीडबैक लेगी। फीडबैक मामले में जाखल शहर सबसे पिछड़ा हुआ है। यहां पर केवल 1500 लोगों ने फीडबैक दिया है। ऐसे में इस शहर को कितने अंक मिलेंगे इसका अंदाजा अधिकारियों ने पहले ही लगा लिया है। अधिकारियों की माने तो अगर यह शहर अंतिम पड़ाव के पांच शहरों से भी ऊपर पहुंच जाएगा तो यह बड़ी उपलब्धि होगी। जाखल शहर को इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण में शामिल किया था। ऐसे में स्थानीय अधिकारियों में उत्साह होना चाहिए कि वो कुछ करके दिखाएंगे। लेकिन बजट का अभाव ऐसा है कि शहर में सफाई करवाने के लिए झाडू खरीदने के लिए रुपये नहीं है। सफाई कर्मचारियों को पिछले पांच महीनों से वेतन नहीं मिला है। यहीं कारण है कि स्वच्छता के मामले में यह शहर सबसे पिछड़ा हुआ है। टोहाना व फतेहाबाद में टक्कर

पिछले दो सालों से स्वच्छ सर्वेक्षण में टोहाना व फतेहाबाद शहर में टक्कर रही है। पिछले साल टोहाना एक अंक से आगे भी रहा था। टोहाना ने प्रदेश में चौथा तो फतेहाबाद ने पांचवां स्थान प्राप्त किया था। इसके अलावा पूरे भारतवर्ष में टोहाना 26वें तो फतेहाबाद 27वें नंबर पर रहा था। इस बार भी इन दोनों शहरों के बीच टक्कर है। स्वच्छता के मामले का जिक्र करे तो टोहाना फतेहाबाद शहर से बेहतर है। फतेहाबाद शहर के सार्वजनिक शौचालयों की हालत दयनीय है। पिछले 20 दिनों से जिस ठेकेदार को ठेका दिया गया है उसका ठेका खत्म हो गया है। इसके अलावा शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर कोई शेड्यूल नहीं है। कितने बजे सफाई होनी चाहिए ये भी किसी को कुछ पता नहीं है। --

कुल अंक : 6000

अब जाने इस तरह मिलेंगे अंक

सर्विस में ये मिलेंग अंक

क्वाटर अंक

क्वाटर 1 500

क्वाटर 2 700

क्वाटर 3 1200

कुल 2400 शहरवासियों के आधार पर ये मिलेंगे अंक

सर्विस अंक

फीडबैक 600

स्वच्छता एप 350

सहभागित 300

नई सर्विस 100

अनुभव 300

कुल 1800 कागजात के अनुसार ये मिलेंगे अंक

सर्विस अंक

स्टार रेटिग 1100

ओडीएफ व ओडीएफ प्लस 700

कुल 1800 ---------

जिले के पांच शहरों से इन शहरवासियों ने दिया फीडबैक

शहर पोर्टल आटीपी फोन कुल

भूना 6133 8 0 6142

फतेहाबाद 18767 150 3 18920

जाखल 1455 140 0 1595

रतिया 8423 331 0 8764

टोहाना 9428 90 2 9520 ----- अब जाने तीन सालों के स्वच्छ सर्वेक्षण का परिणाम

शहर 2020 2019 2018

फतेहाबाद : 27 177 191

टोहाना 26 329 289

भूना 105 399 172

रतिया 137 984 572

---------------- ये हे शहर और आबादी

शहर आबादी

फतेहाबाद नगरपरिषद 1 लाख 10 हजार

टोहाना नगरपरिषद 1 लाख

रतिया नगरपालिका। 50 हजार

भूना 30 हजार ----------------- जिले के सभी शहरों में स्वच्छ सर्वेक्षण का कार्य पूरा हो गया है। इस बार टीक के सदस्य कब आए किसी को कुछ पता नहीं चला। लेकिन अब जो फीडबैक मिल रहा है उसे लगा है कि सभी शहरों का सर्वे हो गया है। इस बार यह सर्वे गुप्त रखा गया है। हमें किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं दी गई। कोरोना के कारण अब अब केंद्रीय टीम फोन के द्वारा फीडबैक लेगी।

- कुमार सौरभ, इंचार्ज स्वच्छ भारत मिशन फतेहाबाद।


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