Move to Jagran APP

डेंगू के साथ कोरोना की तीसरी आशंकित लहर के बीच संसाधनों की चुनौती

जागरण संवाददाता फतेहाबाद यह दीगर बात है कि रविवार को डेंगू का एक भी केस सामने नह

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Nov 2021 10:26 PM (IST)Updated: Sun, 28 Nov 2021 10:26 PM (IST)
डेंगू के साथ कोरोना की तीसरी आशंकित लहर के बीच संसाधनों की चुनौती
डेंगू के साथ कोरोना की तीसरी आशंकित लहर के बीच संसाधनों की चुनौती

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

loksabha election banner

यह दीगर बात है कि रविवार को डेंगू का एक भी केस सामने नहीं आया। लेकिन मौजूदा समय में करीब 200 डेंगू के मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। आलम यह कि अपवाद से इतर लगभग प्रतिदिन सरकारी अथवा निजी अस्पतालों में दाखिल हो रहे हैं। उधर, कोरोना ने अभी पूरी तरह अपना पंजा समेटा नहीं है। अफ्रीकी वैरिएंट को भांपते हुए इसके लौटने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है। आशंकाओं के बीच सरकारी अस्पतालों में संसाधनों का टोटा यथावत है। डेंगू से निपटने के लिए मानव संसाधन अर्थात चिकित्सकों का रोना बना है तो कोरोना से दो हाथ करने में ढांचागत सुविधाएं कमजोर हैं।

गांव बड़ोपल में कोरोना की जांच के लिए लैब बननी थी, लेकिन घोषणा के 6 महीने बाद भी काम शुरू नहीं हुआ। ऐसे अब फिर महामारी आती है तो परेशानी बढ़ेगी। लेकिन न तो स्वास्थ्य विभाग ने इस दिशा में काम किया न ही प्रदेश सरकार ने। अधिकारी सिर्फ घोषणा करके काम करना भूल गए। तभी तो गांव बड़ोपल की सीएचसी में बनने वाली लैब पर एक कदम भी काम नहीं हुआ।

दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई थी। उस दौरान सरकार ने दावा कि कि स्वास्थ्य विभाग को कोरोना टेस्ट के लिए आरटी-पीसीआर जांच के लिए सैंपल अग्रोहा नहीं भेजने पड़ेंगे बल्कि बड़ोपल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना टेस्टिग लैब का कार्य शुरू किया जाएगा। बकायदा स्वास्थ्य विभाग ने लोकनिर्माण विभाग को इस कार्य को पूरा करने की जिम्मेदारी दी थी। लेकिन लोक निर्माण विभाग ने काम शुरू ही नहीं किया।

-----------------------------

आठ घंटे में मिलेगी रिपोर्ट :

गांव बड़ोपल में लैब बनकर तैयार हो जाती तो आरटी-पीसीआर कोरोना सैंपल रिपोर्ट महज 8 घंटे में आ जाती। अब इसकी रिपोर्ट आने में दो दिन लगते है। इसके लिए बड़ोपल में लैब बनाने के साथ हाट लाइन से जोड़ना था। वैसे भी बड़ोपल की सीएचसी बिजलीघर के बिल्कुल साथ में है। उसके बाद भी काम शुरू नहीं हुआ।

---------------------

रिपोर्ट देरी से आने से बढ़ते हैं

संक्रमित मरीज :

कोरोना संक्रमण बढ़ने की वजह है कि मरीजों की रिपोर्ट देरी से आती है। अब फिर से कोरोना की तीसरी लहर आती है तो इससे परेशानी बढ़ जाएगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिए गए सैंपल की रिपोर्ट दो दिन बाद आती है, तब तक मरीज होम आइसोलेट न होकर पूरे क्षेत्र में घूमता रहता है। यही परेशानी की वजह बन जाती है। ऐसे में रिपोर्ट सही समय पर आ जाए तो ऐसी परेशानी नहीं होती।

-----------------

डेंगू की स्थिति

- अब तक लिये गए सैंपल : 4076

- अब तक पाये गए मरीज : 983

- अस्पतालों में दाखिल: 194

- ठीक हो चुके : 789

- टीमें गठित : 50

- सुपरवाइजर : 05

एमपीएचडब्ल्यू : 100

-------------------------------------

संसाधनों के प्रति सरकार संजीदा है। लेकिन आम नागरिकों को भी जागरूक होकर वैक्सीनेशन के लिए आना चाहिए। रही बात डेंगू की तो स्वास्थ्य महकमे ने मजबूत नेटवर्क बनाकर इसकी रोकथाम के तमाम प्रयास कर रहा है। टीमें काम कर रही हैं। - डा. वीरेश भूषण, सीएमओ फतेहाबाद।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.