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डैम में हुआ पानी कम, अब 16 नहीं महज 8 दिन चलेंगी नहरे, बढ़ेगी परेशानी

राजेश भादू फतेहाबाद बेशक सर्दी बढ़ रही है लेकिन सिचाई विभाग की नहर बंदी की सूचन

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 07:13 AM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 07:13 AM (IST)
डैम में हुआ पानी कम, अब 16 नहीं महज 8 दिन चलेंगी नहरे, बढ़ेगी परेशानी
डैम में हुआ पानी कम, अब 16 नहीं महज 8 दिन चलेंगी नहरे, बढ़ेगी परेशानी

राजेश भादू , फतेहाबाद :

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बेशक सर्दी बढ़ रही है लेकिन सिचाई विभाग की नहर बंदी की सूचना ने किसानों के पसीने छुड़वा दिए हैं। फसलों की बुआई करने के बाद अब सिचाई विभाग की विज्ञप्ति जारी हुई है। जिसमें बताया है कि सिचाई के लिए पानी की आपूर्ति अब 16 दिन नहीं, 8 दिन होगी। ऐसे में गेहूं की खेती करने वाले किसान परेशान हैं। वजह है कि गेहूं में अधिक सिचाई की जरूरत पड़ती है। सिचाई विभाग पहले सूचना किसानों को जारी करता तो किसान कम पानी वाली फसल यानी सरसों व जौ सहित अन्य फसलों की बुआई अधिक करते। लेकिन गेहूं की बुआई होने के बाद सिचाई विभाग ने 8 दिन पानी आपूर्ति का सिस्टम लागू कर दिया। ये आदेश 19 अप्रैल 2021 तक रहेंगे। यानी इस दौरान पानी की लगातार कमी बनी रहेगी।

सिचाई विभाग के अधिकारियों का कहना हैं कि आगामी गर्मियों के मौसम में सिचाई व पीने के पानी की मांग को मद्देनजर रखते हुए हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि 17 नवंबर 2020 से भाखड़ा नहर से निकलने वाली सभी नहरों में 8 दिन पानी प्रवाहित किया जायेगा व 16 दिन नहरों की बन्दी रहेगी। उनका कहना है कि विगत मानसून में कम वर्षा होने के कारण गोविन्द सागर झील में लगभग 25 फुट पानी की कमी दर्ज की गई हैं। ऐसे में भविष्य की जरूरत को देखते हुए अब 8 दिन ही पानी की आपूर्ति होगी।

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पहले नहरों के थे दो ग्रुप, अब बनाए तीन ग्रुप :

डैम में पानी कम हुआ तो सिचाई विभाग ने फतेहाबाद जिले से संबंधित नहरों व माइनरों के तीन ग्रुप बना दिए। इससे प्रत्येक ग्रुप की नहरों में 8 दिन पानी की आपूर्ति होगी। 16 दिन बंद रहेगी। जबकि पहले 16 दिन नहर चलती थी और इतनी ही दिन बंद रहती थी। उस दौरान नहरों के दो ग्रुप दे। अब एक ग्रुप में शामिल नहरों में 8 दिन आपूर्ति देने के बाद उसका नंबर 16 दिन बाद आएगा। सिचाई विभाग के चीफ इंजीनियर की तरफ से जारी पत्र में बताया गया है कि यह आदेश पूरे रबी सीजन के लिए है। यानी 17 नवंबर से शुरू हुए आदेश 19 अप्रैल 2021 तक सुचारू रहेंगे। 17 नवंबर से 24 नवंबर तक ए ग्रुप की नहरों में पानी चल रहा है। 25 नवंबर से 2 दिसंबर तक बी ग्रुप में शामिल नहर में पानी चलेगा। इसके बाद 3 दिसंबर से 10 दिसंबर तक सी ग्रुप में शामिल नहरों व माइनरों में पानी आपूर्ति दी जाएगी। यह प्रक्रिया ऐसे 19 अप्रैल तक जारी रहेगी।

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पेयजल संकट बढ़ेगा, प्रभावित होगी जलघरों की आपूर्ति :

जिले में पहले नहरों में 16 दिन नहरे चलती थी और इतने दिन ही बंद रहती थी। लगातार 16 दिन नहर चलने से जलघरों में पानी की आपूर्ति पूरी हो जाती थी। लेकिन अब नहरों व माइनरों में महज 8 दिन आपूर्ति होगी। 16 दिन की बंदी के चलते जलघरों के टैंक भरना तो दूर उनमें इतना पानी भी नहीं जा पाएगा कि 16 दिन तक पेयजल की आपूर्ति की जा सके। ऐसे में बड़ी आबादी में पानी का संकट उत्पन्न होने से परेशानी आएगी। जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जहां कि इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए है। अब पेयजल की आपूर्ति दिन में एक बार होगी। वहीं नहरी पानी की आपूर्ति के साथ ट्यूबवेल की व्यवस्था होने पर ट्यूबवेल की आपूर्ति की जाएगी।

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भविष्य में सिचाई व पीने के पानी की मांग को मद्देनजर रखते हुए हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि 17 नवंबर 2020 से भाखड़ा नहर से निकलने वाली सभी नहरों में 8 दिन पानी प्रवाहित किया जाएगा व 16 दिन नहर बंद रहेगी। विगत मानसून में कम वर्षा होने के कारण गोविन्द सागर झील में लगभग 25 फीट पानी की कमी दर्ज की गई है। ये व्यवस्था आगामी आदेश तक लागू होगी।

- डा. नरहरि सिंह बांगड़, उपायुक्त।

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जिले में कुल भूमि : 2 लाख 53 हजार हेक्टेयर

-जिले में कृषि योग्य भूमि : 2 लाख 20 हजार हेक्टेयर

फसल का नाम खेती हेक्टेयर में

गेहूं 1 लाख 70 हजार हेक्टेयर

सरसों 20 हजार हेक्टेयर

चन्ना 2 हजार हेक्टेयर

जौ 3 हजार हेक्टेयर

सब्जी की खेती 13 हजार हेक्टेयर

चेरी व अन्य 12 हजार हेक्टेयर

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जिले की जनसंख्या : 10 लाख 50 हजार

जिले में जलघर : 140

जिले में जनस्वास्थ्य विभाग के कनेक्शन : 1 लाख 90 हजार

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