को-वैक्सीन की बड़ी डोज बनी मुसीबत, टोहाना में बुजुर्गों को बिना वैक्सीन लगाए भेजा वापस
जिले में कोरोना वैक्सीन का तीसरा चरण शुरू हो गया। तीसरे चरण में फतेहाबाद जिले में अभी केवल 60 साल से अधिक बुजुर्गों को ही वैक्सीन लगाई जा रही है।
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
जिले में कोरोना वैक्सीन का तीसरा चरण शुरू हो गया। तीसरे चरण में फतेहाबाद जिले में अभी केवल 60 साल से अधिक बुजुर्गों को ही वैक्सीन लगाई जा रही है। गंभीर बीमारी वाले 45 से 59 साल के लाभार्थियों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। टोहाना में मंगलवार को बुजुर्गों को वैक्सीन लगाने के लिए सेंटर बनाया गया। लेकिन 18 ही बुजुर्ग वैक्सीन लगवाने के लिए आए। कुछ बुजुर्ग सुबह 11 बजे आ गए। लेकिन जब तक इन बुजुर्गाें की संख्या 20 नहीं हो गई तब तक कोरोना वैक्सीन लगानी भी शुरू नहीं की। देर शाम तक जब कोई और बुजुर्ग नहीं आया तो पहले से मौजूद लोगों को घर भेज दिया और बुधवार को वैक्सीन लगवाने के लिए कहा गया। ऐसे में बुजुर्गों के चेहरे पर निराशा भी दिखी। वही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी परेशान है कि अगर कोरोना वैक्सीन खोल ली और बुजुर्गों वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं आए तो यह वैक्सीन खराब भी हो जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग ने दूसरा चरण को-वैक्सीन के साथ किया है। पहले जो वैक्सीन लगाई जा रही थी उसमें 10 डोज लगती थी लेकिन को-वैक्सीन में 20 डोज है। बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन लगने की जानकारी न होने के कारण अस्पताल में कम ही आ रहे है। जिले में अभी केवल फतेहाबाद व टोहाना के नागरिक अस्पताल में ही बुजुर्गों को फ्री में वैक्सीन लगाई जा रही है। इसके अलावा फतेहाबाद का जयपुर अस्पताल व टोहाना का राजस्थान अस्पताल में भी वैक्सीन सेंटर बनाया गया है। यहां पर अगर कोई वैक्सीन लगवाने के लिए जाता है तो उसे 250 रुपये देने होंगे। यही कारण है कि इन अस्पतालों में मंगलवार को कोई भी वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं गया।
फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में लगी 40 लाभार्थियों को डोज
फतेहाबाद के नागरिक अस्प्ताल में नशा मुक्ति केंद्र में सेंटर बनाया गया है। यहां पर केवल 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गाें को वैक्सीन लगाई जा रही है। मंगलवार को 40 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई गई। इस सेंटर में 40 बुजुर्ग वैक्सीन लगवाने के लिए आए थे। बुजुर्गाें को वैक्सीन लगाने के बाद गहनता में रखा जा रहा है ताकि किसी को कोई दिक्कत ना आए। इसके अलावा आशा वर्कर्स को भी आदेश दिए है कि वो डोर-टू-डोर जाकर बुजुर्गों को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक करे। इसके अलावा जिले के विभिन्न सेंटरों में हेल्थ वर्कर को पहली व दूसरी डोज भी लगाई गई। फ्रंटलाइन वर्कर बने मुसीबत
स्वास्थ्य विभाग अगले कुछ दिनों के अंदर हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाने का अभियान पुरा कर देगा। लेकिन जो परेशानी का सबब बने हुए है वो फ्रंटलाइन वर्कर है। जिले में अभी तक केवल 1100 फ्रंटलाइन वर्करों ने ही वैक्सीन लगवाई है। पिछले दो दिनों से एक भी फ्रंटलाइन वर्कर वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं आ रहा है। यह हालत तो तब है जब उपायुक्त ने संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर कर्मचारियों को जागरूक करने की बात कही थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम काउंसलिग भी कर चुकी है।
अब जरा आंकड़ों पर डाले नजर
-40 बुजुर्गाें को मंगलवार को लगी वैक्सीन।
-42 हेल्थ वर्करों ने मंगलवार को लगवाई पहली डोज
-142 हेल्थ वर्करों को मंगलवार को लगी दूसरी डोज
-224 लाभार्थियों को मंगलवार को जिले में लगी कोरोना वैक्सीन जिले में यहां लग रही कोरोना वैक्सीन
-हेल्थ वर्करों व फ्रंट लाइन वर्करों केा जिले के 29 हेल्थ सेंटरों पर लग रही वैक्सीन
-नागरिक अस्पताल फतेहाबाद व टोहाना में बुजुर्गों को फ्री में लग रही वैक्सीन
-जयपुर अस्पताल फतेहाबाद व राजस्थान अस्पताल टोहाना के निजी अस्पताल में लग रही वैक्सीन फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में बनाए गए सेंटर में मंगलवार को 40 बुजुर्गों को वैक्सीन लगाई गई है। बुजुर्गों में उत्साह भी देखने को मिल रहा है। को-वैक्सीन की बड़ी डोज होने के कारण कम से कम 20 लाभार्थी होने जरूरी है। अगर वायल खोल ली तो चार घंटे बाद वैक्सीन खराब भी हो जाएगी। आशा वर्कर व अन्य अधिकारी बुजुर्गाें को समझा रहे है। उम्मीद है कि आने वाले समय में इनकी संख्या बढ़ेगी।
डा. सुनीता सोखी, डिप्टी सिविल सर्जन फतेहाबाद।