जिम्मेदारी पर उदासीनता भारी
मुकेश खुराना फतेहाबाद परिवार नियोजन को लेकर दंपती गंभीर नहीं है आज भी पुरानी सोच
मुकेश खुराना, फतेहाबाद
परिवार नियोजन को लेकर दंपती गंभीर नहीं है, आज भी पुरानी सोच के साथ चल रहे हैं। विशेषकर पुरुष अपनी जिम्मेदारी से पीछे हट रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का प्रोत्साहन राशि भी परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक नहीं कर पा रही है। खुद स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े ये साबित कर रहे हैं। इस साल अभी तक जिला में मात्र सात ही पुरुषों ने नसबंदी करवाई है, यानि की जो स्वास्थ्य विभाग को लक्ष्य दिया गया था वह साढ़े तीन फीसद ही पूरा हो पाया है। महिलाओं की नलबंदी का लक्ष्य भी अभी काफी दूर है। नसबंदी और नलबंदी के लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग इस माह के अंत में सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर कैंप लगा रहा है।
पुरुष नसबंदी में पिछले साल भी स्वास्थ्य विभाग पीछे रह गया था, पिछले साल 52 ही लोगों ने आप्रेशन करवाए थे, लक्ष्य 26 फीसद ही पूरा हो पाया था। इस बार अभी तक मात्र 7 ही लोगों ने आप्रेशन करवाए हैं।
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जानिए क्या है जिले में स्थिति
आपरेशन लक्ष्य 2018-19 2019 - 20
नसबंदी : 200 52 7
नलबंदी 4000 3755 2472
डिलीवरी के बाद 7000 3125 1342
डिलीवरी के साथ 3500 3435 1627
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स्वास्थ्य विभाग की तरफ से ये है प्रोत्साहन राशि :
स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुरुष के आप्रेशन करवाने पर दो हजार रुपये तथा महिला द्वारा आप्रेशन करवाने पर उसे 1400 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इसके अलावा कॉपर-टी अपनाने वाली महिला को 300 रुपये दिए जाते हैं।
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डिलीवरी के साथ ही परिवार नियोजन अपना रही महिला :
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की बात करें तो महिलाएं डिलीवरी के साथ परिवार नियोजन को अपना रही हैं। इस साल 1627 महिलाओं ने डिलीवरी के बाद नलबंदी करवाई है। पिछले साल 3435 महिलाओं ने करवाई थी। स्वास्थ्य विभाग को 3500 केसों का लक्ष्य मिला है। इसे विभाग अचीव कर रही है।
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परिवार नियोजन को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीएचसी जाखल, भट्टूकलां में 28 नवंबर, सीएचसी भूना में 29 नवंबर, सीएचसी रतिया में 3 दिसंबर तथा सिविल अस्पताल टोहाना और फतेहाबाद में 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक कैंप लगाया जा रहा है। लोगों को इस बारे में जागरूक भी किया जा रहा है।
- डा.मनीष बंसल
सिविल सर्जन, फतेहाबाद