सारंगपुर माइनर निर्माण में गड़बड़ी का आरोप
जागरण संवाददाता फतेहाबाद गांव चिदड़ व धारनियां के कई किसानों ने सिचाई विभाग आदमुपर
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
गांव चिदड़ व धारनियां के कई किसानों ने सिचाई विभाग आदमुपर के अधिकारियों पर रोष जताते हुए गंभीर आरोप लगाए है। भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए बड़ोपल पुलिस चौकी में शिकायत भी दी। ग्रामीण का कहना है अधिकारी उन्हें जानबुझकर परेशान कर रहे है। सारंगपुर माइनर का निर्माण सही तरीके से नहीं कर रहे। माइनर में पहले जिस तरह से ड्राफ्ट बना हुआ था उसे तोड़ दिया है। इससे उनके मोगे में पानी अब सही से नहीं जाता। इससे उन्हें परेशानी हो रही है। वहीं किसानों के विरोध के चलते ठेकेदार ने निर्माण कार्य रोक दिया है।
ग्रामीण संदीप, कृष्ण, रामस्वरूप, रामसिंह व विरेंद्र ने बताया कि फतेहाबाद ब्रांच से बड़ोपल गांव से सारंगपुर माइनर निकलता है। इस माइनर से गांव सारंगपुर, भाणा, चिदड़ व धारनिया गांव में सिचाई होती है। अब इसका दोबारा निर्माण किया जा रहा है। इस माइनर में दो जगह दोनों तरफ मोगे लगे हुए हैं। एक जगह पर लगे मोगे के पास से ड्राफ्ट को तोड़ दिया। जबकि दूसरी जगह बना हुआ है। ये ड्राफ्ट माइनर में पानी का जल स्तर बढ़ाने के लिए लगाए हुए ताकि इससे मोगों में से पानी निर्धारित मात्रा में निकले। अब ग्रामीणों का आरोप है कि जिस तरह से इन्होंने ड्राफ्ट तोड़ते हुए गड़बड़ी की है। इसके बारे में उन्होंने बड़ोपल पुलिस चौकी में शिकायत भी दी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि सिचाई विभाग के अधिकारी अपनी गड़बड़ी छुपाने के लिए रोष जता रहे किसानों पर पानी चोरी का जुर्माना भी लगाने की कोशिश कर चुके है। जबकि ठेकेदारा व अधिकारियों की वजह से पिछले एक महीने से पानी तक नहीं लगा।
-------------------आरोप गलत है : ढिल्लों
किसानों के आरोप गलत है। माइनर का पुननिर्माण सही तरीके से हो रहा है। जो ड्राफ्ट है उन्हें तोड़ा नहीं गया है बल्कि उनकी उंचाई को कम किया गया है। इससे आखिरी टेल तक पानी सही पहुंचेगा। जिन किसानों को उक्त मोगे से सिचाई होनी है। उन्हें भी पानी सही मिलेगा। ऐसे में मेरा आग्रह है कि किसान माइनर का निर्माण होने दे।
- डीएस ढिल्लो, कार्यकारी अभियंता, आदमपुर जल सेवा मंडल।