समैन के बाद गाजुवाला, भीमेवाला व हांसेवाला में भी बिजली कर्मियों पर इंट्री पर रोक
गांव समैन की ग्रामीणों द्वारा बिजली निगम के कर्मचारियों पर रोक लगाने के बाद सोमवार को गाजुवाला भीमेवाला हांसेवाला में भी इसी तरह के निर्णय लिए गए। गांव गाजुवाला के किसानों ने नये कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए कई बड़े व कड़े फैसले लिए हैं।
संवाद सूत्र, समैन :
गांव समैन की ग्रामीणों द्वारा बिजली निगम के कर्मचारियों पर रोक लगाने के बाद सोमवार को गाजुवाला, भीमेवाला, हांसेवाला में भी इसी तरह के निर्णय लिए गए। गांव गाजुवाला के किसानों ने नये कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए कई बड़े व कड़े फैसले लिए हैं।
इसके लिए गांव के किसानों की एक बड़ी पंचायत गांव की सार्वजनिक चौपाल में आयोजित हुई। पंचायत में किसानों ने एक तरफ जहां किसान आंदोलन को मजबूत करने की रणनीति बनाई। वहीं पंचायत में कई बड़े फैसले लिए गए। किसान नेता दर्शन सिंह बोलान, गांव के पूर्व सरपंच विजय हरिपाल, किसान मनोज सिहाग, पूर्व सरपंच सुरेश कुमार, अनूप सिंह, सुनील कुमार, संदीप सिंह, सतीश कुमार ने बताया कि गांव गाजुवाला के किसानों ने सामूहिक रूप से यह फैसला लिया है। जिसमें उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन का समर्थन न करने वाले नेता को गांव में नहीं घुसने दिया जाएगा। गांव में दूध जो भी कंपनी खरीदेगी। उसे 100 रुपये लीटर के हिसाब से दिया जाएगा। कोई पंचायत का फैसला नहीं मानेगा। उस पर 21 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं बिजली निगम के कर्मचारियों को छापा मारने के लिए गांव में नहीं घुसने दिया जाएगा। गांव में शादी व अन्य किसी भी कार्यक्रम में डीजे नहीं बजाया जाएगा। इन फैसलों की निगरानी के लिए गांव के किसानों की 11 सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया गया है। इसके बाद साथ लगते गांव हांसेवाला व भीमेवाला में भी इस तरह के फैसले लिए गए।