90 लाख की लगी स्ट्रीट लाइटों को एक साल से कनेक्शन का इंतजार
सुरेश सोलंकी भट्टू कलां सरकारी अधिकारी हो या कर्मचारी। अक्सर अपनी वेतनवृद्धि की मांग क
सुरेश सोलंकी, भट्टू कलां :
सरकारी अधिकारी हो या कर्मचारी। अक्सर अपनी वेतनवृद्धि की मांग को लेकर प्रदर्शन करते है। लेकिन जब काम करने की बात आती है तो एक दूसरे विभाग पर इसकी जिम्मेदारी डाल देते है। इससे करोड़ों रुपये की सौगात पूरी नहीं हो पाती। सरकार भी इन अधिकारियों के खिलाफ सही से कार्रवाई नहीं करती। इससे ऐसे लापरवाह अधिकारी व कर्मचारी का दुसाहस बढ़ रहा है। इस पर लगाम लगाए बिना विकास की राह संभव नहीं।
ऐसा ही कुछ भट्टू में बने चोपटा रोड पर 20 करोड रुपए की लागत से तैयार हुए रेलवे ओवरब्रिज के उद्घाटन के करीब 1 वर्ष बाद भी स्ट्रीट लाइट शुरू नहीं हुई। जबकि 90 लाख रुपये की स्ट्रीट लाइट लगी हुई है। अधिकारी उसका कनेक्शन नहीं कर रहे। ऐसे में परेशानी बनी हुई है। इसके चलते इस रेलवे ओवरब्रिज पर लगी स्ट्रीट लाइट केवल मात्र यहां शोपीस बनकर खड़ी है । आखिर बिन कनेक्शन के यहां लगी स्ट्रीट लाइटें कैसे रोशनी दे। शाम ढलते ही इस रोड़ पर अंधेरा छाया रहता है। विभागीय तालमेल के अभाव में यहां पर लगी स्ट्रीट लाइटें बिजली कनेक्शन का इंतजार कर रही हैं। मगर कोई भी विभाग इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है। जबकि ओवरब्रिज का शुभारंभ मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आनलाइन किया था। जिसके बाद जहां इस रोड पर लगी 96 स्ट्रीट लाइटों में से अधिकतर लाइटें ही गायब हो गई है। मगर इन लाइटों को जलाने के लिए अभी तक कनेक्शन तक नहीं हो पाया है। इस बारे लोक निर्माण विभाग के संबंधित विभाग के कनिष्ठ अभियंता अमित कुमार ने बताया कि उन्होंने इन लाइटों के कनेक्शन को लेकर भट्टू मंडी व भट्टू कलां के सरपंच तथा खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी को भी लेटर लिखे हैं। मगर किसी ने भी इस संबंध में दिलचस्पी नहीं दिखाई। अब उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों को 20 लाख रुपए का अल्टीमेट बना कर भेजा है। अगर यह पास होता है तो ही यहां बिजली का कनेक्शन हो पाएगा।