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राहत में आफत बन गई बारिश, छत गिरने से सात साल की बच्ची की मौत, सात घायल

फतेहाबाद मानसून से पहले की बारिश जिले के अनेक इलाकों में आफत लेकर

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jun 2019 11:23 PM (IST)Updated: Wed, 19 Jun 2019 06:42 AM (IST)
राहत में आफत बन गई बारिश, छत गिरने से सात साल की बच्ची की मौत, सात घायल
राहत में आफत बन गई बारिश, छत गिरने से सात साल की बच्ची की मौत, सात घायल

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : मानसून से पहले की बारिश जिले के अनेक इलाकों में आफत लेकर आई। खासकर, भट्टू में बारिश के दौरान एक मकान की छत गिर जाने की वजह से सात साल की बच्ची की मौत हो गई। हादसे में परिवार के सात लोग घायल हो गए। घायलों को वहीं के अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है। उधर, रतिया ब्लॉक में भी एक मकान की छत गिर गई। गनीमत रही कि सुबह मकान में कोई नहीं था। इस वजह से किसी की जान पर नहीं बनी। कई अन्य जगहों पर बिजली के खंभे गिर गए। पॉलीहाउस उजड़ गए। एक तरफ जहां मंगलवार की बारिश ने तपती गर्मी में राहत दी तो वहीं दूसरी तरफ आफत भी साथ में लाई।

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पिछले कई दिनों से जिला के लोग भीषण गर्मी का सामना कर रहे थे। लेकिन दो दिनों से पश्चिमी विक्षोभ के कारण जिले में अच्छी बरसात हुई है। जिससे गर्मी से राहत भी मिली है। मंगलवार रात व सुबह आई बरसात कई लोगों के लिए आफत बनकर भी आई है। भट्टू गांव में मंगलवार सुबह 5 बजे मकान की छत गिरने से सात साल की बच्ची की मौत व सात लोग घायल हो गए। वहीं भूना में भी एक मकान की छत गिर गई। जिससे नीचे सो रहा बुजुर्ग भी घायल हो गया। इसके अलावा रतिया क्षेत्र के गांव अलीका में मकान की छत गिर गई। लेकिन उस समय मकान के नीचे कोई नहीं था। यही कारण था कि एक बड़ा हादसा होते होते डल गया। वहीं देर रात को आई आंधी से अनेक खंभे टूट गए और रात भर तो कहीं दिनभर बिजली गुल रही है। बिजली निगम के अधिकारी दिनभर फाल्ट ढूंढते रहे। कुलां के गांव शक्करपुरा में तेज आंधी के कारण पॉलीहाउस तक उड़ गया। जिससे किसान को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

वहीं समैन में आसमानी बिजली गिरने से पोल्ट्री फार्म की छत जा गिरी। इसके अंदर करीब तीन हजार चूजे थे जिसमें से करीब दो हजार चूजों की मौत हो गई। वहीं रतिया, टोहाना व भूना में तेज बरसात से सड़कें पानी से भर गई और सीवरेज ओवरफ्लो होने के कारण पानी घरों में पहुंच गया। लोग बाल्टियां द्वारा पानी निकालते रहे। दो दिनों से हो रही बरसात किसानों के लिए वरदान से कम नहीं है। कुछ दिन पहले नरमे व कपास की फसल झुलस रही थी। लेकिन अब बरसात के बाद रौनक कुछ अलग ही देखने को मिल रही है। वहीं अब ग्वार व बाजरे की बिजाई भी शुरू हो जाएगी। परिवार सो रहा था घर में, छत गिरने से पसरा मातम

गांव भट्टूकलां में बरसात के कारण एक मकान की छत गिर गई। इस हादसे में अपने ननिहाल आई 7 साल की बच्ची की मौत हो गई, जबकि 7 लोग घायल हो गए। घायलों में बच्चे व महिलाएं शामिल हैं। मलबे में दबे घायलों को लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला और भट्टूकलां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया। भट्टूकलां गांव के राठौड़ मुहल्ले में दर्शन सिंह का परिवार रहता है। सोमवार रात को अधिक बारिश होने के कारण बार-बार बिजली के कट लग रहे थे। इस पर परिवार की महिलाएं व बच्चे घर के बरामदे में सो गए। परिवार के पुरुष अशोक, उसका भाई राजेश व मुकेश घर के बाहर चारपाई बिछाकर सोए हुए थे। बताया गया है कि करीब 5 बजे बरसात के कारण अचानक बरामदे की छत गिर गई और बच्चे व महिलाएं मलबे के नीचे दब गए। धमाका सुनकर आस पड़ोस के लोग भी जाग गए और उन्होंने मलबे के नीचे दबे बच्चों व महिलाओं को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। हादसे में 7 वर्षीय मोहिनी पुत्री पवन सिंह निवासी गांव गालड़ राजस्थान के जिला हनुमानगढ़ की मलबे के नीचे दबने से मौत हो गई। वहीं 32 वर्षीय नीतू, 20 वर्षीय मंजू, 60 वर्षीय मेसर देवी निवासी भट्टूकलां, 7 साल की आरती निवासी नांगल, 7 साल की आयना, 10 साल की पूजा तथा 10 साल का अजय निवासी गालड़ घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए भट्टूकलां के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती करवाया गया है। वहीं मृतक बच्ची का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। मकान की छत गिरने से बाल-बाल बचा परिवार,वृद्ध घायल

भूना के हिसार रोड पर वार्ड नंबर 12 में भारी बरसात के कारण एक मकान की छत गिर गई। हादसे के दौरान छत के मलबे तले दबने से बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि पूरा परिवार बाल-बाल बच गया। घटना मंगलवार सुबह 9 बजे की है। भूना के वार्ड नंबर 12 निवासी 65 वर्षीय रामधारी का मंगलवार सुबह 9 बजे के करीब स्नान करने के बाद अपने कमरे में आराम कर रहा था, जबकि उसकी पुत्रवधू 32 वर्षीय सुमन रसोई में खाना बना रही थी। रामधारी का बेटा 34 वर्षीय महिपाल व पौत्र 14 वर्षीय रोहित, पौत्री 13 वर्षीय कोमल तथा 15 वर्षीय शारदा किचन में नाता कर रहे थे। इसी दौरान देर रात्रि से रुक-रुक कर हो रही बरसात के कारण मकान की छत में पानी रिसाव हो रहा था। देखते ही देखते जोर का धमाका हुआ और छत बुजुर्ग रामधारी पर आ गिरी। धमाके की आवाज सुनकर परिजन अंदर की ओर भागे ओर पड़ोसियों की सहायता से बुजुर्ग को बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती करवाया। आसमानी बिजली गिरने से पोल्ट्रीफार्म की छत गिरी

गांव समैण में तेज बरसात के कारण पोल्ट्रीफार्म पर आसमानी बिजली गिरने से पोल्ट्रीफार्म पूरी तरह से ढह गया। पोल्ट्रीफार्म में रखे चूजों की भी निचे दबने से मौत हो गई। समैन निवासी सुरेंद्र ने बताया कि उसने टोहाना-हिसार रोड पर पोल्ट्रीफार्म बनाया हुआ है जिसमें कुछ समय पहले मुर्गियों के चूजे लाया था। इसके अंदर करीब तीन हजार चूजे थे। मंगलवार सुबह अचानक आसमानी बिजली गिरने से पोल्ट्रीफार्म की छत गिर गई व पूरा फार्म तहस-नहस हो गया। फार्म में रहने वाले मजदूर को भी चोटें आई है। छत गिरने से दो हजार चूजों की मौत हो गई। किसान को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। भूना, टोहाना व रतिया में जमकर बरसे मेघा

पिछले दो दिनों से भूना व भट्टूकलां में सबसे अधिक बरसात हुई है। वहीं मंगलवार सुबह भूना, भट्टूकलां, टोहाना व रतिया में जमकर मेघा बरसे है। वहीं फतेहाबाद शहर व आसपास के गांवों में हल्की बरसात हुई है। बरसात होने से किसान के चेहरे खिल गए है तो शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

भूना में झमाझम बरसात हुई। जिसके चलते शहर का अधिकतम तापमान 32 डिग्री तक ही सिमट गया और लोगों को तपती गर्मी से राहत मिली। मौसम विभाग ने 23 जून तक प्रदेश में बादलों के बने रहने का अनुमान लगाया है। भूना में सोमवार को 20 एमएम व मंगलवार को 25 एमएम बरसात आंकी गई है। जिससे पारे में काफी गिरावट दर्ज की गई है। वहीं सड़कों का निर्माण कार्य चलने के कारण बरसात का पानी सड़कों पर भर गया और वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। टोहाना के कई क्षेत्रों में हुआ जलभराव

सोमवार रात्रि से लगातार हो रही बरसात ने जहां वातावरण में ठंडक घोलने का काम किया। वहीं बरसाती पानी से शहर के कई नीचले क्षेत्रों में जलभराव होने से यातायात अवरूद्ध हो गया। सोमवार रात्रि से शुरू हुई बरसात मंगलवार को सुबह लगभग 11 बजे तक जारी रही। जिसके चलते रतिया रोड, जमालपुर रोड ने झील का रूप ले लिया। जलजमाव के कारण इस मार्ग के कई दुकानदारों ने तो अपनी दुकानें तक नहीं खोली। इसके अलावा नई अनाज मंडी, बस स्टैंड परिसर, मिलन चौक, पुरानी सब्जी मंडी, गुप्ता कालोनी, रामनगर, सहित अनेक गली-मोहल्लों में बरसाती भरने से वाहन चालकों व राहगीरों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। अनेक वाहन बरसाती पानी में फसने से उन्हें अन्य वाहन की सहायता से बाहर निकालना पड़ा। मंगलवार को दोपहर बाद बरसात रूकने के बाद कई क्षेत्रों से पानी निकासी के प्रबंध होने से लोगों को राहत मिली।

बिजली आपूर्ति रही ठप

बरसात के चलते शहरी क्षेत्र की बिजली आपूर्ति ठप रही। जिसके चलते लोगों को पीने का पानी उपलब्ध नहीं हो सका। बरसात के चलते बाजारों में भी सन्नाटा छाया रहा। उधर बरसात आने से किसानों के चेहरे खिल उठे। सरकार द्वारा उन्हें 15 जून से पहले धान की फसल ना लगाने के आदेश दिये हुए थे। 15 जून के बाद किसानों द्वारा धान की फसल लगानी शुरू कर दी थी। ये रहा बरसात का आंकड़ा

पूरे जिले में 30 एमएम हुई बरसात

रतिया: 20 एमएम

टोहाना : 15 एमएम

भूना : 25 एमएम

फतेहाबाद: 8 एमएम

भट्टूकलां : 20 एमएम ये रहा तापमान

शहर अधिकतम न्यूनतम

फतेहाबाद 35 26

भूना 32 23

टोहाना 31 24

भट्टूकलां 32 25

जाखल 33 25


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