धक्का-मुक्की के बीच 568 किसानों और मजदूरों ने दीं गिरफ्तारियां
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के बैनर तले मजदूरों व किसानों ने
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के बैनर तले मजदूरों व किसानों ने गिरफ्तारियां दी। गिरफ्तारी से पहले किसानों व पुलिस कर्मचारियों में धक्का-मुक्की हुई। यह धक्का-मुक्की 10 मिनट तक चलती रही। बाद में पुलिस कर्मचारियों ने समझाकर इन मजदूरों को दूर किया। यूनियन के सदस्यों ने मांग पत्र अधिकारियों को देकर जल्द ही मांगों को पूरा करने की मांग की। बाद में 568 किसानों व मजदूरों ने गिरफ्तारियां दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान सभा के जिला प्रधान रामस्वरूप ढाणी गोपाल, सीटू जिला सचिव ओमप्रकाश अनेजा, जिला पार्षद रामचन्द्र सहनाल ने संयुक्त रूप से किया जबकि संचालन सीटू जिला प्रधान जगतार ¨सह ने किया।
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अनाजमंडी में हुए इकट्ठा
गिरफ्तारी देने से पूर्व सभी मजदूर व किसाना अनाजमंडी में इकट्ठा हुए। बहबलपुरिया ने कहा कि गहराते कृषि संकट के चलते गरीब, किसान, मजदूरों पर भारी कर्जा है। भाजपा सरकार किसानों, मजदूरों का कर्जा माफ करने की बजाय पूंजीपतियों, कारपोरेट घरानों का कर्जा बट्टे खाते में डाल रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में महंगाई चरम सीमा पर है। गैस सिलेंडर और डीजल-पेट्रोल के दाम हर रोज बढ़ रहे हैं। युवाओं को रोजगार देने की बजाय सरकारी विभागों को बेचा जा रहा है। लाखों पद खाली पड़े हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा युवाओं को रोजगार देने की बजाय नशे के कारोबार को बढ़ाकर युवाओं को अपराध की भट्ठी में धकेल रही है। प्रदर्शनकारियों को रमेश जाण्डली, मदन ¨सह, गगनदीप कौर, सुदेश रानी, राम ¨सह एडवोकेट, सुरेन्द्र गोरखपुर, छत्रपाल ¨सह, रमेश रत्ताखेड़ा, प्यारा राम म्योंद, गीता ¨ढगसरा, शीला शक्करपुरा, शीला लहरियां, मलकियत कौर, सिलोचना गाजूवाला, जगीर ¨सह सहित अनेक नेताओं ने संबोधित किया।
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शहर में प्रदर्शन करते हुए पहुंचे लघु सचिवालय
प्रदर्शनकारी शहर में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय में पहुंचे। लघु सचिवालय में तैनात शहर थाना प्रभारी सुरेंद्र कंबोज सहित अनेक पुलिस कर्मचारी खड़े थे। इस दौरान प्रदर्शनकारी एक बार पुलिस कर्मचारियों से उलझ गए। दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की भी हुई। यह खेल दस मिनट तक चलता रहा। प्रदर्शन को बढ़ता देख डीएसपी धर्मवीर पूनिया भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाया। बाद में सभी प्रदर्शनकारी लघु सचिवालय में बैठ गए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस कर्मचारियों ने करीब पांच गाड़ियों ने इन कर्मचारियों को पुलिस लाइन ले जाकर छोड़ा।