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भट्टू के 23 गांव के 36 करोड़ मुआवजा, सबसे अधिक मेहुवाला में पौन तीन करोड़ मंजूर

जिले के किसानों को 49 करोड़ 63 लाख रुपये 52 हजार रुपये मुआव

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Mar 2021 07:39 PM (IST)Updated: Fri, 26 Mar 2021 07:39 PM (IST)
भट्टू के 23 गांव के 36 करोड़ मुआवजा, सबसे अधिक मेहुवाला में पौन तीन करोड़ मंजूर
भट्टू के 23 गांव के 36 करोड़ मुआवजा, सबसे अधिक मेहुवाला में पौन तीन करोड़ मंजूर

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : जिले के किसानों को 49 करोड़ 63 लाख रुपये 52 हजार रुपये मुआवजा वितरित किया जाएगा। सबसे अधिक भट्टूकलां ब्लाक के किसानों को मुआवजा दिया गया हैं। भट्टूकलां खंड के 23 गांव 36 करोड़ रुपये का मुआवजा वितरित किया जाएगा। जिसमें से सबसे अधिक मेहुवाला में पौने तीन करोड़ रुपये मंजूर हुए हैं। वहीं सबसे कम 150 रुपये मुआवजा टोहाना के आकांवाली में जारी हुआ हैं।

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यह मुआवजा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत दिया हुआ है। योजना के अनुसार फसल प्राकृतिक आपदा से खराब होने के साथ यदि किसी गांव का औसत उत्पादन कम है तो किसान को मुआवजा मिलेगा। इस बार नरमा की फसल का औसत उत्पादन कम हुआ है। इसके लिए नरमा उत्पादक किसानों को 45 करोड़ 52 लाख 52 हजार रुपये के करीब मुआवजा वितरित किया जाएगा। वहीं 4 करोड़ 11 लाख रुपये प्राकृतिक आपदा से खराब होने मिला है। दोनों प्रकार के मुआवजे जिले के 143 गांवों के 22 हजार 139 किसानों को दिया गया है।

वहीं वर्ष 2019 के खरीफ सीजन के लिए 25 करोड़ 31 लाख रुपये 19 हजार 750 लोगों को आवंटित किया गया था। उस दौरान बीमा करवाने वाले की संख्या अधिक थी। उसके बाद भी मुआवजा कम मिला था। लेकिन इस बार डीडीए राजेश सिहाग ने खुद पूरे मामले की निगरानी करते हुए अधिक किसानों को लाभ दिलवाया।

जिले का औसत उत्पादन 51 किलोग्राम हुआ कम :

ये रुपये इसलिए जारी हुए है कि इस बार कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने जो रिपोर्ट बनाकर भेजी थी। उसके अनुसार जिले में प्रति एकड़ नरमा का औसत उत्पादन करीब 51 किलोग्राम कम हुआ। इसके आधार पर किसानों को बीमा का लाभ मिला। कृषि विभाग के अनुसार जिले में इस नरमा का औसत उत्पादन प्रति एकड़ छह क्विंटल 2 किलो 966 ग्राम हुआ है। वहीं वर्ष 2019 में 6 क्विंटल 53 किलो 344 ग्राम हुआ। वर्ष 2018 में नरमा का उत्पादन 7 क्विंटल के करीब रहा था। ऐसे में इस बार उत्पादन कम हुआ है। कृषि विभाग प्रत्येक गांव का निकालता है औसत उत्पादन :

कृषि विभाग प्रत्येक गांव का औसत उत्पादन निकालता है। उसके आधार पर जिले का औसत उत्पादन निकाला जाता है। गांव का औसत उत्पादन निकालने के लिए कृषि विभाग में फसल कटाई अनुभव अभियान सहायक कृषि अधिकारी की देखरेख में चलाया जाता है। जो एक फसल के गांव में चार अलग अलग जगह कटाई करते हुए सैंपल लेते है। इसमें एडीओ की सहायता के लिए सक्षम युवा या बीएससी एग्रीकल्चर युवा उनकी मदद करते है। अब तो सरकार ने उनके साथ पटवारी, नंबरदार को भी जोड़ दिया। जांडली कलां व खुर्द में दिन रात का अंतर :

भूना ब्लाक के गांव जांडली कलां व खुर्द में मिले मुआवजे में बहुत अंतर हैं। जांडली खुर्द को महज 20 लाख 76 हजार रुपये मिले है। वहीं जांडली कला में किसानों को 2 करोड़ 25 लाख 96 हजार रुपये आवंटित किए गए है। इस तरह गांव बड़ोपल को 10 हजार रुपये मुआवजा मिला हैं। वहीं कई गांव कुम्हारिया, मनावाली सहित कई गांव के किसानों को मुआवजा नहीं मिलने पर प्रदर्शन कर चुके है।

क्रॉप कटिग के दौरान ग्रामीण करें निरीक्षण :

प्रत्येक गांव में औसत चार फसल का हर सीजन में क्रॉप कटिग रिपोर्ट ली जाती है। इसको लेकर एडीओ की जिम्मेदारी है कि वे ये कार्य करें। लेकिन जिले में 20 ही एडीओ हैं। जबकि जिले में 257 ग्राम पंचायतें हैं। वहीं बीटीए, बीईओ, एटीएम मिलकर भी 40 कर्मचारी ही नहीं होते हैं। ऐसे में क्रॉप कटिग में परेशानी आती है। इसलिए जरूरी है कि गांव के युवा क्रॉप कटिग के दौरान कर्मचारियों की मदद करते हुए निरीक्षण करते रहे। इससे कभी गड़बड़ी नहीं होगी। नरमे का उत्पादन इसलिए हुआ कम :

गत रबी सीजन में नरमे का उत्पादन कई गांवों में बहुत कम हुआ। अगस्त में हुई बारिश से नरमे की फसल एकदम बीमारी आने से खराब हो गई। भट्टू क्षेत्र के कई गांवों में तो जिले के औसत उत्पादन से बहुत कम नरमे हुई। अब उनको गांव के औसत उत्पादन के आधार पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ दिया जाएगा। जिन गांव को औसत उत्पादन जितना कम था, उन्हें उतना अधिक मुआवजा मिला।

किसान फर्मामित्र पर देखें स्टेट्स :

इस वित्त वर्ष में प्रधानमंत्री फसल बीमा बजाज एलियांस ने किया था। कंपनी व कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि फरवरी के आखिरी व मार्च के शुरूआत में किसान के खाते में रुपये में आएंगे। किसान अपना स्टेट्स जांचने के लिए फार्म मित्र केयरिगली योर्स एप डाउनलोड करना होगा। उसके बाद उसमें पॉलिसी नंबर भरने के बाद किसान को जानकारी मिल जाएगी। इसके अलावा इस एप पर खेती व मौसम से जुड़ी किसानों को हर प्रकार की जानकारी मिलेगी। बॉक्स..

जिले के किसानों को खूब मुआवजा वितरित किया गया है। प्राकृतिक आपदा के खराब हुई फसल के साथ नरमे का कम उत्पादन होने पर मुआवजा दिया गया। जो 49 करोड़ 63 लाख 52 हजार रुपये हैं। यह मुआवजा 22 हजार 139 किसानों को दिया गया है।

- डा. राजेश सिहाग, उपनिदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग।


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