जिले की 19 बेटियां रोल मॉडल, अब स्कूलों में जाकर करेंगी मन की बात
जागरण संवाददाता फतेहाबाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह अब जिले की चुनी गई रोल मॉडल
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह अब जिले की चुनी गई रोल मॉडल बेटियां भी स्कूलों में जाकर मन की बात करेंगी। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत की है। इसके तहत रोल मॉडल स्कूलों में जाकर अपना अनुभव साझा करेंगी। शिक्षा विभाग ने रोल मॉडल के चयन के लिए जिला भर की बेटियों से प्रस्ताव मांगे थे, जांच के बाद 19 प्रस्तावों पर एडीसी कार्यालय की तरफ से मंजूरी मिली है।
चयनित बेटियां जिला के प्राइमरी, हाई व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में जाकर बताएंगी कि लक्ष्य पाने के दौरान उन्हें किस तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ा और किस तरह से मुकाम तक पहुंची। स्कूलों को 30 अक्टूबर तक चयनित बेटियों को बुलाकर स्कूलों में कार्यक्रम करवाने हैं।
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104 स्कूलों में होगा कार्यक्रम
शिक्षा विभाग ने कार्यक्रम के लिए ऐसे स्कूलों का भी चयन किया है जहां पर 40 फीसद से ज्यादा अनुसूचित जाति से ज्यादा लोगों की आबादी है। विभाग की तरफ से कार्यक्रम के लिए 104 स्कूलों का चयन किया है। कार्यक्रम में आने वाली रोल मॉडल को एक हजार रुपये मानदेय भी मिलेगा।
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इन बेटियों को चुना गया रोल मॉडल रोल मॉडल गांव क्षेत्र में प्रतिभा
लीना कुकड़ावाली क्षेत्रीय विकास कार्य
कृष्णा बोदीवाली स्वच्छता अभियान
सरोज खाबड़ा कलां निशुल्क शिक्षा
शर्मिला खाबड़ा कलां निशुल्क शिक्षा
मोनिका भट्टूकलां सरकारी योजनाओं का किया प्रचार
माधुरी खत्री भट्टूकलां निशुल्क शिक्षा
सोनू कुमारी बनावाली महिला स्वास्थ्य जागरूकता
सीमा देवी दैयड़ सरकारी योजनाओं का किया प्रचार
सुनीता ढिगसरा सामाजिक कार्य
राजबाला पीली मंदोरी सामाजिक कार्य
स्वाति डूल्ट हॉकी प्लेयर
सुनीता जांडली जिला पार्षद
सीमा देवी बीघड़ स्वयं सहायता समूह
मंजू मैहता टोहाना उपप्रधान नप
सुमन समैन इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी
भतेरी समैन इंटनेनशनल कबड्डी खिलाड़ी
रेखा शाक्य रतिया सामाजिक कार्य
निर्मल कौर रतिया सामाजिक कार्य
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शिक्षा विभाग की तरफ से बेटियों के मन की बात कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। जिला की 19 बेटियों को रोल मॉडल चुना गया है, ये स्कूलों में जाकर अपनी उपलब्धि के बारे में बताएंगी। इसके अलावा किस तरह से उन्होंने उपलब्धि को पाया। कार्यक्रम में अपने अनुभव को सांझा करेंगी।
- महाबीर सिंह
एपीसी, समग्र शिक्षा विभाग
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