सूर्य और पवन देव में हुआ द्वंद्व, जीती ठंड
कई दिनों के बाद सूर्य देव ने ठीक से दर्शन दिए उनका पवन देव से मुकाबला भी हुआ।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : कई दिनों के बाद सूर्य देव ने ठीक से दर्शन दिए, उनका पवन देव से दिन में मुकाबला भी हुआ। इस द्वंद्व में फिलहाल पलड़ा पवन देव का भारी रहा। इसलिए मौसम में ठंड बरकरार रही और गलन ने बेहाल कर रखा था हर किसी को। वैसे दिन भर धूप खिलने से लोग अपने घरों से निकले। कोई घर के आंगन में व छत पर गुनगुनी धूप का आनंद लेता नजर आया, तो कुछ ने बच्चों संग नजदीक के पार्क का रुख किया। दिन का अधिकतम तापमान 16 डिग्री और न्यूनतम 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को भी अधिकतम व न्यूनतम तापमान इतना ही थी, जबकि इससे पहले के दिनों में मंगलवार को अधिकतम 14 डिग्री व न्यूनतम 6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया गया था।
शाम को धूप जाते ही सर्दी ने फिर तेवर दिखाने शुरू कर दिए। ठंडी हवा के साथ मौसम में बदलाव देख लोग घरों में जाकर कैद हो गए। मौसम विभाग के अनुसार कुछ दिनों में इसी प्रकार धूप निकलेगी। इससे दिन में ठंड राहत मिलेगी, लेकिन शाम को तापमान में गिरावट आएगी। अभी लोग रखें ध्यान
डा.आलोक तिवारी के अनुसार फरवरी तक ठंड का मौसम रहता है। अभी मौसम में कई बार उतार चढ़ाव आएंगे। कभी धूप, तो कभी ठंड रहेगी। इसके चलते लोगों को गर्म कपड़े पहने और घर से बाहर निकलने से पूर्व शरीर को पूरी तरह ढकें। आने वाले दिनों में धूप परेशान कर सकती है, लेकिन गर्म कपड़े नहीं उतारने हैं। लापरवाही की वजह से ही लोग बीमार होते हैं। बुजुर्ग दोपहर में धूप में बैठ सकते हैं, लेकिन उन्हें ठंडी हवा से बचाना होगा। बच्चों को रोजाना नहलाना ठीक नहीं। सर्दी में बीमारियों से बचाव के उपाय
- गर्म पानी का सेवन करें और भरपूर करें।
-शरीर को ऊनी कपड़े, दस्ताने, टोपी, मोजे आदि से गर्म रखें।
-अधिक तेल वाले व मसालेदार भोजन खाने से परहेज करें
-इस मौसम में भरपूर हरी सब्जियां होती हैं, गाजर, मूली, टमाटर, चुकंदर आदि का सालाद के रूप में सेवन करें। यह शरीर के लिए लाभदायक हैं।
-अत्यधिक ठंड में सुबह या शाम को टहलने न निकलें। यह ठीक है कि अभी दो दिन लगातार धूप निकली है और दिन में कुछ राहत मिली है, पर ठंड अभी रहेगी और इसे हल्के में कतई न लें। बुजुर्गों व बच्चों का विशेष तौर पर ख्याल करें। उन्हें ठंड में बाहर जाने से रोकें और उनके कपड़ों का भी ध्यान रखें। कपड़े गीले न हों। बच्चों व बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, इसलिए उन्हें सर्दी-जुकाम जल्दी लगता है।
-डा.गजेंद्र अधाना, स्वास्थ्य केंद्र, खेड़ीकलां।