ट्रैफिक नियमों का करें पालन दूसरे भी रहेंगे सुरक्षित
ऐसे लोगों की कमी नहीं जिनके लिए यातायात नियमों का मतलब केवल पुलिस के चालान से बचना है। वे कभी यह सोचने की कोशिश नहीं करते कि समाज में यातायात नियमों के पालन पर इतना जोर क्यों दिया जाता है। दरअसल, यातायात के नियमों का उल्लंघन कर एक शख्स केवल अपनी ही नहीं बल्कि दूसरों की जान भी खतरे में डाल रहा होता है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : ऐसे लोगों की कमी नहीं जिनके लिए ट्रैफिक नियमों का मतलब केवल पुलिस के चालान से बचना है। वे कभी यह सोचने की कोशिश नहीं करते कि समाज में ट्रैफिक नियमों के पालन पर इतना जोर क्यों दिया जाता है। दरअसल, ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर एक शख्स केवल अपनी ही नहीं बल्कि दूसरों की जान भी खतरे में डाल रहा होता है। हर व्यक्ति कहीं भी आने जाने के लिए सड़क का प्रयोग करता है। हर रोज सड़क हादसों के भी बहुत से किस्से सुनने को मिलते हैं। ज्यादातर दुर्घटना लोगों की लापरवाही के कारण, जल्दी पहुंचने के चक्कर में और नशा पीकर वाहन चलाने के चक्कर में होती हैं। वाहन चालक की छोटी सी गलती न केवल उसका बल्कि सामने वाले का जीवन भी छीन सकती है। इसलिए ट्रैफिक नियमों का पालन जरूर करें। गलत दिशा में ना चलाएं वाहन
सड़क पर चलते वक्त ध्यान रखें की वाहन गलत दिशा में ना चलाएं। इससे हादसे की आशंका काफी ज्यादा होती है। कई बार लोग समय बचाने के प्रयास में उल्टी दिशा से वाहन निकालने की कोशिश करते हैं। इससे समय तो नहीं बचता बल्कि वे दूसरों के लिए भी मुसीबत बनते हैं। सड़क हादसों का यह एक बड़ा कारण है। ओवरटेक करने से बचें
गंतव्य तक जल्दी पहुंचने की कोशिश में कई बार चालक सामने चल रहे वाहन को ओवरटेक कर आगे निकलने की कोशिश करते हैं। यह काफी खतरनाक है। किसी भी बड़े वाहन को ओवरटेक करने से पहले सोचना चाहिए। यह सुनिश्चित हो लें कि ओवरटेक करते समय पीछे से कोई वाहन ना आ रहा हो। वहीं जिस वाहन को आप ओवरटेक कर रहे हैं, हॉर्न बजाकर उसे भी इसका संकेत दे दें, ताकि वह अपनी गति ना बढ़ाए। यूटर्न लेना भी जोखिमपूर्ण
सड़क पर यूटर्न लेना भी जोखिमपूर्ण होता है। इसलिए जरूरी है कि यूटर्न लेते समय सावधानी बरतें। यूटर्न लेने के लिए जरूरी है कि पहले उस तरफ वाहन कर लें, जहां से यूटर्न लेना है। इसके लिए पहले ही डिपर दें। वाहन रोककर पीछे देखने के बाद ही यूटर्न लेना चाहिए। तय गति से अधिक ना दौड़ाएं वाहन
शहर में सभी सड़कों पर वाहनों की गति सीमा निर्धारित है। इस सीमा से अधिक पर वाहन ना चलाएं। गति सीमा विशेषज्ञ काफी जांच पड़ताल के बाद तय करते हैं। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण होते हैं, जो दुर्घटना से बचाते हैं। चौराहों पर बत्ती की अनदेखी ना करें
चौराहों पर वाहनों को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक सिग्नल लगाए जाते हैं। इसका कड़ाई से पालन करना चाहिए। कई बार लोग रेड लाइट होने के बावजूद वाहन निकालने की कोशिश करते हैं। यह बहुत खतरनाक स्थिति है। दूसरी तरफ से आ रहे वाहन ऐसे शख्स से टकरा सकते हैं। ग्रीन लाइट होते ही तुरंत वाहन नहीं चलाना चाहिए। तीन-चार सेकेंड रुककर चलना चाहिए, क्योंकि दूसरी तरफ से चालक तेज गति से वाहन निकालने की कोशिश करते हैं। हरी, लाल व पीली बत्तियों का अर्थ भी चालक को भली भांति पता होना चाहिए। जागरण सुझाव
-सीट बेल्ट और हेलमेट लगाकर चलें।
-जल्दबाजी में ओवरटेक न करें।
-जाम में फंसें तो लगातार हार्न न बजाएं।
-वाहन की रफ्तार का रखें ध्यान
-सड़कों पर मुड़ते समय इंडिकेटर दें
-पार्किंग में ही वाहन खड़ा करें
-शराब पीकर वाहन न चलाएं
-मोबाइल पर बात करते हुए वाहन न चलाएं
-प्रवेश निषेध क्षेत्र में वाहन न ले जाएं