शहर की सड़कें जर्जर, उसमें भी जलभराव, थमी रफ्तार
बारिश में शहर की सड़कें जर्जर हो गई हैं। कहीं जलभराव तो कहीं सड़के टूटी पड़ी हैं।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : बारिश में शहर की सड़कें जर्जर हो गई हैं। कहीं जलभराव परेशानी का सबब बन रहा है तो कई जगह इन जर्जर सड़कों में गड्डे बन गए हैं, जिनके कारण हादसे हो रहे हैं। इन सब कारणों से शहर की रफ्तार पर असर पड़ रहा है। जलभराव देख कर वाहन चालक धीमी गति से चल रहे हैं।
सेक्टर-22 स्वर्ग आश्रम रोड का महीनों से हाल खराब है। इस रोड पर बने गड्ढों के कारण निकलना भी मुश्किल हो जाता है। दो दिन पहले यहां से निकलते हुए ईंटों से भरी एक ट्रैक्टर ट्राली पलट गई थी। पिछले वर्ष बाइक से हार्डवेयर चौक से न्यू जनता कालोनी जाते हुए गड्ढे में गिरने से एक युवक की मौत हो गई थी। सेक्टर-15, 16, 9, और 13 की डिवाइडिग रोड की भी जर्जर हालत है। एनआइटी और बड़खल विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां भी कई सड़कों में गड्ढे हैं। तिकोना पार्क व्यापार मंडल कार्यालय से आटोमोबाइल मार्केट से सरकारी स्कूल तक सड़क से निकलते हुए वाहन चालक बड़ी धीमी गति से चलते हैं। मुझे कई बार हार्डवेयर चौक-बल्लभगढ़ के बीच आवागमन करना पड़ता है। जलभराव ने और मुसीबत बढ़ा दी है। पता ही नहीं चलता कि कहां सड़क टूटी है। निगम को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
-रोहताश सिंह, सेक्टर-3 निवासी। मेरे वार्ड के पांच नंबर बी तथा पी ब्लाक की सड़कें जर्जर हो गई हैं। जलभराव की भी समस्या है। मैंने इस बारे में निगमायुक्त को स्थिति से अवगत करा दिया है।
-जसवंत सिंह, वार्ड 14 के पार्षद। वार्ड की सड़कों की हालत खराब है। मैंने मुख्य अभियंता रामजी लाल से मिलकर सड़कों की दशा सुधारने पर कई बार चर्चा की है। सड़कों की मरम्मत के एस्टीमेट भी बने हुए हैं। अब काम शुरू हो तो राहत मिले।
-मनोज नासवा, वार्ड 11 के पार्षद एनआइटी की कई सड़कें जर्जर हैं। जलभराव के कारण पिछले दिनों पर्वतीय कालोनी में एक युवक के हाथ की हड्डी में फ्रेक्चर हो गया था। डबुआ कालोनी लेजरवैली पार्क के सामने अक्सर पानी जमा हो जाता है। दशा सुधारने बारे में नगर निगम के उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया है।
-मुकेश शर्मा, पूर्व वरिष्ठ उप महापौर। निगमायुक्त यशपाल यादव के आदेश पर कई प्रमुख सड़कों के गड्ढे भरवाए गए हैं। जैसे बारिश का सिलसिला थमेगा, नए सिरे से सड़कें बनवाई जाएंगी। पानी निकासी के लिए कई जगह डिस्पोजल पर मोटरें लगवाई गई हैं। हमने सभी कार्यकारी अभियंता से उनके क्षेत्र की जर्जर सड़कों का ब्योरा मंगवाया है, ताकि सबका एस्टीमेट बनवा कर काम शुरू करवाया जाए।
-रामजी लाल, मुख्य अभियंता, नगर निगम।