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संशोधित फाइल : क्राइम फाइल: हरेंद्र नागर

जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने शाम 5 बजे के बाद सभी प्रमुख बाजार बंद करने के निर्देश जारी किए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Jan 2022 06:58 PM (IST)Updated: Sun, 02 Jan 2022 06:58 PM (IST)
संशोधित फाइल : क्राइम फाइल: हरेंद्र नागर

आज समझा रहे, कल चालान कर देंगे

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जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने शाम 5 बजे के बाद सभी प्रमुख बाजार बंद करने के निर्देश जारी किए हैं। निर्देश आने के बाद रविवार को दुकानदारों के बीच असमंजस की स्थिति रही। दरअसल, कुछ दिन पहले वाट्सएप पर एक मैसेज वायरल हुआ था, जिसमें शाम 6 बजे से मार्केट बंद करने की बात कही गई थी। बाद में यह मैसेज झूठा निकला। दुकानदारों को अब फिर उम्मीद थी कि पहले की तरह यह संदेश झूठा होगा। इसलिए अधिकतर क्षेत्रों में 5 बजे के बाद दुकानें खुली रही। शाम को एनआइटी थाना पुलिस पांच नंबर मार्केट में पहुंची। दुकानदारों को समझाया कि दुकानें बंद कर लें। यह सभी के भले के लिए हो रहा है। कुछ दुकानदारों ने हीलाहवाली भी की। तब पुलिसकर्मियों ने भी साफ लहजे में कहा कि आज पहला दिन है, इसलिए समझा रहे हैं। कल से सीधा चालान कर देंगे। देर आए, दुरुस्त आए

पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने पिछले सप्ताह खास आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि नशीले पदार्थों की बिक्री करने वालों पर सख्ती होगी। नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों की अब संपत्ति भी कुर्क की जाएगी। यह एक ऐसा आदेश है जो देर से आया। जिले में बड़े स्तर पर नशे का अवैध कारोबार हो रहा है। कई लोग हैं जो नशीले पदार्थों के कारोबार में लिप्त हैं। उन्होंने इससे काफी संपत्ति भी अर्जित की है। पुलिस उन्हें पकड़ती भी है तो वे बहुत जल्दी छूट जाते हैं और फिर से अपने कारोबार में जुट जाते हैं। पुलिस की तरफ से ऐसे ही किसी ठोस कदम की उम्मीद की जा रही थी। संपत्ति कुर्क करने जैसी कार्रवाई अभी तक यूपी पुलिस ही करती रही है। मजा तब है जब पुलिस आयुक्त के आदेश का अक्षरश: पालन भी हो। फिलहाल कहा जा सकता है देर आए मगर दुरुस्त आए। शायद पुलिस की सख्ती से मिले सबक

सड़क हादसे का कारण कई बार सड़क में गड्ढा या खामी भी होती है। उसकी तरफ शायद ही किसी का ध्यान जाता है। यही कारण है कि कई बार गड्ढे की वजह से हुए हादसे में किसी की जान चली जाती है, मगर उसके लिए जिम्मेदार अधिकारी या एजेंसी पर कार्रवाई नहीं होती, वे साफ बच जाते हैं। पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने पदभार संभालते वक्त कहा था कि अगर हादसे की वजह किसी की लापरवाही होगी तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी। पिछले दिनों बाईपास पर सराय ख्वाजा के पास निर्माणाधीन नाले में गिरने की वजह से दो युवकों की जान चली गई। पुलिस आयुक्त ने इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित ठेकेदार के खिलाफ तुरंत कार्रवाई का आदेश दिया। सराय ख्वाजा थाना पुलिस ने ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। उम्मीद है कि अन्य मामलों में भी ऐसा होगा। शायद सख्ती से लापरवाह अधिकारी कोई सबक ले लें। न आना इस देश में लाडो

पिछले सप्ताह दो दिन के अंतराल पर दो जगह नवजात शिशुओं के शव मिले। इनमें एक शव गांव समयपुर में खाली प्लाट में मिला। दूसरा पर्वतीय कालोनी इलाके में नगर निगम द्वारा नाले की सफाई के दौरान मिला। दोनों ही मामलों में एक बात समान है कि दोनों नवजात बच्चियां थीं। पुलिस के काफी प्रयास के बाद भी बच्चियों के माता-पिता के बारे में पता नहीं चल पाया। अब यह भी कटु सत्य है कि हर बार लावारिस अवस्था में मिलने वाला नवजात या नवजात का शव किसी लड़की का ही होता है। ये घटनाएं इशारा कर रही हैं कि बच्चियों को पहले भ्रूण लिग जांच के बाद कोख के अंदर मारा जाता था। स्वास्थ्य विभाग ने जांच पर सख्ती की तो अब बच्चियों को जन्म के बाद मरने के लिए छोड़ दिया जाता है। ऐसी ही घटनाओं को देखकर किसी ने कहा है कि न आना इस देश में लाडो।


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